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    Mahatma Gandhi Essay Ideas: बापू की पुण्यतिथि पर इन 6 विषयों पर तैयार करें निबंध

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Thu, 30 Jan 2020 07:42 AM (IST)

    Mahatma Gandhi Essay Ideas भारत की आज़ादी में गांधी जी ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी। देश की आज़ादी के लिए गांधी जी कई बार जेल भी गए थे।

    Mahatma Gandhi Essay Ideas: बापू की पुण्यतिथि पर इन 6 विषयों पर तैयार करें निबंध

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mahatma Gandhi Essay Ideas: हर साल 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता है। नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे। भारत की आज़ादी में गांधी जी ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी। देश की आज़ादी के लिए गांधी जी कई बार जेल भी गए थे। गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को बापू का सीना उस वक्‍त छलनी कर दिया जब वे दिल्‍ली के बिड़ला भवन में शाम की प्रार्थना सभा से उठ रहे थे। 

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    गोडसे ने बापू के साथ खड़ी महिला को हटाया और अपनी सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल से एक के बाद एक तीन गोली मारकर उनकी हत्‍या कर दी। बता दें कि महात्मा गांधी की शवयात्रा को आज़ाद भारत की सबसे बड़ी शवयात्रा कहा जाता है। गांधी जी को अंतिम विदाई देने के लिए करीब दस लाख लोग साथ चल रहे थे और 15 लाख लोग रास्ते में खड़े थे।

    इस दिन, स्कूलों में छात्रों में नेतृत्व, सादगी, अखंडता के मूल्य को बढ़ाने के लिए कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। देशभक्ति की भावना को जोड़ने के लिए छात्र भारी संख्या में भाग लेते हैं। ऐसे मौके पर अगर आप भी स्पीच या निबंध तैयार करना चाहते हैं तो हम लाए हैं शीर्ष 6 विषय जिन पर आप तैयारी कर सकते हैं।

    1. सत्याग्रह: सत्य और बल का आंदोलन 

    साल 1906-07 में महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के लिए अनिवार्य पंजीकरण और पास के खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की थी।  

    2. हरिजन और गांधी

    इस शब्द को भारतीय राजनीतिक नेता मोहनदास गांधी ने पारंपरिक रूप से तथाकथित "अछूत" कहे जाने वाले समुदायों का उल्लेख करने के लिए लोकप्रिय बनाया गया था। गांधी ने हरिजन शब्द को लोकप्रिय बनाया, जिसका शाब्दिक अर्थ था "भगवान के बच्चे"।

    3. स्वतंत्रता के दौरान अहिंसा का महत्व

    अहिंसा हर हाल में खुद के और दूसरों के लिए हानिरहित होने का व्यक्तिगत अभ्यास है। यह विशेष रूप से हिंसा की अनुपस्थिति को संदर्भित करता है। 

    4. बापू और भारत छोड़ो आंदोलन 

    महात्मा गांधी ने 8 अगस्त, 1942 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेज़ों को देश से भगाने के लिए भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी। इस आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने 'करो या मरो' पर भाषण दिया था। दूसरे विश्व युद्ध के अंत तक, ब्रिटिश सरकार ने ये साफ कर दिया था कि वह सारे अधिकार और ताकत भारत को सौंप देगी।  

    5. दो अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है 

    15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्थापित करने के लिए मतदान किया। गांधीजी ने दुनिया को दिखाया कि आज़ादी शांति के रास्ते से भी हासिल की जा सकती है।

    6. राष्ट्रपिता के जीवन की यात्रा 

    बापू ने 1900 के दशक की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में एक भारतीय अप्रवासी के रूप में अपनी सक्रियता शुरू की और प्रथम विश्व युद्ध के बाद के वर्षों में उन्होंने भारत की आज़ादी के संघर्ष का नेतृत्व किया। आज़ादी के बाद गांधीजी को राष्ट्रपिता के नाम से जाने जाना लगा।