Self Identity: दूसरों के लिए कभी न बदलें अपनी 8 आदतें, खुद से नजरें मिलाना भी हो जाएगा मुश्किल
कई बार लोग आपको ऐसी आदतें छोड़ने के लिए कह सकते हैं जो आपकी पर्सनैलिटी (Self Identity) का अहम हिस्सा हैं लेकिन अगर आपने अपनी ये आदतें बदल दीं तो एक दिन खुद से ही सवाल करने लगेंगे- क्या मैं सच में वही इंसान हूं जो मैं बनना चाहता/चाहती थी? आइए जानें ऐसी 8 आदतें (Habits You Should Never Change) जिन्हें दूसरों के लिए कभी नहीं बदलना चाहिए।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Habits You Should Never Change: अक्सर लोग हमें बदलने की कोशिश करते हैं- कभी उनकी पसंद के हिसाब से तो कभी समाज के दबाव में! ऐसे में, क्या आपको पता है कि हर बार दूसरों को खुश करने के चक्कर में हम खुद को खो देते हैं?
आपको यह तय करना होगा कि खुद को खुश रखना ज्यादा जरूरी है या दुनिया को? क्योंकि अगर आप बार-बार दूसरों की अपेक्षाओं के अनुसार खुद (Self Identity) को बदलते रहेंगे, तो एक दिन आईने में खड़े होकर खुद से नजरें मिलाने (Self Respect) में भी हिचकिचाहट होगी। इसलिए, चाहे कोई कुछ भी कहे, ये 8 आदतें (Never Change These Habits for Others) कभी न छोड़ें! आइए आपको बताते हैं।
दूसरों के लिए कभी न बदलें 8 आदतें (Habits You Should Never Change for Anyone)
अपनी प्रायोरिटीज को पहले रखना
कई बार लोग आपको स्वार्थी कहेंगे अगर आप अपनी जरूरतों को दूसरों के आगे रखते हैं, लेकिन याद रखें, खुद को प्रायोरिटी देना सेल्फ-लव है, सेल्फिशनेस नहीं। अगर आप अपनी खुशियों और जरूरतों को नजरअंदाज करेंगे, तो धीरे-धीरे अंदर ही अंदर खोखले होते जाएंगे।
सीख: दूसरों की मदद करें, लेकिन खुद को पीछे न करें।
अपने सपनों और जुनून को मत छोड़िए
- "इतनी बड़ी उम्र में नया करियर शुरू करोगे?"
- "इसमें पैसा नहीं है, कोई और काम देखो!"
आपने भी ये बातें सुनी होंगी, लेकिन सवाल यह है- क्या आप अपनी जिंदगी दूसरों के हिसाब से जीना चाहते हैं? अगर आपके अंदर किसी चीज का जुनून है, तो उसे मत मारिए।
सीख: अपने सपनों की कद्र करें, वरना बाद में पछतावा होगा।
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‘ना’ कहना सीखिए
- लोग हमेशा चाहते हैं कि आप उनकी बात मानें, उनके लिए वक्त निकालें, उनके हिसाब से चलें। मगर क्या वे आपके लिए भी ऐसा करते हैं?
- अगर नहीं, तो ‘ना’ कहने में हिचकिचाहट कैसा?
सीख: हर चीज के लिए 'हां' कहना जरूरी नहीं, अपनी सीमाएं तय करें।
अपने नैतिक मूल्यों से न करें समझौता
कई बार हालात आपको मजबूर कर सकते हैं कि आप झूठ बोलें, चीटिंग करें, गलत काम करें, लेकिन अगर एक बार आपने अपने मूल्यों से समझौता किया, तो फिर खुद से नजरें मिलाना मुश्किल हो जाएगा।
सीख: सही के लिए डटे रहिए, भले ही पूरी दुनिया आपके खिलाफ हो!
मेंटल पीस को रखें ऊपर
- अगर कोई चीज, कोई रिश्ता या कोई इंसान आपकी मानसिक शांति को खत्म कर रहा है, तो उससे दूर होना ही बेहतर है।
- लोग कहेंगे कि "इतना मत सोचो, सब ठीक हो जाएगा!" लेकिन अगर आप खुद खुश नहीं हैं, तो क्या फायदा?
सीख: खुद को नेगेटिव चीजों और लोगों से बचाएं, अपनी खुशी को अहमियत दें!
पर्सनल स्पेस से समझौता न करें
- हर इंसान को अपनी प्राइवेसी और अकेले वक्त बिताने का हक होता है।
- अगर कोई आपको बार-बार कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा है, आपकी हर चीज में दखल दे रहा है, तो यह सही नहीं है।
सीख: पर्सनल स्पेस की कद्र करें, दूसरों को यह सिखाएं कि आपकी ज़िंदगी आपके हिसाब से चलेगी।
अपनी अच्छाई और सादगी मत खोइए
- दुनिया आपको कहेगी- "बहुत ज्यादा अच्छे मत बनो, लोग फायदा उठाएंगे!"
- लेकिन क्या आपको भी उनके जैसा बन जाना चाहिए?
अगर आप दूसरों के प्रति विनम्र, दयालु और ईमानदार हैं, तो ये आपकी सबसे बड़ी ताकत है। दुनिया चाहे जैसी भी हो, आप अपनी अच्छाई बनाए रखें।
सीख: दुनिया बदल जाए, लेकिन आप अपनी इंसानियत मत छोड़िए।
अपनी खुद की पहचान बनाए रखें
- अगर लोग आपसे कहते हैं कि "ऐसे मत रहो, ऐसे मत बोलो, ऐसे मत सोचो", तो समझ जाइए कि वे आपको आपके असली रूप में नहीं स्वीकार कर पा रहे हैं।
- अगर आप खुद को बदलते चले जाएंगे, तो एक दिन खुद को पहचान भी नहीं पाएंगे।
सीख: दुनिया से अलग होना गलत नहीं है, अपनी पहचान को बनाए रखें।
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