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Good Friday 2022: गुड फ्राइडे पर क्यों खाई जाती है मछली? जानें वजह...

Good Friday 2022 आज दुनियाभर में गुड फ्राइडे मनाया जा रहा है। यह ईसाई धर्म के प्रमुख दिनों में से है। इसको शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज के दिन प्रभु यीशु मसीह को कई प्रकार की शारीरिक अत्याचार के बाद सूली पर चढ़ाया गया था।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 15 Apr 2022 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 15 Apr 2022 12:37 PM (IST)
Good Friday 2022: गुड फ्राइडे पर क्यों खाई जाती है मछली? जानें वजह...
Good Friday 2022: गुड फ्राइडे के दिन क्या-क्या खाया जाता है

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Good Friday 2022: गुड फ्राइडे या कहें होली फ्राइडे (Holy Friday), कैथोलिक्स के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि यह दिन ईसा मसीह के पुनरुत्थान के सम्मान में मनाया जाता है जब उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था। गुड फ्राइडे 'लेंट' के अंत का भी प्रतीक है जिस दौरान ईसाइ समुदाय के लोग 40 दिनों तक उपवास रखते हैं। ईसाई धर्म को मानने वाले कुछ इस दिन भी उपवास रखते हैं और शाम को इसे तोड़ते हैं। इस दौरान मांस नहीं खाया जाता है, बल्कि फल, सब्ज़ी, मछली, दूध, अंडे और गेंहू का सेवन किया जाता है

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इसे गुड फ्राइडे क्यों कहा जाता है?

कई लोग इस सोच में डूब जाते हैं, कि जिस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ा दिया गया, उस दिन को "गुड" फ्राइडे कैसे कहा जा सकता है। लेकिन इसके पीछे कई कारण हैं। कुछ का मानना है कि ईसा मसीह का मरना एक आम घटना नहीं थी और एक तरह से यह मानव जाति के लिए उद्धार लाने का एक तरीका था।

वहीं, कई लोग कहते हैं कि इस दिन को असल में 'गॉड' फ्राइडे कहा जाता है और समय के साथ यह 'गुड' फ्राइडे में बदल गया। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि इस दिन का नाम बिल्कुल उचित है क्योंकि यीशु की पीड़ा उसके अनुयायियों को पापों से बचाने के लिए परमेश्वर की योजना थी।

कब मनाया जाता है गुड फ्राइडे

यह लोकप्रिय त्योहार पवित्र सप्ताह के छठे दिन पड़ता है, जिसके बाद ईस्टर आ जाता है। चर्च के चंद्र कैलेंडर के अनुसार, ईस्टर पाश्चल पूर्णिमा के बाद पहले रविवार को मनाया जाता है जो इस साल 17 अप्रैल को है जबकि गुड फ्राइडे 15 अप्रैल को मनाया जा रहा है।

गुड फ्राइडे की तैयारी

इस दिन के लिए लोग आमतौर पर एक हफ्ता पहले ही तैयारी शुरू कर देते हैं। आटे को गूंथ कर ब्रेड बनाने की तैयारी शुरू हो जाती है। चर्च दिन को एक सेवा के साथ मनाते हैं, जो आम तौर पर शाम को होती है। जहां वे हिम्स के ज़रिए मसीह की मृत्यु को याद करते हैं, थैंक्सगिविंग प्रार्थना, दिन के विशेष महत्व के बारे में बात करते हैं और प्रभु भोज का पालन करते हैं।

गुड फ्राइडे पर क्यों खाई जाती है मछली

ईसाई और कैथोलिक इस दिन मांस नहीं खाते हैं और इसकी जगह उनके भोजन में मछली होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मछली समुद्र से आती है, इसलिए माना जाता है कि यह एक अलग तरह का मांस है। मछली के आकार को भी गुप्त प्रतीक माना जाता था, जिसके द्वारा ईसाई एक दूसरे की पहचान करते थे, उस समयजब उनके धर्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। यीशु मसीह को मानने वालों में बहुत से मछुआरे भी थे।

इसके अलावा, प्राचीन काल में मांस को एक ख़ास व्यंजन के रूप में देखा जाता था, जबकि मछली एक ऐसी चीज़ थी, जो न सिर्फ आसानी से उपलब्ध होती थी बल्कि अधिकांश लोग इसे खरीद भी पाते थे। इस दिन मछली का सेवन करने का एक और कारण यह है कि मछली को ठंडे खून वाला माना जाता है जबकि अन्य मांस गर्म खून वाले होते हैं, जो उपवास करने वालों के लिए अच्छा नहीं है।

गुड फ्राइडे पर खाए जाते हैं ख़ास पकवान

अगर हम गुड फ्राइडे पर खाने वाली डिशेज़ की बात करें, तो एक डिश जो दुनियाभर में पॉपुलर है, वह है 'हॉट क्रॉस बन'। लोग इसे सुबह के नाश्ते में स्क्रैम्बल्ड एग्ज़, श्रिम्प, लॉब्सटर, फिश टाकोज़ के साथ खाते हैं। इस दिन के बारे में एक और आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि चर्च एक कड़वा ड्रिंक तैयार करते हैं, जो ज्यादातर पत्तियों और सिरके से तैयार किया जाता है। इसे सर्विस के बाद सभी को चखना होता है।

Picture Courtesy: Freepik

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