Tips to Handle Rejection: रिजेक्शन मिलने पर बिल्कुल भी न हों निराश, इन टिप्स की मदद से करें इसे हैंडल
हम सभी के जीवन में कभी न कभी एक ऐसा दौर आता है जब हमें रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है। यह रिजेक्शन पर्सनल या प्रोफेशनल कुछ भी हो सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि निराश होने की बजाय हम इस दौर को अच्छी तरह हैंडल करें।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Tips to Handle Rejection: व्यक्ति के जीवन में कई ऐसे मोड़ आते हैं, जो उनके जीवन को पूरी तरह से बदल देता है। सफलता और असफलता जीवन के दो अहम पहलू हैं, जिसे हर किसी को स्वीकार करना आना चाहिए। लेकिन कई बार नाकामी या रिजेक्शन की वजह से लोग हिम्मत हार जाते हैं। वहीं, कई लोग ऐसे भी होते हैं जो इस रिजेक्शन की वजह से गलत चीजों का सहारा लेने लगते हैं, लेकिन ऐसा करना आपके पूरे जीवन के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। प्रोफेशनल या पर्सनल किसी भी तरह के रिजेक्शन को हैंडल कर आप एक बेहतर जीवन जी सकते हैं। अगर आप भी रिजेक्शन के दौर से गुजर रहे हैं और इसे हैंडल करने में आपको परेशानी हो रही है, तो यह टिप्स आपके काम आएंगे-
दोस्तों और परिवार के साथ बिताए समय
अक्सर रिजेक्शन मिलने पर लोग खुद को दूसरों से अलग कर अकेले रहना शुरू कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी उचित नहीं है। इसलिए कोशिश करें कि ऐसे हालात में आप अपने करीबियों, दोस्तों या परिवार वालों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। साथ ही किसी ऐसे से अपने दिल की बात साझा करें, जो आपके बेहद करीब है। इससे आपका मन हल्का होगा और रिजेक्शन को स्वीकार करने की हिम्मत मिलेगी।
सकारात्मक सोच रखें
अगर आपको नौकरी या किसी रिश्ते में रिजेक्शन मिला है, तो इसे सकारात्मकता के साथ लें। अपने मन में यह विचार बिल्कुल ना आने दे कि आप नकारा हैं। इसके विपरीत आप यह सोचे कि दुनिया में ऐसे कई काम और लोग हैं, जिन्हें आपकी जरूरत है। ऐसे विचार से न सिर्फ आपको हिम्मत मिलेगी, बल्कि नए सिरे से चीजें शुरू करने के लिए रास्ता और वजह दोनों मिलेगी।
खुद को बेहतर बनाएं
अक्सर लोग रिजेक्शन मिलने के बाद सामने वाले को इसके लिए जिम्मेदार ठहराने लगते हैं। खासकर प्यार के मामलों में मिली रिजेक्शन के बाद लोग खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं, ताकि वह सामने वाले को यह बता सके कि उन्होंने क्या खोया है। लेकिन याद रखें कि खुद को बेहतर बनाना हमेशा आपके लिए ही फायदेमंद होगा। इसलिए कोशिश करें कि किसी को दिखाने की बजाय खुद के लिए बेहतर बनने की कोशिश करें।
सामने वाले की भावनाओं को स्वीकार करें
रिजेक्शन मिलने पर सबसे ज्यादा जरूरी है कि सामने वाले की भावनाओं को स्वीकार किया जाए। खासतौर पर प्यार मामलों में अक्सर लोग रिजेक्शन मिलने पर बदला लेने पर उतारू हो जाते हैं या फिर निराश हो जाते हैं। लेकिन ऐसे हालात में यहां समझने की कोशिश करें कि सामने वाले की भावनाएं भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं, जितनी कि आपकी। इसलिए सामने वाले की भावनाओं का सम्मान करें और उसे स्वीकार करने की कोशिश करें।
Picture Courtesy: Freepik
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।