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    New Mom Tips: मां बनने के बाद ऐसे भावनात्मक अनुभव जिनके बारे में नहीं करता कोई जिक्र

    By Ritu ShawEdited By: Ritu Shaw
    Updated: Sun, 19 Feb 2023 01:56 PM (IST)

    New Mom Tips मां बनने के बाद हर कोई अपने अपने हिसाब से टिप्स देता नजर आता है। लेकिन पैरेंटिंग से जुड़े भावनात्मक उतार-चढ़ाव के बारे में कुछ ऐसी बातें भी होती हैं जो हर कोई आपको जल्दी नहीं बताएगा।

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    New Mom Tips: मां बनने के बाद ऐसे भावनात्मक अनुभव जिनके बारे में नहीं करता कोई जिक्र

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। New Mom Tips: इंटरनेट पर गर्भावस्था और पैरेंटिंग से जुड़े तमाम लेख और जानकारियां भरी हुई हैं। लेकिन इनमें से कोई भी आपको पैरेंटिंग से जुड़े भावनात्मक उतार-चढ़ाव के बारे में जल्दी नहीं बताएगा। खासकर अगर आप पहली बार मां बनने जा रही हैं या बनी हैं, तो इस दौरान होने वाले आपको किन चीजों से गुजरना पड़ता है। यहां कुछ ऐसी ही बातों का जिक्र किया गया है।

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    नींद की कमी: मां बनने के बाद जो सबसे पहली चीज दिक्कत आती है वो है नींद की कमी। इसके लिए कोई भी आपको पूरी तरह से तैयार नहीं कर सकता है। नवजात शिशु के साथ पहले कुछ महीने विशेष रूप से कठिन होते हैं, क्योंकि आपका बच्चा रात में कई बार जागता है।

    अकेलापन: मां बनना के बाद कई बार अकेलापन अनुभव हो सकता है, खासकर अगर आप घर पर रहने वाली मां हैं। अन्य वयस्कों के साथ जुड़ने के लिए समय निकालना मुश्किल हो सकता है और आप कई बार अलग-थलग महसूस करने लगती हैं।

    शारीरिक मेहनत: बच्चे के जन्म के शुरुआती कुछ सालों तक आपको शारीरिक रूप से काफी मेहनत करनी पड़ती है। चाहे डायपर बैग उठाने हों या फिर लगातार अपने बच्चे को गोद में कैरी करना हो। इसके अलावा अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए भी आपको हमेशा तैयार रहना पड़ता है, जो आपके शरीर पर भारी पड़ सकता है।

    अपराध बोध: एक मां के रूप में, आप लगातार खुद को दूसरे स्थान पर रखती हैं और अपने लिए किए गए निर्णयों के लिए दोषी महसूस कर सकती हैं। काम, परिवार और व्यक्तिगत समय को संतुलित करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है और यह सब नहीं कर पाने पर आप खुद को दोषी महसूस कर सकती हैं।

    अधिक प्यार और चिंता: अपने बच्चे के लिए गहरे प्यार के साथ ही अधिक चिंता भी आती है। आपको लगातार अपने बच्चे के स्वास्थ्य, सुरक्षा और भलाई को लेकर चिंता लगी रहती है और इसमें जरा सी भी कमी आ जाए तो खुद को दोषी मान बैठती हैं।

    भावनात्मक रोलरकोस्टर: मां बनना एक भावनात्मक रोलरकोस्टर हो सकता है, उतार-चढ़ाव के साथ भविष्यवाणी करना मुश्किल हो सकता है। आप एक पल खुशी से अभिभूत सकती हैं तो दूसरे ही पल पूरी तरह से थकी हुई महसूस करने लगती हैं। हालांकि, इन सबके दौरान अगर आपको भावनात्मक या फिर शारीरिक रूप से अन्य कोई समस्या हो रही है तो आपको अपने डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।