Bhopal Famous Food: इन लजीज़ और मुंह में घुल जाने वाले जायकों को चखे बिना अधूरा है भोपाल का सफर
Bhopal Famous Food भोपाल बहुत ही खूबसूरत शहर है जहां घूमने-फिरने के ढेरों ऑप्शन्स मौजूद है लेकिन घूमने के साथ-साथ अगर आपको खाने-पीने का भी शौक है तो यहां आकर इन जायकों को चखना न भूलें जो देश-विदेश में मशहूर हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क, Bhopal Famous Food: भोपाल तहजीब और रवायत का शहर है। यहां के जायके भी लाजवाब हैं। किसी भी शहर के जायके का लुत्फ उठाना हो तो उस शहर के पुराने इलाके का रूख जरूर करें। कहने का मतलब यहां यह है कि आपको पुराने लोगों के किस्से-कहानियां सुनने को तो मिलेंगे, साथ ही साथ भोपाल के कुछ भूले-बिसरे स्वाद से भी रूबरू हो पाएंगे। यहां के पुराने भोपाल की तंग गलियों में जाते ही अफगानी क्यूज़ीन की खुशबू आपको अपना दीवाना बना देगी। तो क्या है यहां खास, जरा डाल लें इस पर एक नजर...
नमक वाली चाय
आज भोपाल की पहचान बन चुकी है। शाम ढलते ही पुराने भोपाल में सालों पुरानी चाय की कुछ टपरियों पर भीड़ उमड़ पड़ती है और शुरू हो जाता है चुस्कियों का दौर, जो आधी रात तक चलता है।
नॉन- वेजिटेरियन्स जायके
भोपाली गोश्त कोरमा
यहां जहांगीराबाद का भोपाली गोश्त कोरमा हो या मसालों में लिपटे सिलबट्टे से कूट-कूटकर तैयार किया कच्चा कबाब या मटर रोगन जोश का शोरबा हो, बिरयानी पिलाफ या हो मटन रज़ाला का स्वाद। ये सभी चीज़ें नवाबों का व्यंजन रही हैं। वे इसे ज्यादातर महलों में जश्न होने पर खाना पसंद करते थे। भोपाली गोश्त कोरमा की उत्पत्ति भोपाल से ही हुई है। इसे खड़े मसाले की तीखी ग्रेवी में बनाया जाता है और बटर रोटी व कटे हुए प्याज के साथ गर्मागर्म परोसा जाता है।
बिरयानी
बिरयानी खाने के शौकीन लोगों को यहां का जायका बहुत पसंद आएगा। भोपाली बिरयानी में मटन मुख्य मांस है, लेकिन चिकेन भी इसमें दिखता है। रोगन जोश फारसी मूल का एक सुगंधित लैंब मीट से बना व्यंजन है, जो कश्मीरी व्यंजनों की सिग्नेचर डिश में से एक है, लेकिन भोपालियों को भी यह काफी पसंद है इसलिए अब रोगन जोश इस शहर की पहचान बन चुका है।
नल्ली निहारी
यहां की नल्ली निहारी को करीब 8 घंटे में तैयार किया जाता है, इसमें तीन घंटे का दम लगाया जाता है। इसकी ग्रेवी को बेसिक मसालों के साथ पकाया जाता है। नवाबी दौर के खानपान में नॉनवेज ज्यादा परोसा जाता था इसलिए भोपाल के चर्चित खाने की खासियत प्रमुख तौर पर आज भी नॉनवेज ही है।
वेजिटेरियंस के लिए भी है काफी कुछ
पोहा-जलेबी
पूरी दुनिया में मशहूर है ये डिश। इसे आलू पोहा के नाम से भी जाना जाता है। मध्य प्रदेश के पोहा का स्वाद चखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यह स्वाद में थोड़ा मीठा होता है इसलिए यह दूसरे जगह के पोहे से अलग होता है। इसे बारीक कटे प्याज, रतलामी सेव, मूंगफली और ऊपर से जलेबी रखकर परोसा जाता है।
भुट्टे की कीस
यह रेसिपी मकई से तैयार होती है। पहला यह है कि यह सेहत के लिए अच्छी है और दूसरी खासियत है कि इस व्यंजन का स्वाद बहुत ही लाजवाब है, जो मध्य प्रदेश के बाहर आसानी से नहीं मिलता।
दाल व मक्के के पानिये
यह देसी डिश है जो साउथ राजस्थान और मध्य प्रदेश के मालवा में प्रचलित है। दाल पानिये अलीराजपुर क्षेत्र का एक पारंपरिक भोजन है जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पसंद किया जाता है। तुवर, चना, उड़द, मूंग दाल का उपयोग कर इसे तैयार करते हैं।
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