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    Gandhi Jayanti 2022: जीने की नई राह दिखाते हैं बापू के ये 10 अनमोल विचार

    By Pravin KumarEdited By:
    Updated: Sat, 01 Oct 2022 12:54 PM (IST)

    Gandhi Jayanti 2022 गांधीजी कहा करते थे कि अहिंसा और सत्य की राह पर चलने वाला व्यक्ति बड़ी से बड़ी बाधा पार कर लेता है। असत्य कितना भी ताकतवर क्यों न हो ? अंत में जीत सत्य की होती है।

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    Gandhi Jayanti 2022: जीने की नई राह दिखाते हैं बापू के ये 10 अनमोल विचार

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Gandhi Jayanti 2022: हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है। इस दिन बापू का जन्म हुआ था। लोग गांधीजी को प्यार से बापू कहकर पुकारते हैं। यह दिन बापू को याद कर उनके पदचिन्हों पर चलने का है। गांधीजी कहा करते थे कि अहिंसा और सत्य की राह पर चलने वाला व्यक्ति बड़ी से बड़ी बाधा पार कर लेता है। असत्य कितना भी ताकतवर क्यों न हो ? अंत में जीत सत्य की होती है। गांधी जी ने महज सत्य और अहिंसा के पथ पर चलकर देश को अंग्रेजों से मुक्ति दिलाई। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। आइए, गांधी जी के जन्मदिवस पर अनमोल विचारों को जानते हैं-

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    1.

    ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं, बल्कि यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है।

    2.

    हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा।

    3.

    आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए. मानवता एक सागर के समान होती है. सागर की कुछ बूंदे गंदी हो जाने से पूरा सागर गंदा नहीं होता

    4.

    हमारी मासूमियत जितनी बड़ी होती है, हमारी ताकत उतनी ही बड़ी होती है और हमारी जीत को मजबूत करती है।

    5.

    पृथ्वी सभी मनुष्यों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन लालच पूरी करने के लिए नहीं।

    6.

    आपको “मानवता” में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक समुद्र है; अगर सागर की कुछ बूंदें गंदी हैं, तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता है।

    7.

    विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है।

    8.

    एक निर्धारित लक्ष्य और कभी न बुझने वाले जोश के साथ अपने मिशन पर काम करने वाला शरीर ही इतिहास के पाठ्यक्रम को बदलता है।

    9.

    आपकी मान्यताएं आपके विचार बन जाते हैं, आपके विचार आपके शब्द बन जाते हैं, आपके शब्द आपके कार्य बन जाते हैं, आपके कार्य आपकी आदत बन जाते हैं, आपकी आदतें आपके मूल्य बन जाते हैं, आपके मूल्य आपकी नीयति बन जाती है।

    10.

    जब मैं निराश होता हूं, मैं याद कर लेता हूं कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है। कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं, और कुछ समय के लिए वो अजेय लग सकते हैं, लेकिन अंत में उनका पतन होता है। इसके बारे में सोचो- हमेशा।