International Dog Day 2025: आपकी मेंटल ही नहीं, आपकी फिजिकल हेल्थ को भी बेहतर बनाते हैं पेट डॉग्स
हर साल 26 अगस्त को इंटरनेशनल डॉग डे (International Dog Day 2025) मनाया जाता है। यह दिन इंसानों के उस बेजुबां दोस्त के लिए मनाया जाता है जो हमेशा साथ निभाता है। इस दिन डॉग्स के अडॉप्शन उनके अधिकार और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जााता है। आइए इस मौके पर जानें कैसे पेट डॉग आपकी सेहत को बेहतर बनाता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कुत्तों को अक्सर 'इंसानों का सबसे अच्छा दोस्त' कहा जाता है, और यह सिर्फ एक कहावत नहीं है सच्चाई है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आपका पेट डॉग आपकी सेहत को दुरुस्त बनाए रखने में कितनी मदद करता है?
जी हां, उनकी शरारतें, बेइंतहा प्यार और वफादारी न केवल आपके दिन को रोशन करती है, बल्कि आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी कई पॉजिटिव असर डालती हैं। आइए जानें कैसे पेट डॉग आपकी सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।
फिजिकल को होने वाले फायदे
- नियमित एक्सरसाइज और एक्टिविटी- कुत्ते पालने का सबसे पहला फायदा है नियमित चलना-फिरना। कुत्ते को दिन में दो-तीन बार टहलाने के लिए बाहर ले जाना पड़ता है। इससे व्यक्ति अनजाने में ही रोजाना खुद भी वॉक कर लेता है। यह नियमित एक्सरसाइज वजन कम करने में मदद करता है, ब्लड प्रेशर को स्थिर रखता है, दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है और मांसपेशियों व हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- दिल के स्वास्थ्य में सुधार- डॉग्स के साथ समय बिताने और खेलने से तनाव कम होता है, जिसका सीधा असर दिल की सेहत और ब्लड प्रेशर पर पड़ता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का रिस्क कम हो जाता है। इतना ही नहीं, इनके साथ खेलने से फिजिकल एक्सरसाइज भी होती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है।
- इम्यून सिस्टम मजबूत होना- कुत्तों के साथ रहने और बाहर समय बिताने से आपका शरीर कई तरह के कीटाणुओं और एलर्जेंस के संपर्क में आता है। इससे धीरे-धीरे आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और एलर्जी व अस्थमा जैसी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है, खासकर बच्चों में। लेकिन अगर आपको पहले से कोई एलर्जी या अस्थमा की समस्या है, तो सावधान रहें।
मेंटल हेल्थ को होने वाले फायदे
- तनाव और चिंता में कमी- कुत्ते के साथ समय बिताना, उसे सहलाना या सिर्फ उसके साथ खेलना शरीर में 'फील-गुड' हार्मोन जैसे ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है। साथ ही, तनाव के हार्मोन 'कोर्टिसोल' का स्तर कम होता है। इससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन की भावनाओं में काफी कमी आती है।
- अकेलापन और उदासी दूर होती है- एक कुत्ता एक ऐसा साथी है जो बिना किसी शर्त के आपको प्यार और साथ देता है। वह हमेशा आपके साथ रहता है, आपकी बात सुनता है और आपका मनोरंजन करता है। यह एहसास कि कोई आपका इंतजार कर रहा है, अकेलेपन और उदासी की भावना को दूर भगाता है। यह खासतौर से बुजुर्गों या अकेला जीवन जी रहे लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
- सोशल कॉन्टेक्ट बढ़ना- कुत्ता आपके लिए एक आइसब्रेकर का काम करता है। उसे टहलाने ले जाने पर पार्क या मोहल्ले में अन्य कुत्ता पालने वालों से मेलजोल और बातचीत नेचुरली बढ़ती है। इससे नए सोशल कनेक्शन बनते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
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