International Picnic Day: छुट्टियों में दें सेहत को प्रकृति का तोहफा, फायदे हैं अनेक
कोरोना की हर लहर ने घूमने-फिरने पर जो पाबंदी लगाई अब उसमें रियायत मिलने लगी है। हालांकि खतरा अभी भी बरकरार है। स्कूलों में छुट्टियां हैं तो बच्चों को ...और पढ़ें

आरती तिवारी। जबसे स्कूल की छुट्टियां हुई हैं, रोहन और स्नेहा को अपने चाचू विराट के साथ सुबह पार्क में खेलने और दौड़-भाग करने में इतना मजा आ रहा है कि वो बस यहीं रहना चाहते हैं। तो वहीं गुडग़ांव स्थित निजी कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर विराट साहनी के लिए ये दिन बच्चों के साथ कुछ वक्त बिताने का मौका लेकर आए हैं। साथ ही खुली हवा में एक्सरसाइज करने का दोहरा फायदा मिल रहा है। ऐसा ही माहौल लगभग हर शहर का है। हर कोई निकल आया है सुबह की नेमत का तोहफा अपनी सेहत को देने के लिए। बीते दो साल से कोरोना ने स्कूल और गर्मियों की छुट्टियों का जायका फीका कर दिया था। ऐसे में जब लंबे समय के बाद स्कूल सामान्य तरीके से खुले तो छुट्टियां भी खुशियों की तरह लग रही हैं। तो अब इन दिनों सुबह का शेड्यूल बदलकर घूमने और सेहत के नाम हो चुका है।
कदम कदम बढ़ाए जा
कोरोनाकाल में यह भारतीयों की इम्यूनिटी थी, जिसने कोरोना की तमाम घातक लहरों का सामना करने की हिम्मत दी। हम लड़खड़ाए जरूर मगर लड़ाई जारी रही। स्वस्थ जीवन और लंबी आयु का आसान सा नुस्खा बुजुर्ग बताते हैं कि शरीर को हमेशा एक्टिव रखो। मशीनी युग के आ जाने के कारण आलस्य के आगोश में पहले से ही थे उस पर वर्क फ्राम होम की पद्धति ने काफी तकलीफें बढ़ा दीं। मगर बढ़ती उम्र में अगर कुछ तय वक्त तक रोज पैदल चला जाए तो मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम हो जाता है। ऐसे लोगों को हृदयाघात का खतरा भी कम हो जाता है। टहलना न सिर्फ एक्सरसाइज है बल्कि यह आपके मूड को भी अच्छा कर देता है, क्योंकि इस दौरान स्ट्रेस कम हो जाता है और आंतरिक शक्ति में इजाफा होता है। तो वहीं नंगे पैर खुली हवा में रहने और घास में कुछ देर टहलने से पैरों को भरपूर आक्सीजन मिलती है, रक्त संचार बेहतर होता है। नंगे पैर चलते वक्त आपके पंजे सीधे धरती के संपर्क में आते हैं, जिससे एक्युप्रेशर के जरिए सभी भागों की एक्सरसाइज होती है, और तमाम बीमारियों से राहत मिलती है।
पूरा दिन खुशनुमा
योग और एक्सरसाइज कामकाजी लोगों के फिट और तनावमुक्त रहने के लिए बहुत कारगर है। लखनऊ की निजी कंपनी में कार्यरत निहारिका मल्होत्रा बताती हैं, 'मेरे लिए तो गर्मियों के लंबे दिन काफी काम के साबित होते हैं। अभी दिन की शुरुआत के दो घंटे अपनी फिटनेस के नाम भी कर दूं तो भी आफिस टाइमिंग पर कोई असर नहीं होता है। मेरी सोसाइटी की कई गल्र्स हैं जो जिम जाती हैं मगर मैं खुली हवा में प्रकृति के बीच योग व एक्सरसाइज ज्यादा पसंद करती हूं। कोरोना ने हमें समझा दिया कि जितना हम सेहत का ध्यान रखेंगे, ऐसी बीमारियों से उतना ही सुरक्षित रह सकेंगे। मैं रोज सुबह पास के ही पार्क में जाने लगी हूं। जहां कुछ समय अपनी सेहत के नाम कर देने का सकारात्मक असर मेरे पूरे दिन पर पड़ता है। वरना जिस हिसाब से गर्मी पड़ रही है, कहीं आराम नहीं है। सुबह-सुबह पार्क में आकर योग करने से मुझे मानसिक शांति मिलती है और पूरा दिन खुशनुमा बीतता है।' नियमित एक्सरसाइज करने से व्यक्ति का स्टेमिना बढ़ता है, जिससे हम अपना काम अच्छे तरीके से कर पाते हैं, जिससे कार्य करने के क्षमता में इजाफा होता है।
