10 Psychological Tricks से जानें सामने वाले के मन की बात, झूठ और सच को पहचानने में नहीं लगेगा समय
हम किसी के दिमाग में झांक तो नहीं सकते क्योंकि हमारे पास कोई जादुई शक्ति (Mind Reading) नहीं है लेकिन हम उनकी बॉडी लैंग्वेज और हाव-भाव देखकर कुछ अंदाजा जरूर लगा सकते हैं। जी हां आइए इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसी साइकोलॉजिकल ट्रिक्स (Psychological Tricks) के बारे में बताते हैं जिनकी मदद आप सामने वाले के मन को पढ़ने में ले सकते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Psychological Tricks: आपने अक्सर सुना होगा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, इसलिए हमें हर दिन लोगों से बात करनी होती है, उनके विचारों को समझना होता है और उनके बरताव को जानना होता है। कई बार हम जानना चाहते हैं कि सामने वाला व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ, उसके मन में क्या चल रहा है, या वह हमारे बारे में कैसा महसूस करता है।
अगर आप भी ऐसे सवालों से परेशान रहते हैं, तो बता दें कि मनोविज्ञान हमें इन सवालों के जवाब खोजने में मदद कर सकता है। इस आर्टिकल में हम ऐसे 10 साइकोलॉजिकल ट्रिक्स (Psychological Tricks To Read Mind) दिए गए हैं, जो आपको किसी के मन की बात समझने और सच-झूठ का पता लगाने में मदद करेंगे।
1) आई कॉन्टैक्ट को समझें
आंखें मन का आईना होती हैं। जब कोई व्यक्ति सच बोल रहा होता है, तो उसकी आंखें सीधे आपकी आंखों में देखती हैं। वहीं, झूठ बोलने वाले व्यक्ति की आंखें अक्सर इधर-उधर भटकती हैं या वह आपसे आंखें मिलाने से बचता है। हालांकि, कुछ लोग झूठ बोलते समय जानबूझकर आंखों का संपर्क बनाए रखते हैं, इसलिए अन्य संकेतों पर भी ध्यान देना जरूरी है।
2) बॉडी लैंग्वेज को पढ़ें
शरीर की भाषा किसी के मनोभावों को समझने का सबसे शक्तिशाली तरीका है। अगर कोई व्यक्ति बात करते समय अपने हाथों को छिपा रहा है, पैरों को बार-बार हिला रहा है या शरीर को दूर कर रहा है, तो यह असहजता या झूठ का संकेत हो सकता है। वहीं, खुले हाथ और सीधी मुद्रा आत्मविश्वास और सच्चाई का प्रतीक है।
3) मुस्कान की हकीकत जांचें
मुस्कान एक ऐसा भाव है जो झूठ और सच दोनों को छिपा सकता है। असली मुस्कान आंखों के कोनों में झुर्रियां पैदा करती है, जबकि नकली मुस्कान सिर्फ होंठों तक सीमित रहती है। अगर सामने वाले की मुस्कान आंखों तक नहीं पहुंच रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि वह असहज है या कुछ छिपा रहा है।
4) बोलने के तरीके पर ध्यान दें
जब कोई व्यक्ति झूठ बोलता है, तो उसके बोलने का तरीका बदल सकता है। वह बहुत तेज या धीमी गति से बोल सकता है, बार-बार शब्दों को दोहरा सकता है, या अनावश्यक विवरण दे सकता है। सच बोलने वाले व्यक्ति की बातचीत स्पष्ट और संतुलित होती है।
5) हाथों की हरकत को नोटिस करें
हाथों की हरकतें भी किसी के मनोभावों को दर्शाती हैं। जब कोई व्यक्ति सच बोल रहा होता है, तो उसके हाथों की हरकतें प्राकृतिक और बातचीत के अनुरूप होती हैं। वहीं, झूठ बोलने वाले व्यक्ति के हाथ अक्सर बेचैन होते हैं या वह उन्हें छिपाने की कोशिश करता है।
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6) सवालों के जवाब को गहराई से सुनें
जब आप किसी से सवाल पूछते हैं, तो उसके जवाब को ध्यान से सुनें। झूठ बोलने वाले व्यक्ति अक्सर सवालों से बचने की कोशिश करते हैं या उनके जवाब अस्पष्ट होते हैं। वहीं, सच बोलने वाले व्यक्ति के जवाब सीधे और स्पष्ट होते हैं।
7) माइक्रो एक्सप्रेशन को पकड़ें
माइक्रो एक्सप्रेशन चेहरे के ऐसे भाव होते हैं जो केवल कुछ सेकंड के लिए दिखाई देते हैं। ये भाव किसी के वास्तविक मनोभावों को दर्शाते हैं। अगर कोई व्यक्ति मुस्कुरा रहा है, लेकिन उसके चेहरे पर एक सेकंड के लिए गुस्सा या डर दिखाई देता है, तो यह संकेत हो सकता है कि वह कुछ छुपा रहा है।
8) पर्सनल स्पेस का ध्यान रखें
हर व्यक्ति का अपना एक व्यक्तिगत स्थान होता है। अगर कोई व्यक्ति आपके करीब आने से बचता है या आपके करीब आने पर असहज महसूस करता है, तो यह संकेत हो सकता है कि वह आपसे कुछ छिपा रहा है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति आपके करीब आकर बात करता है, तो यह उसके आपके प्रति विश्वास और सच्चाई का संकेत हो सकता है।
9) विरोधाभास को पहचानें
झूठ बोलने वाले व्यक्ति अक्सर अपनी बातों में विरोधाभास पैदा कर देते हैं। वह एक बार कुछ कहता है और दूसरी बार कुछ और। अगर आपको किसी की बातों में विरोधाभास नजर आता है, तो यह संकेत हो सकता है कि वह झूठ बोल रहा है।
10) दिल की आवाज पर भरोसा करें
कई बार हमारा दिल हमें सही संकेत देता है। अगर आपको किसी व्यक्ति के व्यवहार या बातों में कुछ अजीब लगता है, तो उसे नजरअंदाज न करें। हमारा दिमाग अक्सर छोटे-छोटे संकेतों को पकड़ लेता है, जिन्हें हम सचेत रूप से नहीं समझ पाते।
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Disclaimer: यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये ट्रिक्स हमेशा सही नहीं होती हैं और इनका इस्तेमाल किसी व्यक्ति पर गलत आरोप लगाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इन ट्रिक्स का इस्तेमाल सिर्फ लोगों को बेहतर ढंग से समझने के लिए किया जाना चाहिए।
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