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असफलता से मिलते हैं जीत के सबक, बस इन पर गौर करना है जरूरी

यदि आप निराश हैं तो बजाय उसे अपने आप ठीक होने के लिए छोड़ने के उससे बाहर निकलने के लिए प्रयास करें। जानेंगे कुछ टिप्स के बारे में जिन्हें फॉलो कर आप भी चख सकते हैं सफलता के स्वाद।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 10:31 AM (IST)Updated: Mon, 07 Oct 2019 03:08 PM (IST)
असफलता से मिलते हैं जीत के सबक, बस इन पर गौर करना है जरूरी

सफलता की चाह में असफलता से भी दो-चार होना ही पड़ता है, क्योंकि असफलता सफलता के साथ ही चलती है, लेकिन अगर हम इससे हताश हो जाते हैं तो आगे के सारे रास्ते बंद कर लेते हैं। यह सीख बहुत जरूरी है कि हम असफलता को जीवन पर हावी न होने दें। जानेंगे असफलता से कैसे मिलते हैं जीत के सबक। 

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असफलता एक स्थिति: हम जब भी कोई प्रयास करते हैं, तभी हम असफल होते हैं। जब हम कुछ नहीं करते हैं तो असफल भी नहीं होते हैं, लेकिन क्या हो, यदि आप इसे कुछ अलग तरह से देखना शुरू कर दें तो? क्या हो यदि आप इसे अपनी कल्पना ही मान लें या इससे ज्यादा इसे महत्व न दें। कल्पना करें कि कोई पशु अपने शिकार पर निकला है। पहली बार में उससे उसका शिकार हाथ से निकल जाता है। तो क्या वह शिकार का प्रयास छोड़ देता है? या फिर वह यह सोचने लगता है कि वह शिकार करने के लायक नहीं बचा है। या फिर वह तुरंत ही दूसरे शिकार की तरफ बढ़ जाता है। क्या असफल होने का बस एक ही मतलब है.. प्रयास करना छोड़ देना। कतई नहीं। जिनमें जीतने की जिद होती है, वे प्रयास कभी नहीं छोड़ते, बल्कि और जुनून के साथ अपने प्रयासों को गति देते हैं।

हकीकत को स्वीकारें: हमारे लिए असफलता का एहसास भावनात्मक होता है। ऐसा नहीं है कि प्रयास के परिणाम नहीं मिले। यह कुछ इस तरह है कि हमने प्रयास और परिणाम के संबंधों को ठीक तरह से नहीं समझा। इसे अपने दिमाग में रखेंगे तो हतोत्साहित नहीं होंगे। हां, जब कभी हतोत्साहित महसूस करें, उस पशु को याद करें जो सफल होने तक शिकार के क्रम में लगा रहता है। उस दर्द को स्वीकार करें। असफलता का हमारा एहसास भले ही काल्पनिक क्यों न हो, फिर भी यह बहुत ताकतवर होता है। इससे खुद को भावनात्मक तौर पर अलग रखने के बारे में कहना तो सरल होता है, लेकिन ऐसा करना मुश्किल होता है।

असफलता से सीखें: हर असफलता आपको कुछ अच्छे सबक सिखाती है। यह आपको बेहतर होने के लिए मौका देती है। बस, आप उन सबक पर ध्यान दें। उन पर गौर करें और उन्हें अपने जीवन में लागू करें। यह सही समय है कि आप अपनी असफलता से सीखें। आत्म-दया से उबरें। यदि आप अपनी असफलता से सीखते हैं तो आप अपना बेहतर विकास कर सकते हैं। सबसे अच्छा रास्ता है कि आप अपनी सबसे बड़ी असफलता के बारे में लिखें। अपने करीबी दोस्तों या साथियों से चर्चा करें। यह आपको असफलता के अलग-अलग आयामों के बारे में समझने में भी मदद करेगा।


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