म्यांमार के 5 प्रमुख पर्यटक स्थल जहां हर भारतीय जाना चाहेगा
प्रधानमंत्री मोदी म्यांमार गए हैं जहां वे प्रसिद्ध बौद्ध धार्मिक स्थल आनंद मंदिर भी जायेंगे ऐसे में हम आपको बताते हैं म्यांमार के पांच दर्शनीय स्थलों के बारे में।
यांगोन शहर
यांगोन भारत में मुम्बई जैसी चहल-पहल से भरपूर शहर है। इस शहर का सबसे बड़ा आकर्षण श्वेदागोन पगोडा है जो म्यांमार एक 99 मीटर ऊँचा सोने से ढका हुआ पगोडा और स्तूप है। यह कन्डोजी झील से पश्चिम में सिन्गुटरा पहाड़ी पर स्थित है और पूरे यांगोन शहर से ऊँचाई पर है। ये इस देश के सर्वाधिक पवित्र बौद्ध स्मारकों में से एक है। इस भव्य स्मारक के सोने के स्तूप पर हीरे तथा कई तरह के माणिक्य जड़े हुए हैं। यह बर्मा का सब से महत्वपूर्ण और शुभ पगोडा माना जाता है और इसमें पिछले पाँच बुद्धों की कुछ यादगारें मौजूद हैं जैसे काकूसंध की छड़ी, कोणगमन की पानी की छन्नी, कश्यप के वस्त्र का एक अंश और गौतम बुद्ध के बालों के आठ रेशे। इस शहर में कई बड़े-बड़े बाग-बगीचे होने के कारण इसे गार्डन सिटी ऑफ ईस्ट भी कहा जाता है। यंगून में ही विश्व प्रसिद्ध गोल्डन पगोडा है।
बहादुर शाह जफर की मजार
प्रधानमंत्री मोदी अपने म्यांमार दौरे के दौरान भारत के अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की मजार पर भी जाएंगे। ये मजार म्यांमार के यंगून में है। बहादुर शाह जफर की मौत साल 1862 में 89 साल की उम्र में हुई थी और उन्हें ब्रिटिश हुकूमत ने म्यांमार के सबसे बड़े शहर यंगून में ही दफना दिया था।
बागान शहर
बागान म्यांमार में स्थित एक प्राचीन शहर है। यहीं पर है प्रसिद्ध बौद्ध धार्मिक स्थल आनंद मंदिर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आये। भारतीय पुरातत्व सर्वे ने आनंद मंदिर की मरम्मत के लिए सरहानीय काम किया है। ये अनेक शानदार मंदिरों का घर है। कुछ शानदार प्राचीन मंदिरों का नजारा बागान में सभी आकर्षणों को पीछे छोड़ देता है। यहां पर घास के विशाल मैदान हैं जहां बौद्धों के शानदार मठ हैं। यहां के भव्य स्मारक म्यांमार के शासकों की धर्मनिष्ठता का प्रमाण हैं। यहां अनेक पगोडे यानि बौद्ध स्तूप हैं। आनंद मंदिर के अलावा थाबिन्यू मंदिर भी देखने लायक है।
इनले झील
म्यांमार में इनले झील भी एक प्रमुख आकर्षण है। खूबसूरत पहाड़ियों के बीच यह विशाल ताजे पानी की झील चावल के खेतों से घिरी है। इस झील की एक खासियत पैरों से नौकाएं खेने वाले मछुआरे हैं। इसके लिए वे एक विशेष चप्पू का प्रयोग करते हैं जिसे अपनी एक टांग से धक्का देकर वे नावों को आगे बढ़ाते हैं। इनले झील अपने तैरते द्वीपों पर बाग-बगीचों और तैरते गांवों के लिए जानी जाती है। यहां के रंगबिरंगे तैरते बाजार आकर्षण का केन्द्र हैं।
ताऊंगकालत मठ
पोपा पर्वत के पास ही एक और पहाड़ पर पोपा ताऊंगकालत मठ है। ऊंचाई पर बने इस अद्भुत मठ से चारों ओर के मैदानों का प्रकृति का शानदार नजारा दिखाई देता है। यहां पहुंचने के लिए 777 सीढ़ियां चढ़ कर जाना होता है।
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