Resume Writing Tips: रिज्यूमे बनाते समय इन 6 बातों का रखें ध्यान, जॉब मिलना हो जाएगा आसान
Resume Tips आपने अपने फ्यूचर को लेकर जिस जॉब से जुड़ने का लक्ष्य बना रखा है उसके अनुसार अपना रेज्यूमे तैयार करना इंटरव्यू के लिए सिलेक्ट होने में बेहद इंपॉर्टेंट रोल प्ले करता है। तो रेज्यूमे बनाते समय किन बातों का ध्यान रखें जान लें यहां।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Resume Tips: अगर आप चाहते हैं कि आपके रेज्यूमे पर आपके एंप्लॉयर की नजर सबसे पहले पड़े। तो अपने रेज्यूमे को उसी आधार पर इंप्रेसिव बनाना होगा। इस बात में कोई दो राय नहीं कि आज के ट्रेंडी सीवी फॉर्मेट और 90 के दशक के सीवी फॉर्मेट में बहुत अंतर है। उस समय के रेज्यूमे में कैंडीटेट से जुड़ी लगभग सभी जानकारियां होती थीं। वहीं अब रेज्यूमे फॉर्मेंट में कैंडीटेट को रिलेटेड जॉब से जुड़ी अपनी इंफॉर्मेशन को क्रिस्पी अंदाज में प्रायोरिटी पर रखना होगा।
1. कॉन्टैक्ट डिटेल्स
फोटो के बाद इस सेक्शन पर ध्यान देंगे तो आपका रेज्यूमे इंफॉर्मेंशंस के आधार पर प्रॉपर लेयर में नजर आएगा। इसमें आपको अपनी पर्सनल डिटेल्स और कॉन्टेक्ट डिटेल्स लिखनी होगी। इस सीक्वेंस में सबसे पहले आपका नाम बड़े अक्षरों में, उसके बाद एक शॉर्ट डिस्क्रिप्शन में होना चाहिए। पर ध्यान रखें कि ये डिस्क्रिप्शन शार्ट में ही हो। इसे ज्यादा लंबा खींचने की कोई जरूरत नहीं है। कॉन्टेक्ट डिटेल्स में आपका एड्रेस, ई-मेल आईडी, फोन नंबर और अगर कोई वेबसाइट हो, तो उसे भी मेंशन कर सकते हैं।
2. वर्क एक्सपीरियंस
वर्कप्लेस पर आपका रिक्यूटर आपके रिज्यूमे में सबसे पहले अपने काम को देखना चाहता है, वह आपके पर्सनल डिटेल्स के बाद अगर अगली कोई चीज़ रेज्यूमे में देखना चाहेगा, तो वो होगा वर्क एक्सपीरियंस। तो आपने जहां-जहां काम किया है उसे रेज्यूमे में लिखें। वर्क एक्सपीरियंस में सबसे पहले कंपनी का नाम, उसके बाद आपकी डेजिग्नेशन फिर आपने कितने टाइम तक वहां काम किया था उसे भी लिखें।
3. प्रोजेक्ट्स
यह सेक्शन फ्रेशर और एक्सपीरियंस्ड दोनों तरह के कैंडीडेट्स के लिए होता है। इस कॉलम में आपको उन प्रजेक्ट्स के बारे में लिखना होता है, जिस पर आपने काम किया है। इसके अलावा उन प्रोजेक्ट्स को सबसे ऊपर और हाईलाइट करके मेंशन करें जिसके लिए आपको कोई अवॉर्ड दिया गया हो।
4. एजुकेशन
रेज्यूमे में आपको अपनी एजुकेशन के बारे में भी लिखना है। जिसमें इंटरमीडिएट पास, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट के अलावा डिप्लोमा, पीएचडी, कोई स्पेशल ट्रेनिंग या कोर्सेस के बारे में भी मेंशन कर सकते हैं। ध्यान रहे इस सेक्शन में एजुकेशन के साथ उसे पासआउट करने वाले ऑर्गेनाइजेशंस का नाम भी मेंशन कर सकते हैं। नंबर या पर्सेंटेज अगर अच्छे आए हों, तो ही उन्हें मेंशन करें।
5. स्किल्स
इस बात को समझ लीजिए कि आपके रेज्यूमे का यह सेक्शन सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है क्योंकि यह सीधे जॉब डिस्क्रिप्शन से रिलेटेड है। जिस जॉब के लिए आप अप्लाई कर रहे हैं आप उसके लिए रेज्यूमे बना रहे है इसलिए उस जॉब की जो भी डिमांड है। अगर आपमें वो स्किल्स है, तो उन स्किल्स को भी अपने रेज्यूमे में जरूर मेंशन करें।
6. ऑब्जेक्टिव
रेज्यूमे के इस सेक्शन में आपको अपनी कंपनी के लिए एक ऑब्जेक्टिव लिखना है। ऑब्जेक्टिव का मतलब यह होता है कि आप कंपनी के लिए ऐसा क्या करेंगे कि उससे कंपनी को फायदा होगा या फिर कंपनी ग्रो करेगी। कुल मिलाकर शॉर्ट में ही सही पर इस कॉलम में आपको ये मेंशन करना होगा कि आप कंपनी के लिए कैसे फ्रूटफुल साबित होंगे।
Pic credit- freepik
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