Jain Temple in Bihar: जैन धर्म के तीर्थंकर के दर्शन और आशीर्वाद हेतु बिहार की इन जगहों की करें यात्रा
Jain Temple in Bihar जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पावापुरी बेहद पवित्र धार्मिक स्थल है। यह स्थल बोधगया अयोध्या बेथलहम और मक्का मदीना के समतुल्य है। जैन धर्म गुरुओं की मानें तो पावापुरी में महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई है।

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Jain Temple in Bihar: इतिहास के पन्नों को पलटने से पता चलता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी हर्यक वंश के समकालीन थे। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म ईसा पूर्व 599 वर्ष में वैशाली गणतंत्र के कुण्डग्राम में हुआ था। उनके पिता जी का नाम सिद्धार्थ था, जो इक्ष्वाकु वंश के क्षत्रिय राजा थे। वहीं माता जी का नाम त्रिशला था। हालांकि, इतिहासकारों में जैन धर्म के समय को लेकर मतभेद है। जैन धर्म ग्रंथों से पता चलता है कि जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हैं। इनमें प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव और अंतिम तीर्थंकर वर्धमान महावीर हैं। हर्यक वंश के समकालीन होने की वजह से बिहार में जैन धर्म के कई पवित्र धार्मिक स्थल हैं। अगर आप जैन धर्म के तीर्थंकर का दर्शन कर उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो बिहार की इन जगहों को जरूर एक्सप्लोर करें। आइए जानते हैं-
नालंदा, पावापुरी
जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पावापुरी बेहद पवित्र धार्मिक स्थल है। यह स्थल बोधगया, अयोध्या, बेथलहम और मक्का मदीना के समतुल्य है। जैन धर्म गुरुओं की मानें तो पावापुरी में महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई है। पावापुरी में जल मंदिर है, जो बेहद खूबसूरत है। आप जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर के दर्शन और आशीर्वाद हेतु नालंदा जरूर जाएं।
बांका, बिहार
अगर आप तीर्थ यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो बिहार के बांका जिले में स्थित मदरांचल देखने जरूर जाएं। इस पहाड़ के शीर्ष पर जैन धर्म मंदिर है। बड़ी संख्या में जैन धर्म के अनुयायी तीर्थंकर दर्शन के लिए मंदार आते हैं। इसके अलावा, पास में स्थित बौंसी में भी कई जैन मंदिर हैं। आप बौंसी की भी यात्रा कर सकते हैं। जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी को यहीं ज्ञान प्राप्त हुआ था।
वैशाली
जैन धर्म में 24 तीर्थंकर महावीर स्वामी का यह जन्मस्थली है। इसके लिए जैन धर्म के अनुयायी वैशाली जरूर जाते हैं। अगर आप भी तीर्थ पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो वैशाली जरूर जाएं। महात्मा बुद्ध तीन बार वैशाली आए। वैशाली स्थित कुण्डग्राम में जैन धर्म के 24 तीर्थंकर महावीर स्वामी का भव्य मंदिर है। आप तीर्थंकर स्वामी के दर्शन कर आशीर्वाद पा सकते हैं।
चम्पापुरी
जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी का जन्म भागलपुर के चंपावती में हुआ था। वहीं, ज्ञान मंदार में हुआ था। आप जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर के दर्शन के लिए भागलपुर स्थित चम्पापुरी जा सकते हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक चम्पापुरी भगवान वासुपूज्य के दर्शन हेतु चम्पापुरी आते हैं।
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