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    लोगों को हंसाना बहुत मुश्किल काम है कहती हैं सृष्टि रोड़े

    By Dinesh DixitEdited By:
    Updated: Fri, 30 Sep 2022 01:21 PM (IST)

    सरस्वतीचंद्र और इश्कबाज धारावाहिकों की अभिनेत्री सृष्टि रोड़े अब द कपिल शर्मा शो के चौथे सीजन में कपिल शर्मा की पड़ोसन की भूमिका निभा रही हैं। वह शो बिग बास 12 का भी हिस्सा रह चुकी हैं। सृष्टि से उनके शो कामेडी महिला सशक्तिकरण को लेकर बातचीत

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    द कपिल शर्मा शो में कपिल की पड़ोसन की भूमिका निभा रही हैं सृष्टि रोड़े

     दीपेश पांडेय

    कोशिश जारी है

    शो के बाकी कलाकारों की तुलना में सृष्टि अभी शो की नई सदस्य बनी हैं। वह कहती हैं, हर शो की तरह मैं भी इस शो से जुडऩे के लिए आडिशन, लुक टेस्ट और मीटिंग्स जैसी कई प्रक्रियाओं से गुजरी। यह मेरा पहला लाइव कामेडी शो है। इससे पहले मैंने सोनी सब के एक कामेडी धारावाहिक में काम किया है, लेकिन वो अलग था। इस जानर में मैं अभी नई हूं। शो में बाकी सारे लोग जो कुछ भी कर रहे हैं, उनसे मैं रोज सेट पर कुछ न कुछ सीख रही हूं। सेट पर बाकी के कलाकार कई वर्षों से इस शो को कर रहे हैं, मैं भी अच्छा करने की कोशिश कर रही हूं।

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    हंसाना आसान काम नहीं

    सृष्टि के अनुसार लोगों को हंसाना आसान काम नहीं है। वह कहती हैं, मेरे लिए रियलिस्टिक कामेडी, कामेडी ड्रामा, स्लैपस्टिक कामेडी और स्टैंडअप कामेडी, हर तरह की कामेडी एक मूड की तरह होती है। ये सच है जैसा कि ज्यादातर कलाकार कहते हैं कि लोगों को हंसाना बहुत मुश्किल काम होता है। कई कामेडी फिल्में और स्टैंडअप कामेडी शो को देखकर लोगों को हंसी नहीं आती है। कामेडी बहुत मुश्किल जानर है, लोगों को देखने में आसान लगती है, लेकिन इसके पीछे बहुत ज्यादा मेहनत होती है। हालांकि जब आपके काम से कोई हंसता है तो वह बहुत अच्छा अहसास होता है। आज के दौर की व्यस्त और तनावपूर्ण जिंदगी में लोगों को अच्छी कामेडी की ज्यादा जरूरत है। मैं खुद भी जब बहुत ज्यादा थकान होने पर कामेडी ही देखती हूं।

    रावण दहन देखने की इच्छा

    सृष्टि ने अब तक ज्यादातर दशहरा त्योहार घर पर ही स्वजन के साथ मनाया है। दशहरा को लेकर उनका कहना, मैं सारे त्योहार स्वजन और दोस्तों के साथ मनाती हूं। हालांकि मुंबई में रहते हुए कुछ खास जश्न नहीं हो पाता है। त्योहारों का मजा परिवार के साथ ही आता है। दशहरा के दिन हमारे यहां पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना होती है और घर पर कई तरह के व्यंजन बनते हैं। मुझे जिंदगी में अब तक कभी रावण दहन देखने का मौका नहीं मिला है। हालांकि मैं कई वर्षों से देखना चाहती हूं।

    वर्तमान में जीती हूं

    टेलीविजन की दुनिया में करीब 14 साल से सक्रिय सृष्टि अपनी भविष्य की योजनाओं पर कहती हैं, मैं आगे की ज्यादा योजनाएं बनाकर नहीं चलती हूं, क्योंकि इससे पहले जितनी भी बार योजनाएं बनाई हंै, वैसा हुआ नहीं है। इस शो का हिस्सा बनना भी कभी मेरी योजनाओं का हिस्सा नहीं था। बस होता चला गया। इसलिए मैं वर्तमान में जीना पसंद करती हूं। फिलहाल मैं जो भी कर रही हूं, उसे ही अच्छी तरह से अपनी क्षमता का शत प्रतिशत देकर करना चाहती हूं।

    पड़ोसी की परेशानी

    इस शो में पड़ोसी बने कपिल शर्मा और निजी जिंदगी के पड़ोसियों के बारे में सृष्टि बताती हैं, मैं व्यक्तिगत तौर पर कपिल की बहुत बड़ी प्रशंसक रही हूं। मैं टीवी पर उनके शो जरूर देखती थी। हमारी पहली मुलाकात इस शो के सेट पर ही हुई थी। अच्छे कलाकार होने के साथ वह अच्छे इंसान भी हैं। उनके साथ काम करने और सीखने का अब तक बहुत अच्छा अनुभव रहा है। रही बात निजी जिंदगी के पड़ोसियों की तो किस्मत से मेरे पड़ोसी बहुत अच्छे हैं। जहां रहती हूं, मेरे पड़ोसी भी पिछले 20 साल से हमारे साथ हैं। सच में वे इतने अच्छे पड़ोसी हैं कि हाल ही में मेरे माता-पिता शहर से बाहर गए थे तो वे लोग मुझे खाना खिलाते थे। वह मुझे बिल्कुल वैसे ही मान-सम्मान देते हैं, जैसा कि स्वजनऔर रिश्तेदारों से मिलता है।

    काफी चीजें बाकी हैं

    देश में महिला सशक्तिकरण के विषय पर सृष्टि कहती हैं, मुझे लगता है महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभी हम मध्य में हैं। जहां काफी चीजें हो चुकी हैं और कई चीजें बाकी हैं। इस मामले में अभी हमें बहुत कुछ सीखना और करना बाकी है। जिन शहरों में अच्छे शिक्षित लोग हैं, वहां लोगों ने काफी हद तक महिलाओं से सही व्यवहार करना सीख लिया है, पर अभी भी हमारे यहां ऐसे कई शहर हैं, जहां महिला-पुरुष समानता को लेकर पर्याप्त जागरूकता नहीं आई है।