श्रीनगर की खूबसूरती में चार चांद लगाते ट्यूलिप फेस्टिवल में इस बार क्या है अलग, जानें यहां
श्रीनगर में हर साल होने वाला ट्यूलिप फेस्टिवल देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करने का बेहतरीन माध्यम है। 1 अप्रैल से शुरू हो रहे इस फेस्टिवल में क्या होगा खास जानेंगे इसके बारे में।
कश्मीर का ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा गार्डन है। जो तीन लेवल पर बनाया गया है। जहां हर साल कश्मीर टूरिज्म बोर्ड द्वारा ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। जिसमें आप एक या दो नहीं बल्कि 46 प्रकार के ट्यूलिप देख सकते हैं। गर्मियों की शुरूआत के साथ ही शुरु हो चुका है घूमने-फिरने का दौर भी। तो अगर आप अभी जगहों डेस्टिनेशन को लेकर कनफ्यूज़ हैं तो ट्यूलिप फेस्टिवल में शामिल होने का बनाएं प्लान। जिसे देखने देश ही नहीं विदेशों से भी सैलानी आते हैं। जानेंगे फेस्टिवल से जुड़ी और बातें।
कब शुरु हो रहा है फेस्टिवल
ट्यूलिप फेस्टिवल की शुरूआत 1 अप्रैल 2019 से हो रही है और इसका समापन 30 अप्रैल को होगा।
कहां होगा फेस्टिवल का आयोजन
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन में हर साल इस फेस्टिवल का आयोजन होता है। जो श्रीनगर टूरिज्म के साथ-साथ फूलों की खेती को भी बढ़ावा देने का बेहतरीन जरिया है।
क्या है खास इस ट्यूलिप फेस्टिवल में
हर बार इस फेस्टिवल में कुछ अलग और खास देखने को मिलता है। ट्यूलिप के अलावा और भी कई तरह के फूल देखने को मिलेंगे। लोगों को आकर्षित करने के लिए फेस्टिवल में फ्री वाई-फाई की भी सुविधा मिल रही है।
कमल, गुलाब और नरगिस के फूलों की भी वैराइटी देखने को मिलेगी। फेस्टिवल में शामिल होकर आप लजीज़ कश्मीरी व्यंजनों का भी स्वाद ले सकते हैं और हैंडीक्राफ्ट्स की शॉपिंग भी कर सकते हैं।
आसपास घूमने वाली जगहें
ट्यूलिप फेस्टिवल के दौरान श्रीनगर की खूबसूरती अपने चरम पर होती है जिसे पूरा घूमने और इसकी फोटोज़ लेने में ही वक्त कैसे निकल जाता है इसका पता ही नहीं लगता। अगर आप खासतौर से ट्यूलिप फेस्टिवल का ही हिस्सा बनने गए हैं और 3 से 4 दिन का वक्त है तो आसपास और भी कई सारी घूमने लायक जगहें हैं। जानते हैं इनके बारे में...
चश्मे शाही गॉर्डन
कश्मीर की खूबसूरती का एक और करिश्मा चश्मे शाही गार्डन आकर देखा जा सकता है। जहां प्रकृति अपनी बांहें फैलाकर वसंत ऋतु का स्वागत करती है ऐसा लगता है।
परी महल
पहले यह एक बौद्ध मोनेस्ट्री हुआ करती थी जिसे अब महल में बदल दिया गया है।
शंकराचार्य मंदिर
1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित चारों ओर से बर्फ की चादर ओढ़े इस मंदिर को देखना अच्छा अनुभव रहेगा।
डल लेक
डल लेक की खूबसूरती के बारे में बचपन से किताबों में पढ़ते और तस्वीरों में देखते आ रहे हैं तो श्रीनगर जाकर इसे साक्षात देखना तो बनता है।
निशात गार्डन
ट्यूलिप गार्डन से 3.2 किमी की दूरी पर बसा ये गार्डन भी खूबसूरती का भंडार है। चारों ओर फैले साइप्रस और चिनार के पेड़, एक-दूसरे के साथ अठखेलियां करते हुए तरह-तरह के फूल और उनपर बरसते फव्वारे, कुछ ऐसा होता है यहां का नज़ारा।
मुगल गार्डन
निशात बाग, शालीमार बाग और चश्मे-ए-शाही के मिलान पर स्थित है ये गार्डन, जहां सैलानियों की भीड़ हर समय एक समान ही होती है।
शालीमार बाग
मुगल शासक जहांगीर द्वारा बनाया गया दूसरा आलीशान बाग। बाग की खूबसूरती में चार चांद लगाती है यहां की गई कलाकारी।
नागिन लेक
डल लेक के अलावा श्रीनगर की इस झील को भी देखने का वक्त जरूर निकालें।
लोकल मार्केट्स
श्रीनगर के पशमीना शॉल, कालीन, गर्म कपड़े और लैदर के सामान की खरीददारी करनी हो तो स्थानीय बाजार से बेहतर और कोई दूसरी जगह हो ही नहीं सकती।
कैसे पहुंचे
श्रीनगर एयरपोर्ट से ट्यूलिप गॉर्डन तक पहुंचना बहुत ही आसान है। एयरपोर्ट पर मौजूद टैक्सी और बसों द्वारा यहां तक पहुंचा जा सकता है।
एंट्री फीस
बच्चों के लिए- 25 रुपए
बड़ों के लिए- 50 रुपए
टाइमिंग
सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक कभी भी यहां जा सकते हैं।