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    Parenting Tips: बच्चों के दब्बू नेचर की वजह हो सकती हैं पेरेंट्स की ये आदतें, आप भी तो नहीं करते ये गलतियां?

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Thu, 08 Jun 2023 11:20 AM (IST)

    Parenting Tips पेरेंट्स होना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है जिसमें किसी भी तरह की लापरवाही या जबरदस्ती बच्चों के मानसिक सेहत को कर सकती है प्रभावित। आपकी कुछ आदतें बच्चों को बना सकती हैं डरपोक नेचर का। जानेंगे यहां इनके बारे में।

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    Parenting Tips: पेरेंट्स की इन आदतों से बच्चे बनते हैं डरपोक

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Parenting Tips: अगर आपका बच्चा डरा-डरा सा रहता है, लोगों से घुलने-मिलने में कतराता है, कॉन्फिडेंस की भी कमी...तो उसके इस नेचर के पीछे कोई और नहीं बल्कि खुद उसके पेरेंट्स जिम्मेदार होते हैं। जी हां, माता-पिता की कुछ आदतों के चलते बच्चा सोशल इंटरेक्शन से घबराता है और ज्यादातर उसे अवॉयड करता है। धीरे-धीरे ये समस्या उसके मेंटल हेल्थ को प्रभावित करने लगती है। जिससे बच्चा दब्बू नेचर का बन जाता है। बच्चों पर बहुत ज्यादा सख्ती उसे कमजोर और डरपोक बनाने का काम करती है। 

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    तो आइए जानते हैं पेरेंट्स की इन आदतों के बारे में, जिससे अगर आप भी कर रहे हैं ये गलतियां, तो तुरंत करें इसमें सुधार।

    बहुत ज्यादा पाबंदियां लगाना

    हर बात में रोकटोक, बेवजह की पाबंदियों से बच्चे चिड़चिड़े हो जाता है साथ ही उनका कॉन्फिडेंट भी कम होते जाता है। जिस वजह से वो डरपोक हो जाते हैं। डरपोक नेचर वाले बच्चे खुलकर अपनी बात नहीं कह पाते, जिससे उन्हें बचपन ही नहीं, बड़े होने के बाद भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 

    बच्चे की दूसरे बच्चों के साथ तुलना करना

    ये एक दूसरा बड़ा कारण है बच्चों के दब्बू नेचर के पीछे। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो तुरंत इसे बदलें। ऐसा करके आप आप अपने बच्चे को डरपोक बना रहे हैं। ऐसा करने से बच्चों में जलन की भावना पैदा होने लगती है। आप जब दूसरे बच्चे की तारीफ अपने बच्चे के सामने करते हैं, तो उन्हें लगता है कि वो किसी काबिल नहीं। अंदर ही अंदर घुटने लगते हैं जिससे उनका नेचर झगड़ालू और डरपोक हो जाता है। 

    बच्चों के साथ मार-पीट करना

    बच्चों को प्यार से समझाकर जो चीज़ें करवा सकते हैं वो मारपीट से नहीं। लेकिन पेरेंट्स में अब पेशेंस नहीं रह गया है उन्हें लगता है मारपीट से बच्चों को तुरंत कंट्रोल किया जा सकता है। हो सकता है आप उन्हें कंट्रोल कर लें लेकिन इसके साथ ही आप बच्चों को डरपोक भी बना रहे हैं। बच्चों को उनकी गलतियां बताएं और कैसे सुधार कर सकते हैं इसके बारे में भी। 

    Pic credit- freepik