बिहार ही नहीं, स्कॉटलैंड में भी है मिनी पटना, जानें क्या है खास बात
बिहार दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है. इसी दिन ब्रिटिश सरकार ने 1912 में बंगाल प्रेजिडेंसी से अलग बिहार प्रदेश का गठन किया था.
कहते हैं हर देश की अपनी संस्कृति होती है. वहीं बात करें भारत की, तो यहां विविध संस्कृति मिलकर देश को एक पहचान देती है. आज बिहार में जगह-जगह बिहार उत्सव मनाया जा रहा है. बिहार में बिहार उत्सव के साथ दुनिया का एक देश ऐसा भी है, जहां पर मिनी पटना बसता है. दरअसल, स्कॉटलैंड में एक ऐसा गांव है, जिसे पटना के नाम से जाना जाता है. आज बिहार दिवस पर यहां भी उत्सव मनाया गया. आइए, जानते हैं क्या है इस पटना में खास.
ऐसे नाम पड़ा पटना
स्कॉटलैंड के राजनीतिज्ञ विलियम फुलरटन ने 19वीं सदी में स्कॉटलैंड के इस कस्बे की नींव रखी थी और इसका नाम पटना रखा गया. इसके पीछे का कारण भी कम दिलचस्प नहीं है. फुलरटन का जन्म भारत के बिहार की राजधानी पटना शहर में हुआ था. उनके पिता पटना में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी एक सैन्य अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे.
स्कॉटलैंड लौटने के बाद अपने एस्टेट के कोलफिल्ड्स में काम करने वाले मजदूरों को हाउसिंग सुविधा मुहैया कराने के दौरान उन्होंने इस गांव की स्थापना की. खास बात ये है कि इस कस्बे के एक-एक निवासी को मालूम है कि उनके कस्बे का नाम भारत के बिहार की राजधानी पटना के नाम पर रखा गया है.साल 1964 तक तो इस शहर में एक पटना रेलवे स्टेशन भी हुआ करता था, जिसे बाद में ध्वस्त कर दिया गया.
बिहार दिवस में क्या रहा खास
बिहार दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है. इसी दिन ब्रिटिश सरकार ने 1912 में बंगाल प्रेजिडेंसी से अलग बिहार प्रदेश का गठन किया था. प्राचीन मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलीपुत्र को ही पटना के नाम से जाना जाता है. इस कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें छठ पूजा, समा चकेवा, तीज, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और गुरू गोविंद सिंह के बारे में जानकारी के अलावा बिहार के दूसरे बड़े पर्वों की झलक दिखाई गई थी.
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