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    शरीर की अकड़न दूर करने और Flexibility बढ़ाने के लिए बेस्ट हैं ये 5 योगासन

    Updated: Tue, 31 Dec 2024 05:09 PM (IST)

    ज्यादा देर तक बैठे-बैठे अक्सर हमारे शरीर में अकड़न होने लगती है। इससे पीठ गर्दन और कमर जैसे हिस्सों में दर्द की समस्या भी हो जाती है। इस वजह से हमारी बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी भी कम हो जाती है जो हमारे लिए अच्छा नहीं है। इसलिए हम यहां कुछ ऐसे योगासन (Yoga For Flexibility) बता रहे हैं जो फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

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    बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाने के लिए करें योग (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Yoga For Flexibility: योग सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं है, बल्कि शरीर और मन को एक साथ जोड़ने का भी एक तरीका है। रोज इसकी प्रैक्टिस करने से न केवल फिजिकल हेल्थ में सुधार होता है, बल्कि मेंटल स्ट्रेस भी कम होता है। फ्लेक्सिबिलिटी यानी शरीर की मांसपेशियों और जोड़ों की मोबिलिटी को बढ़ाने (Body Relaxation Through Yoga) में योग बेहद मददगार हो सकता है। यह न केवल आपकी रोज की एक्टिविटीज को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि चोटों से बचाव में भी अहम भूमिका निभाता है।

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    आइए जानते हैं फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए 5 असरदार योगासन-

    अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)

    यह आसन शरीर के ऊपरी और निचले हिस्से दोनों को खींचता है।

    कैसे करें?

    • घुटनों और हाथों के बल बैठें।
    • नितंबों को ऊपर उठाते हुए शरीर को V के आकार में बनाएं।
    • एड़ियां जमीन को छूने दें और सिर को पैरों की ओर झुकाएं।

    फायदे-

    • कंधों, पैरों और रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है।
    • तनाव कम करता है और पाचन में सुधार करता है।

    यह भी पढ़ें: Side Belly Fat कम करने के लिए करें 5 योगासन, कुछ ही दिनों में मिलेगी स्लिम-ट्रिम कमर

    भुजंगासन (Cobra Pose)

    यह आसन रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है और पेट के अंगों को मजबूत करता है।

    कैसे करें?

    • पेट के बल लेट जाएं और ठोढ़ी को जमीन पर टिकाएं।
    • हाथों को कंधों के बराबर रखें और धीरे-धीरे ऊपर उठें।
    • गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं और छाती को खोलें।

    फायदे-

    • रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है।

    त्रिकोणासन (Triangle Pose)

    यह आसन पूरे शरीर को खींचता है और बैलेंस को बेहतर बनाता है।

    कैसे करें?

    • पैरों को कूल्हों जितना दूर फैलाएं।
    • दायां पैर आगे और बायां पैर पीछे की ओर रखें।
    • दाएं हाथ को जमीन पर टिकाएं और बाएं हाथ को सीधा ऊपर उठाएं।

    फायदे-

    • पैरों, कूल्हों और रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है।
    • तनाव कम करता है और पाचन में सुधार करता है।

    पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

    यह आसन हैमस्ट्रिंग्स, निचली पीठ और रीढ़ की हड्डी को खींचता है।

    कैसे करें?

    • सीधे बैठ जाएं और पैरों को आगे फैलाएं।
    • आगे झुकें और पैरों के अंगूठों को पकड़ने की कोशिश करें।

    फायदे-

    • हैमस्ट्रिंग्स, निचली पीठ और रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाता है।
    • तनाव कम करता है और पाचन में सुधार करता है।

    उत्तानपादासन (Legs Up the Wall Pose)

    यह आसन पैरों को आराम देता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है

    कैसे करें?

    • दीवार के पास बैठें और पैरों को दीवार पर टिकाएं।
    • शरीर को जमीन पर लेट जाएं।

    फायदे-

    • पैरों की थकान दूर करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
    • तनाव कम करता है और नींद में सुधार करता है।

    फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए कुछ अन्य सुझाव-

    • वार्म-अप- योग से पहले हमेशा वार्म-अप करना जरूरी है।
    • धीरे-धीरे करें- किसी भी आसन को करने में जल्दबाजी न करें।
    • सांस लेने पर ध्यान दें- योग करते समय सांस पर फोकस करें।
    • एक योगा ट्रेनर से सलाह लें- अगर आप पहली बार योग कर रहे हैं, तो किसी ट्रेनर से जरूर सलाह लें।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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