प्यार तो है, फिर भी एक घर में नहीं रहते LAT कपल्स! भारत में बढ़ रहा Living Apart Together का ट्रेंड
आजकल रिलेशनशिप से जुड़े कई सारे ट्रेंड्स आए दिन सामने आते रहते हैं। इन्हीं ट्रेंड्स में से एक लिविंग अपार्ट टूगेदर है। यह इन दिनों भारत में भी काफी चलन में है। लिविंग अपार्ट टूगेदर (Living Apart Together trend India) कई कपल्स को पसंद आ रहा है क्योंकि इससे उनके रिश्ते को काफी फायदा मिल रहा है। आइए जानते हैं क्या है रिलेशनशिप का यह नया ट्रेंड और इसके फायदे-नुकसान।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। किसी से रिश्ता जोड़ना जितना आसान होता है, उतना ही मुश्किल उस रिश्ते को निभाना होता है। इन दिनों जिस तरह लोगों की लाइफस्टाइल और पसंद बदलती जा रही है, रिश्तों को निभाने का तरीका और उनके मायने भी बदलते जा रहे हैं। आजकल रिलेशनशिप से जुड़े कई सारे ट्रेंड्स आए दिन सामने आते रहते हैं। इन्हीं ट्रेंड्स में से एक लिविंग अपार्ट टूगेदर (Living Apart Together Trend) है। इस नए ट्रेंड के बारे में जानने के लिए हमने सीनियर साइकोलॉजिस्ट मोनिका शर्मा से बातचीत की। आइए जानते हैं इसके बारे में सब विस्तार से-
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क्या है लिविंग अपार्ट टूगेदर (LAT)?
लिविंग अपार्ट टूगेदर (LAT) एक ऐसा ट्रेंड है, जिसमें एक कपल रोमांटिक रिश्ते में होने के बावजूद साथ न रहकर अलग-अलग जगहों पर रहना पसंद करते हैं। इस ट्रेंड को फॉलो करने वाले कुछ कपल्स बिल्डिंग में अलग-अलग अपार्टमेंट में रहते हैं, तो कुछ अलग-अलग एरिया में रहते हैं। वहीं, कुछ कपल्स तो ऐसे भी होते हैं, जिनमें से एक शहर में और दूसरा पार्टनर शहर के पास किसी उपनगर में शांति से रहता है।
हालांकि, इस तरह रहने के कई सारे कारण होते हैं, जिसनें फाइनेंशियल से लेकर पर्सनल रीजन तक शामिल है। ज्यादातर कपल्स अपने रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए इस तरह रहना चुनते हैं।
क्यों बढ़ रहा LAT का यह चलन?
मौजूदा समय में LAT ट्रेंड कई कपल्स के लिए एक आकर्षक मॉडल है और यह तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में मॉर्डन सोसाइटी में इसके लगातार बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमे से कुछ मुख्य है-
- ऑटोनोमी की जरूरत: ऐसे लोग जो अपनी आजादी को बहुत महत्व देते हैं, उन्हें LAT आकर्षक लगता है, क्योंकि वे अलग-अलग घरों में रहते हैं। इससे हर एक पार्टनर को अपनी जगह पर स्वतंत्रता होती है और जब भी वे चाहें, एकांत में समय बिता सकते हैं और साथ ही वे रोमांटिक रिश्ते के फायदे भी उठा सकते हैं।
- प्रोफेशनल डिमांड: कुछ लोग अपने-अपने करियर की कारण LAT (LAT couples trend) चुनते हैं। अगर वे दोनों एक ही शहर की अलग-अलग जगहों में नौकरी करते हैं, तो वे अपनी नौकरी को बनाए रखने और रिश्ते में रहने के लिए इस विकल्प चुन सकते हैं।
- पहले से मौजूद परिवार: अगर दोनों में से किसी एक या दोनों पार्टनर के पिछले रिश्तों से बच्चे हैं, तो कपल्स के लिए अलग-अलग जगहों पर रहना ज्यादा समझदारी भरा हो सकता है।
LAT रिलेशन चुनने के फायदे (LAT relationship benefits)
- अगल रहने का मतलब अपने घर को अपनी पसंद से मैनेज करना और अपने मुताबिक रहना होता है, जिससे अपनी लाइफ खुलकर जी सकते हैं।
- ऐसे में कपल, जो LAT को चुनते हैं, तो ज्यादा फोकस और खुले दिल से अपने रिश्ते को निभा पाते हैं और जी पाते हैं। उनका ध्यान एक-दूसरे पर होता है, न कि साथ रहने और रोजमर्रा के काम पर।
- LAT कपल्स को कम संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि LAT कपल्स अनबन या लड़ाई बढ़ने से पहले अपने घर वापस चले जाते हैं। इससे कपल एक-दूसरे को हर्ट किए बिना और शांत दिमाग से चीजें सुलझा पाते हैं।
- LAT कपल अपने पार्टनर के लिए क्रेव करते हैं और अपने रिश्ते में हमेशा स्पार्क महसूस करते हैं, जिससे काफी समय अलग रहने के बाद, जब वे एक साथ समय बिताते हैं और खुशी महसूस करते हैं।
LAT रिलेशन के नुकसान
- इस तरह रहना भले ही कई सारे फायदे पहुंचाता हो, लेकिन इसकी वजह से कई बार कुछ नुकसान भी होते हैं। इसकी वजह से दो घरों को संभालने के लिए फाइनेशिंयल समस्याएं हो सकती हैं।
- इसके अलावा यह कई बार मन में असुरक्षा भी भावना बढ़ा देता है। इसकी वजह से कभी-कभी ईर्ष्या, असुरक्षा और अकेलापन महसूस हो सकता है
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