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Hindi Diwas 2020 Poem:इन कविताओं और शायरियों के जरिए अपने प्रियजनों को भेजें हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

Hindi Diwas 2020 Poem इस दिन देशभर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और हिंदी विषय पर कविता और निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित किए जाते हैं।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 12:53 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 01:19 PM (IST)
Hindi Diwas 2020 Poem:इन कविताओं और शायरियों के जरिए अपने प्रियजनों को भेजें हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
Hindi Diwas 2020 Poem:इन कविताओं और शायरियों के जरिए अपने प्रियजनों को भेजें हिंदी दिवस की शुभकामनाएं

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Hindi Diwas 2020 Poem: हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी राष्ट्रभाषा है और इसके जरिए पूरे देश को एकसूत्र में बांधने की कोशिश की जाती है। इस दिन देशभर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और हिंदी विषय पर कविता और निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित किए जाते हैं। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग इस साल डिजिटल माध्यम से हिंदी दिवस मनाएंगे। इस दिन लोग एक दूसरे को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। इस मौके पर आप भी अपने प्रियजनों और गुरुजनों को इन कविताओं और शायरियों के जरिए हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं-

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1.

हिंदी हिंदी से हिन्दुस्तान है,

तभी तो यह देश महान है,

निज भाषा की उन्नति के लिए अपना सब कुछ कुर्बान है।

2.

हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है,

यह मातृभूमि पर मर मिटने की भक्ति है।

3.

अगर तराजू न होता, तौलने को क्या होता

अगर राष्ट्रभाषा हिंदी नहीं होती, तो लोगों को एक दूसरे से जोड़ने को क्या होता।

4.

जन-जन की परिभाषा है हिंदी

उनमुक्त राष्ट्र की आशा है हिंदी

जिसने पूरे देश को जोड़े रखा है

वो मजबूत धागा है हिंदी...

जन-जन की अभिलाषा है हिंदी

भारत देश की राष्ट्रभाषा है हिंदी

जिसने काल को जीत लिया है

ऐसी कालजयी भाषा है हिंदी…

तुलसी की रामायण है हिंदी

कबीर का गायन है हिंदी

सरल शब्दों में कहा जाए

तो जीवन की परिभाषा है हिंदी…

5.

हिंदी हमारी आन है

हिंदी हमारी शान है,

हिंदी शुभ वरदान है,

हिंदी हमारी वर्तनी

हिंदी हमारा व्याकरण,

हिंदी हमारी संस्कृति

हिंदी हमारा आचरण,

हिंदी हमारी वेदना

हिंदी हमारा गान है,

हिंदी हमारी आत्मा

भावना का साज़ है,

हिंदी हमारी अस्मिता

हिंदी हमारा मान है।

हिंदी निराला, प्रेमचंद की लेखनी

हिंदी में तुलसी, सूर, मीरा जायसी की तान है

जब तक गगन में सूरज-चांद रहे,

तब तक वतन की राष्ट्रभाषा हिंदी रहे,

हिंदी हमारी आन है

हिंदी हमारी शान है,

हिंदी शुभ वरदान है।


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