ओपेन जिम है बेस्ट
कैसा हो कि आप खुली हवा में टहलने निकलें और एक पार्क, जहां बच्चों के खेलने-कूदने के झूलों के साथ ही बड़ों के लिए अल्ट्रामाडर्न एक्सरसाइज उपकरण भी लगे हों! दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई शहरों में ऐसे ही ओपन जिम का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग अगर जिम जाकर एक्सरसाइज करने से कतराते हैं तो खुली हवा में एक्सरसाइज करने के लिए ओपेन जिम बेहतर जगह साबित हो सकते हैं। जिसमें मौजूद उपकरण हर आयुवर्ग के लिए फायदेमंद हैं। खास बात यह है कि इन जिम में व्यायाम करने वाले लोगों के लिए मुफ्त एंट्री या बेहद मामूली शुल्क ही लिया जाता है। अब जब खुली हवा में बेहतर उपकरणों के साथ एक्सरसाइज करने का मौका मिलेगा तो कोई भला क्यों पीछे हटेगा। ओपेन जिम से कुल-मिलाकर फायदा इसके यूजर का ही है।
योग से भागेंगे हर रोग
गर्मी के दिनों में अगर आप पार्क या बाहर जाना नहीं चाहते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं। इसके अलावा कई बार होता है कि शारीरिक तौर पर अस्वस्थ होने पर कुछ एक्सरसाइज के लिए डाक्टर स्वयं मना कर देते हैं। ऐसे में एक्सरसाइज के अलावा सेहत को दुरुस्त रखने में योग की मदद भी ले सकते हैं। ऐसे कई तरीके व आसन हैं जो शरीर पर कम प्रेशर डालते हैं और तेजी से पसीना निकाले बगैर सेहत को भरपूर लाभ देते हैं। कहना गलत न होगा कि गर्मियों में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग से बेहतर कुछ नहीं होता। इसके लिए आप प्राणायाम, मेडिटेशन, श्वासन, मत्स्यासन या चक्रासन की मदद ले सकते हैं। जो न केवल आपके शरीर को रिफ्रेश करने में मदद करते हैं साथ ही शरीर को ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करे पर्याप्त लाभ भी पहुंचाते हैं।
रिश्ते भी हो जाएं तरोताजा
मोबाइल रिश्तों का दुश्मन बनता जा रहा है, ऐसे में इस एक्सरसाइज रूटीन में बच्चों के साथ पर्याप्त वक्त बिताने का मौका मिल जाता है। जहां एक ओर एक्सरसाइज बच्चों को फिजिकली फिट रखती हैं, वहीं यह उनकी मेंटल हेल्थ के लिए भी आपका यह समय काफी फायदेमंद साबित होता है। बढ़ती उम्र में बच्चे का फिजिकली व मेंटली फिट होना बेहद आवश्यक है। जब बच्चे अपने पैरेंट्स के साथ एक्सरसाइज करते हैं तो इससे उनका मूड और भी ज्यादा अच्छा हो जाता है। चंूकि आजकल छोटे-छोटे बच्चे भी पढ़ाई व अन्य कारणों के चलते तनाव में रहते हैं तो पैरेंट्स के साथ एक्सरसाइज करना एक स्टे्रस बस्टर की तरह काम करता है। व्यायाम के दौरान उन्हें बातों-बातों में कई नई बातें बताकर उनके ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं। इस तरह बच्चों को नई चीजें सिखाने का यह एक आसान व प्रभावी तरीका होता है।
