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लिट्टी-चोखा, ठेकुआ और घुंघुनी का असली स्वाद तो झारखंड में ही चखने को मिलता है

झारखंड का खान-पान बिहार से बहुत ही मिलता-जुलता है। लिट्टी-चोखा से लेकर घुंघनी तक का स्वाद यहां आकर चखा जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं मुंबई से अलग यहां भी एक चौपाटी है?

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 10:05 AM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 10:30 AM (IST)
लिट्टी-चोखा, ठेकुआ और घुंघुनी का असली स्वाद तो झारखंड में ही चखने को मिलता है
लिट्टी-चोखा, ठेकुआ और घुंघुनी का असली स्वाद तो झारखंड में ही चखने को मिलता है

झारखंड में खाने-पीने के लिए तमाम अच्छे होटल और रेस्टोरेंट हैं। स्ट्रीट फूड में इडली-डोसा, पानी बताशे, पापड़ी हर चौक-चौराहे पर मिल जाते हैं। दक्षिण भारतीय फूड यहां के आम लोगों की रोजमर्रा की पसंद बन चुका है। क्योंकि यहां बड़ी संख्या में केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक के लोग रहते हैं। यहां के स्थानीय खाने में सबसे ज्यादा पॉप्युलर है लिट्टी-चोखा, जिसे जरूर चखें। सुबह से लेकर शाम तक यहां के बाजार खाने-पीने के स्टॉल्स से सजे रहते हैं। मतलब आपको किसी खास डिश के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। तो किन चीज़ों का स्वाद झारखंड आकर लेना न भूलें जानेंगे इनके बारे में...
झारखंड की मशहूर और पसंदीदा डिशेज़
लिट्टी-चोखा
झारखंड में बौद्ध धर्म मानने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है जिसकी वजह से यहां के खान-पान में वेजिटिरियन डिशों की वैराइटी ज्यादा देखने को मिलती है। लिट्टी यहां का सबसे पसंदीदा भोजन है जिसे लोग सुबह नाश्ते से लेकर दोपहर और रात में भी खा सकते हैं। इसे और भी स्वादिष्ट बनाने का काम करते हैं इसके साथ परोसा जाने वाला बैंगन का भर्ता(चोखा), दही, चटनी और पापड़।

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ठेकुआ
ठेकुआ वैसे तो बिहार की डिश है लेकिन आप इसका स्वाद झारखंड में भी चख सकते हैं। ये स्वीट डिश है जो यहां मनाए जाने वाले खास पर्व छठ में प्रसाद के रूप में बनाया जाता है लेकिन त्योहारों से अलग भी दुकानों और गलियों में ठेकुआ खाया जा सकता है। सिर्फ आटे और चीनी से तैयार की जाने वाली डिश का स्वाद एक बार खाने के बाद भूल नहीं पाएंगे ये तय है। 
छिलका रोटी
झारखंड पहले बिहार का ही हिस्सा था और बिहार में चावल और चावल से बनने वाली डिशेज़ बहुत चाव से खाया जाता है। छिलका रोटी उन्हीं खास और पसंदीदा डिशेज़ में से एक है जो चावल के आटे और बेसन से तैयार किया जाता है और खासतौर से त्योहारों, पूजा-पाठ के दौरान। देखने में ये काफी हद तक डोसे और चीले जैसा होता है लेकिन स्वाद में काफी अलग। इस रोटी को चना दाल चटनी के साथ खाया जाता है।

बैंबू शूट्स
जी हां, बैंबू शूट्स को भी यहां स्वाद और सेहत दोनों के लिए लोग खाते हैं। हल्का मीठा और यूनिक टेस्ट लिए हुए बैंबू शूट्स को झारखंड निवासी सब्जियों में इस्तेमाल करते हैं। यहां आकर इसे जरूर ट्राय करें।

धुसका
धुसका का स्वाद आपको झारखंड की गलियों में ही नहीं लगभग हर एक घर में भी चखने को मिल सकता है। ये ब्रेकफास्ट डिश है जो चावल-दाल के घोल से तैयार की जाती है और काले चने की ग्रेवी वाली सब्जी के साथ सर्व की जाती है। ब्रेकफास्ट में जितने न्यूट्रिशन की जरूरत होती है उतना आप इस डिश को खाकर आसानी से ले सकते हैं। स्वाद और सेहत के जबरदस्त कॉम्बिनेशन वाली इस डिश को भी टेस्ट करना न भूलें।

रुगरा
इसका स्वाद मशरूम जैसा होता है और खाने में बहुत ही स्वादिष्ट। रुगरा देसी सब्जी है जो प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होती है। इस हेल्दी डिश को यहां मॉनसून सीज़न में खासतौर से बनाया जाता है। स्थानीय निवासी इसे अलग-अलग तरह के मसालों से तैयार करते हैं जिसकी यहां बहुत डिमांड है।

हंडिया
ये चावल से तैयार की जाने वाली बियर है जिसे स्थानीय समुदायों के लोग बनाते हैं। 20-25 जड़ी-बूटियों वाले एक टैबलेट को पके हुए चावल में अच्छे से मिक्स कर उसे खमीर उठने के लिए छोड़ दिया जाता है। एक हफ्ते में ये पूरी तरह से तैयार होती है।

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