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    Happy Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने परिवार और दोस्तों को इन संदेशों के ज़रिए दें शुभकामनाएं

    Happy Republic Day Wishes 2022 भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। हमारे संविधान को बनने में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। 395 अनुछेदों और 8 अनुसूचियों के साथ भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है।

    By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Wed, 26 Jan 2022 12:27 PM (IST)
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    Happy Republic Day Wishes 2022: गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Happy Republic Day 2022: हर साल 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग देश भक्ति के रंग में रंगे होते हैं। आज़ादी के ढ़ाई साल बाद 1950 में भारत का संविधान आधिकारिक रूप से 26 जनवरी को लागू किया गया था और इसलिए इस ऐतिहासिक दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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    गणतंत्र दिवस का इतिहास

    साल 1929 की दिसंबर में लाहौर में पंडित जावरहलाल नेहरू की अध्यक्षता में कांग्रेस का अधिवेशन किया गया था। इस अधिवेशन में प्रस्ताव पारित करते हुए इस बात की घोषणा की गई कि अगर अंग्रेज़ सरकार द्वारा 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमीनियन का दर्जा नहीं दिया गया तो भारत को पूर्ण रूप से स्‍वतंत्र देश घोषित कर दिया जाएगा।

    26 जनवरी 1930 तक जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया। उस दिन से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा। इसके बाद 15 अगस्त 1947 को वास्तविक स्वतंत्रा प्राप्त करने के बाद इस दिन स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा। भारत के आज़ाद हो जाने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई और इसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से शुरू किया। संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे।

    आज़ादी की कभी शाम नहीं होने देंगे

    शहीदों की कुरबानी बदनाम होने नहीं देंगे

    बची हो जो एक बूंद भी गरम लहू की

    तब तक भारत माता का आंचल नीलाम नहीं होने देंगे

    Happy Republic Day 2022

    चलो फिर आज वो नज़ारा याद कर लें

    शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें

    जिसमें बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे

    देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें

    Happy Republic Day 2022

    क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस

    भारत ने लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से आज़ादी हासिल की थी। वहीं, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने नागरिकों को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा करते हुए अपना मशहूर भाषण 'ट्राइस्ट विद डेस्टिनी' सुनाया। लेकिन दुख की बात यह है कि भारत देश के लोगों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार नहीं था इसके पीछे यह कारण था की भारत में उस समय कोई सविंधान ही नहीं था। इसलिए ढाई साल बाद 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बन गया। इस दिन के जश्न में हर साल 26 जनवरी को पूरे देश में भारतीय गणतंत्र दिवस धूम-धाम से मनाया जाता है।

    ये बात हवाओं को बताए रखना,

    रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,

    लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की,

    ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना।

    Happy Republic Day 2022

    आज़ादी का जोश कभी कम न होने देंगे,

    जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे,

    क्योंकि भारत हमारा देश है,

    अब दोबारा इस पर कोई आंच न आने देंगे।

    Happy Republic Day 2022

    1955 में हुई थी गणतंत्र दिवस की पहली परेड

    तीन सालों में संविधान सभा के 165 दिनों में 11 सत्र हुए। 9 दिसंबर 1949 को संविधान का ड्राफ्ट संविधान सभा ने अपना लिया और करीब एक महीने के बाद 26 जनवरी 1950 को पूर्ण स्वराज की मुहीम शुरू करने वाले दिन लागू कर दिया गया। दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 में हुई थी।

    राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे

    हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे

    देश के लिए एक-दो तारीख नहीं

    भारत मां के लिए ही हर सांस रहे

    Happy Republic Day 2022

    वतन हमारा ऐसा न छोड़ पाए कोई,

    रिश्ता हमारा ऐसा न तोड़ पाए कोई,

    दिल हमारा एक है, एक है हमारी जान,

    हिन्दुस्तान हमारा है और हम है इसकी शान.

    Happy Republic Day 2022

    हाथ से लिखा गया था संविधान

    क्या आप जानते हैं कि भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। हमारे संविधान को बनने में दो साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। 395 अनुछेदों और 8 अनुसूचियों के साथ भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 26 जनवरी 1950 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाउस के दरबार हॉल में भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।