Herzindagi.com की नई पहल 'The Good Mother Project'- मदर्स डे पर एक खास अभियान
इस मदर्स डे पर Herzindagi एक खास पहल लेकर आया है जिसका नाम है The Good Mother। इसके जरिए हम बात कर रहे हैं उन महिलाओं की जिन्होंने मदरहुड के साथ-साथ अपने सपने को भी खुलकर जिया। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट के बारे में।

नई दिल्ली। Herzindagi.com, जागरण न्यू मीडिया का महिलाओं की जीवनशैली और मनोरंजन पर आधारित एक प्रमुख पोर्टल है, जिसने 'द गुड मदर प्रोजेक्ट' लॉन्च किया है। मदर्स डे सेलिब्रेट करने से पहले उनको सम्मान देने के लिए यह एक विशेष पहल है। इस अभियान की मदद से हम उन महिलाओं की कहानियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपनी पहचान, अपने सपने और लक्ष्यों को नहीं खोया है। साथ ही ये महिलाएं अपने घर की देखभाल करने के साथ बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी भी बखूबी निभा रही हैं।
Herzindagi.com का 'द गुड मदर प्रोजेक्ट' इन सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने और इन संकीर्ण अपेक्षाओं से मुक्त होने के महत्व को उजागर करने का अभियान है। मदरहुड के अलग-अलग एक्सपीरियंस लिए बेंचमार्किंग या प्रोटोटाइप होना जरूरी नहीं है। यह उन अलग रास्तों को मनाने और अपनाने का एक प्रयास है, जो हर मां अपनाती है! रूढ़िवादिता को तोड़ने और एक अच्छी मां होने का वास्तव में क्या मतलब है इसे फिर से परिभाषित करने की इस यात्रा में हमारे साथ जुड़ें।
क्या है 'द गुड मदर प्रोजेक्ट'?
'द गुड मदर प्रोजेक्ट' एक ऐसी पहल है, जो ऐसी मांओं की दिल को छू लेने वाली कहानियों को सामने लाने का काम कर रही है, जिनका मां बनने का सफर बहुत खूबसूरत रहा है। बता दें कि दो सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान को 'द फ्लैग बियरर', 'थॉट प्रोवोकर्स' और 'गुड मदर्स' में बांटा गया है।
जागरण न्यू मीडिया (लाइफस्टाइल और हेल्थ) की एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट मेघा ममगेन ने कहा, “हमें मदर्स डे को सेलिब्रेट करने से पहले यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि मातृत्व का दायरा काफी बड़ा है और इसका अर्थ लगातार बदल रहा है, इसका मतलब अपना करियर, फ्रेंडशिप और अपनी निजी पहचान को खत्म करना नहीं होना चाहिए। हम, Herzindagi.com पर उन मांओं को सलाम कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी जिन्दगी के फैसले खुद लिए, अपने पैशन को पूरा किया और इस धारणा को चुनौती दी कि मां बनने का मतलब खुद का बलिदान है। हमारा लक्ष्य उन रास्तों की पहचान करना है, जिनपर चलकर मांएं खुद को समर्थ बना सकें और स्वतंत्र व संतुष्ट जीवन जी सकें।
उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि मां बनना एक निजी अनुभव है और एक अच्छी मां होने की परिभाषा सबके लिए एक जैसी नहीं हो सकती है। गुड मदर प्रोजेक्ट के माध्यम से हम महिलाओं की एक ऐसी कम्युनिटी बनाना चाहते हैं, जहां वे अपने अनुभव साझा कर सकें, एक-दूसरे को प्रेरित कर सकें और मातृत्व की विविधता को सेलिब्रेट कर सकें।”
द गुड मदर प्रोजेक्ट की फिलोसफी के बारे में बताने वाले एक खास कॉन्सेप्ट वीडियो को एडिटोरिय हेड की ओर से एंकर किया गया है। इसमें मां बनने के साथ पैदा होने वाले गलत स्टेरियोटाइप और ढेर सारी उम्मीदों पर राय जाहिर की गई है। आलिया भट्ट, सुधा मुर्ति, विनीता सिंह, नीना गुप्ता जैसी मशहूर सेलिब्रिटी ‘फ्लैग-बियरर’ के शॉर्ट वीडियो बनाए गए हैं।
इसके साथ ही, ‘थॉट प्रोवोकर्स’ वीडियो सीरीज में हर क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के साथ व्यवहारिक और स्पष्ट बातचीत की गई है। इनमें अवंतिका बहुगुणा, डॉक्टर फाल्गुनी वसवडा, डॉक्टर मधु चोपड़ा, पूनम मुर्तेजा और सुचेता पाल जैसे नाम शामिल हैं।
इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट के तहत ब्लॉगर के साथ इंस्टाग्राम रील क्रिएट करने, सोशल मीडिया पर मातृत्व के अनुभवों से जुड़े लाइव इंटरव्यू के साथ ही डिजिटल बिलबोर्ड और प्रिंट मीडिया में कवरेज की जा रही है।
अभियान के बारे में अधिक जानकारी के लिए, https://www.herzindagi.com/events/mothers-day पर जाएं।
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