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    बच्चों को सिखाएं यह 5 आध्यात्मिक आदतें, कम उम्र में ही बनेंगे संस्कारी- हर जगह होगी तारीफ

    अध्यात्मिक गुण देना बच्चों के लिए काफी अहम है। क्योंकि अध्यात्म से जुड़कर बच्चों के भीतर परोपकार करने की लालसा जागती है। वहीं उनका दिल में भी दयालुता प्रवेश करती है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपने बच्चों को बचपन से ही अध्यात्म से जोड़ें और उन्हें अच्छे संस्कार दें ताकि उनके लिए जीवन में इसकी महत्वता बरकरार रहे।

    By Mohammed Ammar Edited By: Mohammed Ammar Updated: Fri, 20 Dec 2024 04:12 PM (IST)
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    अच्छी आदतें सिखाकर आप कम उम्र में ही बच्चों को अध्यात्म से जोड़ सकते हैं। ( Pic Courtesy : Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बच्चों को कम उम्र में ही अच्छे संस्कार हर माता पिता देना चाहते हैं। बच्चों की परवरिश अच्छी हो और वह आगे चलकर संस्कारी कहलाएं यह भी हर माता पिता का सपना होता है।

    (इसलिए मां बाप बच्चों को शुरुआत से ही धार्मिक शिक्षा भी देते हैं ताकि उनके बच्चे बड़ों का आदर करें और सभ्य रूप से जीवन बिताएं। लेकिन आज हम आपको 5 आध्यात्मिक आदतों के बारे में बताएंगे जिन्हें आप अपने बच्चों को सिखाकर उन्हें अच्छे रास्ते पर चलने को अग्रसर कर सकते हैं। 

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    आभार व्यक्त करना सिखाएं 

    अपने बच्चों को आभार व्यक्त करने वाला बनाएं। यह एक ऐसी आदत है जो दूसरों के दिलों में आपके लिए प्रेम और सम्मान दोनों बढ़ाती है। साथ ही आभार व्यक्त करने से आप सामने वाले को बेहतर फील कराते हैं। बच्चों को सिखाएं कि उनके साथ कोई भी व्यक्ति भलाई करे, उन्हें टॉफी, खिलौने या गिफ्ट दे तो वह उसको थैंक्यू जरूर बोलें। 

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    बच्चों को बनाएं दयालु

    कहते हैं कि बच्चों के दिल मासूम होते हैं। बच्चों के दिलों में जो मासूमियत है उसे बरकरार रखने के लिए बच्चों को दयालुता सिखाएं। यह एक ऐसी आध्यात्मिक आदत है जो बच्चों को काफी सरल और दयावान बनाती है। अपने बच्चों को दयालुता के छोटे-छोटे पाठ पढ़ाएं। जैसे पशु-पक्षियों पर दया दिखानी है। किसी पेड़ पौधे को नहीं तोड़ना है। इन छोटी-छोटी आदतों से आप बच्चों के दिल में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। 

    माइंडफुलनेस का सिखाएं Lesson

    यह दुनिया डिस्ट्रेक्शन से भरी हुई है। यहां माइंडफुलनेस रहना और हर पल में मौजूद रहना भी बड़ी कला है जो हर किसी को नहीं आती। इसलिए यह कला हर किसी को नहीं आती। आप अपने बच्चों को माइंडफुलनेस रहने को लेकर काफी तरीके सिखा सकते हैं। इसमें गहरी सांस लेना, जब कोई बात करे तो उसकी बात को गौर से सुनना और आंखें बंद करके प्राकृति को कुछ देर महसूस करना शामिल है। 

    माफ कर देना का पढ़ाएं पाठ

     माफ कर देना आसान नहीं होता यह जानते हुए भी कि सामन वाले व्यक्ति ने गलती की है। लेकिन एक बार मन पर कंट्रोल कर लें तो यह बहुत आसान है। बच्चों को माफ करने की कला सिखाएं उन्हें बताएं कि माफ करने वाला बदला लेने वाले से बड़ा होता है। बच्चों को बताएं कि माफी दयालु लोग ही दे सकते हैं। 

    सिखाएं अध्यात्मिक आदतें सिखने की ललक

    हर बच्चे के ज़हन में दुनिया को लेकर तमाम सवाल हैं। इन सवालों को अध्यात्म से जोड़ें। मसलन आप बच्चों से पूछें कि आपको क्या लगता है यह दुनिया इतनी खूबसूरत क्यों है? बच्चों से पूछें कि आपको क्या लगता है कि लोग एक दूसरे की मदद क्यों करते हैं? बच्चों को अध्यात्म से जुड़ी नई परंपराएं भी बताएं ताकि उन्हें अधिक कुछ जानने का मौका मिले। 

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