लिवर की दुश्मन बन सकती है आपकी पसंदीदा Boba Tea, डॉक्टर ने बताईं 3 चौंकाने वाली वजहें
क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें Boba Tea पीना बेहद पसंद है? अगर हां तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी हो सकती है। दरअसल यह ड्रिंक देखने में जितनी बढ़िया लगती है आपके लिवर के लिए उससे कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। हार्वड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने 3 ऐसी वजहों (Boba Tea Health Risks) का खुलासा किया है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें गर्मियों में ठंडी-ठंडी, Boba Tea देखते ही मुंह में पानी आ जाता है? जी हां, आजकल यंगस्टर्स के बीच यह ड्रिंक खूब फेमस हो रही है। रंग-बिरंगे फ्लेवर और चबाने वाले टैपिओका पर्ल्स के साथ, बड़े-बड़े कैफेज में इसे सर्व किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी यह फेवरेट ड्रिंक आपके शरीर, खासकर आपके लिवर पर क्या असर डाल रही है (Is Boba Tea Bad For Liver)?
हाल ही में, डॉ. सौरभ सेठी ने इंस्टाग्राम पर बोबा टी के कुछ ऐसे पहलू बताए हैं (Doctor Warns About Boba Tea) जो आपके लिवर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वे 3 चौंकाने वाली वजहें (Boba Tea Health Risks), जो आपकी बोबा टी को लिवर का दुश्मन बना सकती हैं।
चीनी की बेतहाशा मात्रा
सबसे पहली और सबसे बड़ी वजह है बोबा टी में मौजूद चीनी की जरूरत से ज्यादा मात्रा। चाहे आप इसे 'कम मीठा' कहकर ऑर्डर करें या 'नॉर्मल' मीठा, इसमें चीनी की मात्रा आपकी सोच से कहीं ज्यादा होती है। एक सामान्य बोबा टी में कई चम्मच चीनी होती है, जो आपके डेली शुगर इनटेक की सीमा को आसानी से पार कर जाती है।
डॉक्टर का कहना है कि जब आप इतनी ज्यादा चीनी का सेवन करते हैं, तो आपका लिवर इसे प्रोसेस करने के लिए ओवरटाइम काम करता है। एक्स्ट्रा शुगर, लिवर में फैट के रूप में जमा होने लगती है। समय के सा
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कैलोरी का बंडल
बोबा टी में कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है, लेकिन ये 'Empty Calories' होती हैं। इसका मतलब है कि इनमें एनर्जी तो होती है, लेकिन आपके शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व, जैसे विटामिन, मिनरल और फाइबर, न के बराबर होते हैं। आप जितनी ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं, आपके शरीर को उतना ही ज्यादा फैट जमा करने का मौका मिलता है। जब आप न्यूट्रिशन्स के बिना हाई कैलोरी फूड्स को डाइट में शामिल करते हैं, तो लिवर पर जरूरत से ज्यादा दबाव पड़ता है।
रिफाइंड कार्ब्स का खेल
बोबा टी की जान कहे जाने वाले टैपिओका पर्ल्स (जो काले या सफेद मोती जैसे दिखते हैं) भी एक चिंता का विषय हैं। ये पर्ल्स मुख्य रूप से रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बने होते हैं। रिफाइंड कार्ब्स वो होते हैं जिन्हें प्रोसेसिंग के दौरान उनके नेचुरल फाइबर और पोषक तत्वों से अलग कर दिया जाता है।
जब आप रिफाइंड कार्ब्स का सेवन करते हैं, तो वे शरीर में तेजी से शुगर में बदल जाते हैं, जिससे Blood Sugar का स्तर अचानक बढ़ जाता है। इस बढ़े हुए शुगर को कंट्रोल करने के लिए, आपके लिवर और पैंक्रियास को ज्यादा काम करना पड़ता है। लगातार ऐसा होने से लिवर पर दबाव पड़ता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो आगे चलकर टाइप 2 डायबिटीज और लिवर की अन्य बीमारियों का जोखिम बढ़ाती हैं।
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