समझें शरीर की जरूरत
रोजाना एक्सरसाइज और टहलने को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट यही सलाह देते हैं कि हमें रोज कम-से-कम आधा घंटा लगातार जरूर चलना चाहिए। रफ्तार इतनी रखें कि एक घंटे में पांच से छह किलोमीटर तक चल सकें। वैसे चलने की रफ्तार उम्र, लंबाई और जगह के मुताबिक अलग हो सकती है। जिनको चलने की आदत नहीं है, वे धीरे-धीरे दूरी बढ़ा सकते हैं। पसीना आने तक टहलना जरूरी नहीं है। मौसम अच्छा है तो हो सकता है पसीना न आए। इसी तरह कुछ लोगों को कम, तो कुछ को ज्यादा पसीना आता है। सप्ताह में किसी एक दिन शरीर को आराम दें। इससे शरीर को खुद को रिफ्रेश करने का मौका मिलता है। सुबह और शाम टहलना बेहतर है। इस वक्त शरीर से स्टेरायड हार्मोन ज्यादा निकलते हैं, जो इंसान को अच्छा महसूस कराते हैं।
बस इतना रखना खयाल
एक्सरसाइज से जुड़ी इतनी बातों के साथ अगर आपका भी मन अपनी सेहत के नाम शेड्यूल बनाने का कर रहा हो तो दिल का ख्याल रखना कतई न भूलें। दरअसल, अक्सर होता है कि लोग तेजी से एक्सरसाइज और भाग-दौड़ में जुट जाते हैं। ऐसे में तेजी से धड़कता दिल और शरीर से निकलने वाला पसीना सेहत के अलार्म का काम करने लगता है। जिसे समझना बेहद जरूरी है। जब आप एक्सरसाइज करते हैं तब आपके शरीर में पसीने के जरिए पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में पानी की मात्रा भी बढ़ाएं। इस बात का ध्यान रखें कि एक्सरसाइज से पहले हैवी खाना कतई न खाएं।
5 का पंच
एकदम से एक्सरसाइज का हाइफाइ शेड्यूल बनाने के बजाय पहले वार्म अप करें। स्ट्रेचिंग से शुरुआत करें। धीरे-धीरे एक्सरसाइज की गिनती और समय बढ़ाएं।
सुबह उठने के बाद टाइम वेस्ट करने के बजाय जल्दी से जल्दी वर्कआउट शुरू करें।
एक दिन में एक ही फास्ट एक्सरसाइज करें।
एक्सरसाइज से लौटकर आने के बाद का शेड्यूल भी बनाकर रखें, पौष्टिक नाश्ता लें व अगले काम शुरू करें। वापस लौटकर सो जाना अवाइड करें।
गर्मियों में टहलने जाने से पहले पानी जरूर पीएं, वरना डिहाइड्रेशन हो सकता है।
फायदे हैं अनेक
नियमित व्यायाम से हार्ट अटैक का खतरा लगभग 30 प्रतिशत तक कम हो जाता है। इसके अलावा हार्ट अटैक के बाद कार्डियक रिहैबिलिटेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एक्सरसाइज करने से व्यक्ति के शरीर में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और लिपिड के नियंत्रण में भी मदद मिलती है। हालांकि खाना खाने के बाद हैवी एक्सरसाइज अवाइड करें। क्योंकि शरीर में खाना पचाने की क्रिया हो रही होती है। ऐसे में तेज एक्सरसाइज से खून की सप्लाई जरूरत से ज्यादा होने लगती है और दिल को दोगुना काम करना पड़ता है। अपने लिए जिस तरह की एक्सरसाइज चुनें उतना ही स्वास्थ्यवर्धक खाना अपनी डाइट में शामिल करें। ज्यादा नमक, तेल और सैचुरेटेड फैट वाली चीजें भी लेंं।

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