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    World Menstrual Hygiene Day 2023: सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ा सकती है पीरियड्स के दौरान हाइजीन की कमी

    World Menstrual Hygiene Day 2023 पीरियड्स महिलाओं में होने वाली एक नेचुरल प्रक्रिया है जिससे हर वह महीने गुजरती हैं। इस दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है वरना इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती है।

    By Jagran NewsEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Tue, 23 May 2023 06:22 PM (IST)
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    पीरियड्स के दौरान ऐसे रखें हाइजीन का ख्याल

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Menstrual Hygiene Day 2023: मासिक धर्म से जुड़ी स्वच्छता के प्रति जागरूकता अब लोगों में बढ़ रही है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (एनएफएचएस-5) में ऐसी महिलाओं (15-24 वर्ष) के अनुपात का आकलन किया गया है, जो मासिक धर्म के दौरान स्वच्छ तरीकों का इस्तेमाल करती हैं। देश के सभी राज्यों से अच्छे संकेत मिले हैं पर यह काफी नहीं है। इसके लिए सतत जागरूकता ही उपाय है। मासिक धर्म के दिनों में स्वच्छता न बरती जाए, तो महिलाएं कई गंभीर व जटिल बीमारियों का शिकार हो सकती हैं। जैसे- प्रजनन पथ संक्रमण यानी आरटीआई, मूत्र पथ का संक्रमण या यूटीआई आदि। कुछ अध्ययनों के अनुसार, पर्याप्त स्वच्छता नहीं होने से सर्वाइकल कैंसर का जोखिम भी रहता है।

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    पीरियड्स के दौरान ध्यान रखने योग्य जरूरी बातें-

    • सैनिटरी पैड, टेंपोन, मेंस्ट्रुअल कप आदि जिसका भी प्रयोग कर रही हैं, सुनिश्चित करें कि मासिक धर्म संबंधी ये सभी उत्पाद सुरक्षित हों।
    • किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल लंबे समय तक न करें। एक सैनिटरी पैड या टेंपोन का प्रयोग दस से बारह घंटे से अधिक नहीं करना चाहिए।
    • अधिक समय तक एक ही उत्पाद का प्रयोग करने से टॉक्सिस शॉक सिंड्रोम और सेप्सिस अथवा रक्त विषाक्तता की समस्या हो सकती है।
    • सैनिटरी पैड बदलना है, यह स्वयं को याद दिलाने के लिए आप अलार्म भी सेट कर सकती हैं।
    • जेनिटल एरिया को नियमित साफ करना जरूरी है। साथ ही इन हिस्सों को सूखा रखें।
    • गर्मियों में चुनौती बढ़ जाती है। शरीर के इस हिस्से में पसीना व नमी की समस्या बढ़ने से संक्रमण का जोखिम रहता है।
    • शरीर में पानी की कमी न होने दें। खानपान का संतुलन भी मासिक धर्म से पैदा होने वाले कठिनाइयों को कम करने में मदद करता है।
    • निजी अंगों की सफाई में क्षार युक्त या बहुत कठोर साबुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
    • बाजार में मिलने वाले ऐसे साबुन को अनदेखा करें, जो निजी अंगों के पीएच संतुलन को बिगाड़कर संक्रमण का जोखिम बढ़ा देते हैं।
    • बहुत अधिक दर्द या असहजता को हल्के में नहीं लेना चाहिए। मासिक धर्म के दौरान महसूस होने वाली ये कठिनाइयां गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकती हैं।
    • संभव है हर माह होने वाली ऐसी जटिलताएं एंडोमेट्रोसिस या फाइब्रायड के लिए खतरे की घंटी हो।

    डॉ. सुरुचि देसाई, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, नानावती मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, मुंबई

    बातचीत : सीमा झा