वर्क और पर्सनल लाइफ में इन तरीकों से बनाकर चलेंगे बैलेंस, तो रहेंगे हैप्पी और सक्सेफुल
अगर आप जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बीच संतुलन कायम करने में कामयाब हो जाते हैं तब आप किसी भी बड़े लक्ष्य तक पहुंचने का साहस कर पाएंगे। तो आइए जानते हैं कैसे मैनेज करें पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच बैलेंस।

जीवन में संतुलन बहुत ज़रूरी है ऐसा हम सब ही जानते हैं, लेकिन बावजूद इसके अधिकांश लोगो के जीवन में असंतुलन बना हुआ है। हमने अपने चारों ओर जाने-अनजाने एक स्थिति का निर्माण कर रखा हैं, जिसमें हम सुख की स्थिति में बहुत खुश हो जाते हैं और दुःख की घडी में मुरझा से जाते हैं, लेकिन वास्तिविकता में मनुष्य को हर तरह की स्थिति में एक जैसा ही व्यवहार करना चाहिए।
काम जीवन का सिर्फ एक हिस्सा मात्र हैं, और एक खुशहाल जीवन के लिए संतुलन बेहद अहम हैं। अगर आप जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं के बीच संतुलन कायम करने में कामयाब हो जाते हैं, तब आप किसी भी बड़े लक्ष्य तक पहुंचने का साहस कर पाएंगे। यह संतुलन केवल आपके कामकाजी जीवन के लिए ही नहीं बल्कि आपके निजी जीवन के लिए भी लाभदायक है।
संतुलन बनाने के लिए क्या कर सकते हैं?
मानिसक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखेें
जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए हमे अपने मानिसक स्तिथि पर विशेष ध्यान देना होगा। आज के समय में काम के चलते मानिसक तनाव पैदा होना आम सी बात हैं, लेकिन यह तनाव हमारा मानिसक स्वास्थ ख़राब भी करता हैं।
शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहे
आज के भागदौड़ वाले जीवन में सबसे ज़रूरी हैं शारीरिक तौर से स्वस्थ रहना। नियमित व्यायाम और स्वस्थ भोजन का ही प्रयोग करें, तभी जीवनशैली में संतुलन की कामना पूर्ण हो सकती हैं।
जीवनशैली पर ध्यान दें
आप को आज के दौर में ख़ास तौर से अपनी निजी जीवन शैली पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं। किसी भी प्रकार के नशे का प्रयोग या कोई ख़राब आदत आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। रोज़ाना मेडिटेशन और व्यायाम करने के साथ-साथ खान-पान की अच्छी आदतों को भी हमेशा ध्यान दें, तो यकीनन हमारा वर्क-लाइफ बैलेंस भी अच्छा रहेगा क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का निवास होता है।
अपना पसंदीदा काम करें
यदि आप लंबे समय तक काम करते हैं तो आपको तनाव होता ही है। ऐसा करने पर आपको थोड़ी देर काम के बीच में 15 या 20 मिनिट का आराम करना चाहिए और उस समय आपको अपना पसंदीदा काम करना चाहिए। ऐसा करने से आपका तनाव दूर होता है और मन शांत होता है।
अपने परिवार वालों के साथ समय बिताएं
जब आप अपने जीवन में सतुलन को बरकरार रखना चाहते हैं तो आपको अपने परिवार के साथ भी समय बिताना चाहिए। क्योंकि जब आप उनसे अपनी परेशानियों के बारे में बताते हैं तो इससे शायद वो आपकी या आप उनकी मदद कर सकते है।
क्षमता से अधिक न करें
बहुत बार पेशेवर बॉस को खुश ज्यादा काम या प्रोजेक्ट्स पूरे करने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले लेते हैं। यह आपके शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है, ऐसा करने पर आप फालतू के तनाव और परेशानी से घिर जाते हैं।
असंतुलन के नुक्सान
कामकाजी जीवन में संतुलन न होने से शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्तिथि पर बुरा असर पड़त हैं, हमारे अंदर धीरे-धीरे चिड़चिड़ापन, अवसाद, नींद की कमी, आत्मविश्वास में गिरावट आदि बीमारियां घर करने लगती हैं। काम और जीवन के दूसरे पहलुओं में असंतुलन का परिणाम हमारे सामाजिक, संगठनात्मक और व्यक्तिगत जीवन पर भी पड़ता हैं।
जीवन में समय एक ऐसी संपत्ति है जिसे हम कम या ज्यादा नहीं कर सकते, लेकिन समय के सदुपयोग या दुरूपयोग पर ही हमारा जीवन का संतुलन टिका हुआ हैं इसीलिए अपने समय को इस प्रकार इस्तेमाल करे की जीवन के सभी क्षेत्रों में संतुष्टि प्राप्त हो सके।
(शिवांग माथुर, मोटिवेशनल स्पीकर से बातचीत पर आधारित)
Pic credit- freepik
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