Ganesh Chaturthi 2025: पहली बार करने जा रहे हैं लालबागचा राजा के दर्शन? यहां पढ़ें पूरी ट्रैवल गाइड
हर साल लाखों भक्त लालबाग के राजा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगे रहते हैं। इस गणेशोत्सव अगर आप भी पहली बार इस दिव्य अनुभव को लेने जा रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। भीड़भाड़ लंबी लाइनें और मुंबई के ट्रैफिक के बीच यह ट्रैवल गाइड आपकी ट्रिप को आसान और यादगार बना देगी।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Ganesh Chaturthi 2025: मुंबई का गणेशोत्सव लालबागचा राजा के दर्शन के बिना अधूरा माना जाता है। यह सिर्फ एक पांडाल नहीं बल्कि आस्था, विश्वास और श्रद्धा का सबसे बड़ा प्रतीक है। हर साल यहां लाखों भक्त पहुंचते हैं और 2025 में भी भीड़ का यही आलम रहने की उम्मीद है।
बता दें, इस बार लालबागचा राजा के दर्शन 27 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर तक चलेंगे। ऐसे में अगर आप इस साल गणेशोत्सव के मौके पर मुंबई आने का प्लान बना रहे हैं, तो यह ट्रैवल गाइड (Lalbaugcha Raja Travel Guide) आपके लिए बेहद काम की साबित होगी।
11 दिनों तक चलेगी पूजा-अर्चना
इस वर्ष भव्य गणेश प्रतिमा के दर्शन 27 अगस्त से शुरू होंगे और पूरे 11 दिनों तक भक्त यहां पूजा-अर्चना कर सकेंगे। गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक यह पंडाल भक्तों से खचाखच भरा रहेगा।
मुंबई में लालबागचा राजा तक पहुंचने के रास्ते
1) मेट्रो
अगर आप फास्ट और कम्फर्टेबल ट्रैवल करना चाहते हैं, तो मुंबई मेट्रो सबसे आसान जरिया है। लोअर परेल मेट्रो स्टेशन यहां का सबसे नजदीकी स्टेशन है। स्टेशन से बाहर निकलते ही आपको पांडाल तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
2) लोकल ट्रेन
मुंबई की लोकल ट्रेन को शहर की लाइफलाइन कहा जाता है और गणेशोत्सव में यहां तक पहुंचने का यह सबसे तेज तरीका भी यही है।
- सेंट्रल लाइन से आने वाले भक्त: चिंचपोकली स्टेशन सबसे नजदीक है, यहां से लालबाग तक पैदल सिर्फ 10 मिनट का रास्ता है।
- करी रोड स्टेशन: सेंट्रल लाइन का दूसरा विकल्प है, यहां से पांडाल तक पहुंचने में लगभग 15 मिनट लगेंगे।
- लोअर परेल स्टेशन (वेस्टर्न लाइन): यहां से पैदल 20–25 मिनट का सफर है, चाहें तो ऑटो या टैक्सी भी ले सकते हैं।
- सीएसटी (CST) से आने वाले भक्त: सीएसटी से सेंट्रल लाइन पकड़ें और चिंचपोकली उतर जाएं।
3) बस सेवा
अगर आप बजट-फ्रेंडली यात्रा करना चाहते हैं, तो मुंबई की BEST बस सेवा एक अच्छा ऑप्शन है। कई रूट्स सीधे लालबाग के आसपास रुकते हैं।
124 नंबर बस: दादर टीटी से लालबाग तक जाती है, हालांकि भीड़ और ट्रैफिक के कारण बस से आने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।
लालबाग के आस-पास मौजूद गणेश पांडाल
लालबागचा राजा के दर्शन के बाद, आप आस-पास मौजूद अन्य प्रसिद्ध पंडालों के दर्शन भी कर सकते हैं।
चिंचपोकलीचा चिंतामणि
1920 से स्थापित यह मंडल इस साल अपना 106वां गणेशोत्सव मना रहा है। यह पांडाल मुंबई के सबसे पुराने और लोकप्रिय आयोजनों में से एक है। 2025 में यहां गणपति बप्पा की प्रतिमा को छत्रपति संभाजी महाराज को समर्पित थीम पर सजाया जाएगा। लगभग 21–22 फीट ऊंची यह प्रतिमा भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी।
मुंबईचा राजा- गणेश गली, लालबाग
लालबागचा राजा से कुछ ही गलियों की दूरी पर स्थित मुंबईचा राजा भी भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र है। 1928 से शुरू हुआ यह पांडाल अपनी भव्य थीम्स और मंदिर जैसी सजावट के लिए जाना जाता है। यहां हर साल अलग-अलग भारतीय मंदिरों की झलक देखने को मिलती है। भीड़ के लिहाज से यह पांडाल लबलबाएगा राजा को कड़ी टक्कर देता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- भीड़ से बचने के लिए सुबह जल्दी या देर रात का समय चुनें।
- पानी, हल्का नाश्ता और जरूरी दवाइयां अपने साथ रखें।
- अगर बच्चों या बुजुर्गों के साथ आ रहे हैं तो लोकल ट्रेन या मेट्रो को ही प्राथमिकता दें।
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