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    Holi 2025: होली पर सफेद कपड़े पहनना सिर्फ फैशन स्टेटमेंट है या इसके पीछे भी छिपे हैं कुछ कारण?

    इस साल 14 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली रंगों का त्योहार है लेकिन इस मौके पर लोग सादे सफेद कपड़े पहनते हैं। होली पर सफेद कपड़े पहनना फैशन स्टेटमेंट बन चुका है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों हैं? क्यों होली के मौके पर लोग सफेद कपड़े (Holi White Colour Outfit) पहनते हैं। आइए जानें इसके पीछे की वजह।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Tue, 11 Mar 2025 01:15 PM (IST)
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    क्या है होली पर सफेद कपड़े पहनने की वजह? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। होली, रंगों का त्योहार, भारत के सबसे मशहूर और उत्साह से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत, प्रेम, एकता और उल्लास का प्रतीक है। इस साल 14 मार्च (Holi 2025) को एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाकर हैं, मिठाइयां खाकर हैं और खुशियां मनाते हुए होली मनाई जाएगी।

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    इस त्योहार की एक खास बात यह है कि लोग अक्सर सफेद कपड़े (Holi White Colour Outfit) पहनते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि होली पर सफेद कपड़े क्यों पहने जाते हैं? आइए इसके पीछे के कारणों को समझते हैं।

    रंगों की चमक को उभारना

    सफेद रंग शुद्धता और सादगी का प्रतीक है। होली के दिन जब लोग सफेद कपड़े पहनते हैं, तो उन पर लगाए गए रंग और गुलाल की चमक और भी ज्यादा नजर आती है। सफेद कपड़े रंगों को अपने मूल रूप में दिखाते हैं, जिससे त्योहार का आनंद दोगुना हो जाता है। यह एक तरह से रंगों के प्रति सम्मान और उनकी सुंदरता को उजागर करने का तरीका है।

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    सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व

    होली का त्योहार सदियों से मनाया जा रहा है, और इसके साथ कई परंपराएं और रीति-रिवाज जुड़े हुए हैं। सफेद कपड़े पहनने की परंपरा भी इन्हीं में से एक है। पुराने समय में, लोग सादगी और शुद्धता के प्रतीक के रूप में सफेद कपड़े पहना करते थे। होली पर सफेद कपड़े पहनना इसी परंपरा का हिस्सा है, जो आज भी जीवित है।

    आध्यात्मिक महत्व

    सफेद रंग आध्यात्मिक रूप से शुद्धता, शांति और नवीनीकरण का प्रतीक माना जाता है। होली का त्योहार न केवल बाहरी रूप से, बल्कि आंतरिक रूप से भी शुद्धि और नए सिरे से शुरुआत करने का संदेश देता है। सफेद कपड़े पहनकर लोग इस आध्यात्मिक भावना को व्यक्त करते हैं और अपने मन और आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं।

    सामाजिक एकता का प्रतीक

    होली का त्योहार समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है। सफेद कपड़े सभी को एक समान दिखाते हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि होली के दिन सभी लोग बिना किसी भेदभाव के एक साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं। यह रंग, जाति, धर्म और सामाजिक स्थिति के भेद को मिटाकर सभी को एकजुट करता है।

    प्राकृतिक और सुंदरता से भरपूर

    सफेद कपड़े प्राकृतिक रूप से सभी रंगों के साथ मेल खाते हैं। होली के दिन जब लोग रंगों से सराबोर होते हैं, तो सफेद कपड़े उन रंगों को और भी जीवंत बना देते हैं। यह एक सुंदरता भरा दृष्टिकोण है, जो त्योहार के उत्साह को बढ़ाता है।

    आधुनिक समय में प्रासंगिकता

    आधुनिक समय में भी सफेद कपड़े पहनने की परंपरा जारी है। यह न केवल एक फैशन स्टेटमेंट है, बल्कि होली की पारंपरिक भावना को बनाए रखने का तरीका भी है। आजकल लोग सफेद कुर्ते, सफेद सलवार सूट या सफेद टी-शर्ट पहनकर होली का आनंद लेते हैं।

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