फिर नहीं पनपेंगे मन में नकारात्मक विचार
आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में तनाव उत्पन्न होना या मन में नकारात्मक विचारों का आना आम बात है। यदि आप अपने को हमेशा प्रसन्न और स्वस्थ रखना चाहती हैं तो मन में नकारात्मक विचारों को न पनपने दें। मन को तरोताजा रखने के लिए कुछ बातों पर करें अमल

इला शर्मा
अपने लिए समय निकालना
आप चाहे कितनी ही व्यस्त क्यों न रहती हों, प्रतिदिन अपने लिए थोड़ा सा समय अवश्य निकालें। इस दौरान आप मेडीटेशन, योग-व्यायाम आदि कर सकती हैं। ऐसा करने से आपको दिनभर काम करने के लिए न केवल अतिरिक्त ऊर्जा मिलेगी, बल्कि आपका मन भी प्रसन्न रहेगा।
संगीत में है बड़ा दम
कई शोध-अध्ययनों से यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि संगीत हमारे मन को प्रसन्न रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। इसलिए जब भी आपको मौका मिले आप आराम से बैठकर थोड़ी देर ही सही संगीत का आनंद अवश्य लें। संगीत सुनने से तनाव भी दूर होता है। यदि आपकी दिनचर्या ऐसी है कि आपको अतिरिक्त समय नहीं मिल पाता है तो आप घरेलू काम करने के दौरान भी गीत-संगीत का आनंद ले सकती हैं।
अपनों से बात करें
समय-समय पर अपनों से बात करें। दिल में दबी हुई बातों को साझा करने से मन हल्का होता है। यदि कोई बात आपके मन में उथल-पुथल मचा रही है तो उस बात को अपनी खास सहेली या अपने किसी खास इंसान से साझा कर सकती हैं। मनोविज्ञानियों का भी कहना है कि अपनों से बात करने पर मन को बहुत सुकून मिलता है। हालांकि इस संदर्भ में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जिससे बात करने जा रही हैं वो आपकी बातों को कितना गौर से सुनता है या आपकी बातों को वो किसी और से तो साझा नहीं करता है। इसलिए किसी से बात करने से पहले थोड़ा सोच-विचार अवश्य करें कि किससे और क्या बात साझा करनी है।
सुबह जल्दी उठना
यदि आप सुबह जल्दी उठती हैं तो आपको इससे होने वाले लाभ तो ज्ञात ही होंगे। अगर आप थोड़ा सा देर से उठती हैं तो प्रतिदिन सुबह थोड़ा जल्दी उठने की आदत डालें। ऐसा करने से न केवल आपके घरेलू काम समय से पूरे हों सकेंगे, बल्कि अगर आप कामकाजी हैं तो भी आपको व्यर्थ की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी और न ही आप अंदर से परेशान होंगी।
हंसना सीखिए
हममें से हरेक की जिंदगी विभिन्न प्रकार के तनाव और चिंता से घिरी ही रहती है। अपने मन को प्रसन्न रखने के लिए जरूरी है कि अपने मन को इनसे मुक्त रखने के लिए स्वयं प्रयास करें। इसलिए जब भी कोई अवसर आए तो दिल खोलकर हंसें। यही नहीं समय-समय पर हंसी वाले शो और फिल्में देखें। हंसने से तनाव भी दूर होता है। मनोविज्ञानियों का कहना है कि प्रतिदिन थोड़ी देर हंसी वाले शो और फिल्में देखें या अन्य तरीके अपनाएं, जिनसे आपको हंसी आती हो।
ब्रेक लेना जरूरी है
यदि आप कामकाजी हैं तो भी आपको बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए। भले ही दो मिनट के लिए। यदि आपको कंप्यूटर पर काम करना रहता है तो भी काम करने के दौरान बीच-बीच में ब्रेक जरूर लें। कारण, कंप्यूटर पर लगातार काम करते रहने से आंखें थकने लगती हैं। आंखों को आराम देने के लिए कुछ पल का ही सही ब्रेक लेना जरूरी है। इस दौरान कुछ सेकेंड के लिए आंखों को बंद कर उन्हें आराम दे सकती हैं।
नाश्ता करना न भूलें
यदि आप सुबह के समय नाश्ता नहीं करती हैं तो आगे चलकर आपको विभिन्न प्रकार की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सुबह नाश्ता अवश्य करें। इसके साथ ही नाश्ते में पौष्टिक और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन अवश्य करें। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुबह का नाश्ता जितना पौष्टिक होगा, हमें दिनभर काम करने के लिए ऊर्जा भी उतनी ही अधिक प्राप्त होगी। इसलिए नाश्ते में फल, ताजा जूस, दूध, स्मूदी, अंकुरित और मोटे अनाज आदि अवश्य शामिल करें। इनसे शरीर के लिए आवश्यक विभिन्न प्रकार के विटामिंस, मिनरल्स आदि मिलते हैं। इसके साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि हर दिन का नाश्ता विविधता लिए हुए हो। इससे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व आसानी से प्राप्त होते रहते हैं साथ ही दिमाग भी ऊर्जावान रहता है।
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