Parenting Tips: बच्चों को लाइफ में आगे बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी है इन छोटी-छोटी चीज़ों के बारे में बताना
Parenting Tips हर एक बच्चा अलग होता है तो किसी से उसकी तुलना करना बहुत गलत है। अगर आप अपने बच्चे को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं तो उसे सिर्फ सफलता ही नहीं असफलता के बारे में भी बताना जरूरी है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क, Parenting Tips: एक बच्चे के लिए अपने करियर की प्लानिंग करना सबसे टफ होता है। इस दौरान बच्चे सक्सेस और फेल्योर दोनों का सामना करते हैं, लेकिन कई ऐसे बच्चे होते हैं, जो अपनी लाइफ में सफलता और असफलता का सामना करते ही डर जाते हैं और हार मानकर बैठ जाते हैं। इसके चलते बच्चे एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में पेरेंट्स होने के नाते आपसे ज्यादा आपके बच्चे को और कोई नहीं जानता है। आइए, जानते हैं कैसे आप अपने बच्चे की सफलता और असफलता दोनों में दे सकते हैं उसका साथ...
1. माइंडसेट डेवलप करें
जब आपका बच्चा कोई गलती करता है या करियर में असफलताओं का सामना करता है तो उसे इससे उबारने में मदद करने का सबसे अच्छा तरीका है उसे असफल होने के प्लस प्वाइंट बताया जाए। अपने बच्चे को यह बताएं कि अगर उसने लाइफ में असफलता का सामना नहीं किया तो आप गिरकर संभलना कैसे सीखेंगे। इससे निगेटिव रिजल्ट आने के बाद भी उनकी अप्रोच पॉजिटिव रहेगी। साथ ही यह असफलता से डरने बजाय उससे लड़ने में मदद करता है। यह उन्हें हर चीज़ में पॉजिटिव साइड देखना सिखाता है।
2. चैलेंजेस का सामना करना सिखाएं
लगभग सभी पेरेंट्स अपने बच्चों को हर तरह की प्रॉब्लम्स, दुख और तकलीफों से बचाकर रखना चाहते हैं लेकिन इसके अपने रिजल्ट होते हैं। जो अक्सर लंबे समय बाद बच्चे के लिए हानिकारक साबित होते हैं। आप अपने बच्चे को हमेशा नहीं प्रोटेक्ट कर सकते इसलिए अगर बच्चे शुरुआत से ही चैलेंजेस को फेस नहीं करते तो आगे उनके लिए यह सब हैंडल करना और भी मुश्किल हो जाता है।
3. पॉजिटिव अप्रोच रखना सिखाएं
पेरेंट्स अक्सर अपने बच्चे की सक्सेस को ही सेलिब्रेट करते हैं पर आपको उनकी असफलताओं का भी जश्न मनाना चाहिए, इससे उन्हें हिम्मत मिलती है और वे अपनी लाइफ में एक नई शुरुआत कर पाते हैं। इसका उनपर पॉजिटिव असर होता है। वह अपनी गलती के पीछे की वजह जानने की कोशिश करेंगे और उसे सही करने की कोशिश करेंगे।
4. गलतियों को एक्सेप्ट करना सिखाएं
सक्सेस और फेल्योर लाइफ का ही पार्ट हैं इसलिए पेरेंट्स को बच्चों की इस बात के लिए एनकरेज करना चाहिए वे अपनी गलतियों से सीखें। पेरेंट्स को बच्चों को बताना चाहिए कि अगर सच में वे अपनी गलतियों से कुछ सीखना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी गलतियां स्वीकार करना सीखें। ऐसा करना, सीखने की ओर पहला कदम होगा। जब आप अपनी लाइफ में सीखने पर फोकस करते हैं तब लाइफ में सक्सेस पाने के चांस बढ़ जाते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।