World Kidney Day 2023: सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती हैं किडनी की ये 3 समस्याएं, जान लें इनके लक्षण
World kidney Day 2023 किडनी केयर के प्रति लोगों को जागरूक बनाने के मकसद से 9 मार्च को वर्ल्ड किडनी डे मनाया जाता है। शरीर का यह महत्वपूर्ण अंग कैसे काम करता है और इसकी देखभाल कैसे करनी चाहिए जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World kidney Day 2023: शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह बहुत जरूरी है कि व्यक्ति की किडनी सही तरीके से काम करती रहे। इसकी संरचना लाखों सूक्ष्म तंतुओं से होती है, जिन्हें नेफ्रॉन्स कहा जाता है। किडनी से जुड़ी बीमारियां नेफ्रॉन्स की गड़बड़ी से होती है। अगर किसी वजह से किडनी के नेफ्रॉन्स डैमेज हो जाएं, तो खून की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती, जिससे शरीर को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आमतौर पर आनुवंशिकता, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दर्द निवारक दवाओं के ज्यादा सेवन से किडनी को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि शुरुआती दौर में लोग इसके लक्षणों को पहचान नहीं पाते। जब लोगों को इसके बारे में पता चलता है तब तक इनकी दोनों किडनियां 60 से 65 प्रतिशत तक नष्ट हो चुकी होती हैं। इसलिए उससे पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि किडनी से जुड़ी कौन से समस्याएं सेहत को प्रभावित करती हैं और उनके लक्षण क्या हैं? जिससे समय रहते इसका उपचार किया जा सके।
किडनी स्टोन
किडनी जब खून को फिल्टर करती है तो उसमें से सोडियम और कैल्शियम के अलावा अन्य मिनरल्स के अवशेष बारीक कणों के रूप में निकलकर यूरेटर के जरिए ब्लैडर तक पहुंचते हैं और यूरिन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं, पर कभी-कभी खून में इनकी मात्रा बढ़ जाती है तो ये किडनी में जमा होकर रेत के कणों या पत्थर के टुकड़ों जैसा आकार ग्रहण कर लेते हैं और इनसे ब्लैडर तक यूरिन पहुंचने के रास्ते में रूकावट पैदा होती है।
लक्षण
- पेट में तेज दर्द
- बार-बार टायलेट जाने की जरूरत महसूस होना
- रूक-रूक कर दर्द के साथ यूरिन डिस्चार्ज साथ में ब्लड आना
- कंपकपी के साथ बुखार
- भूख न लगना और जी मिचलाना
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
शरीर का यूरिनरी सिस्टम किडनी, यूरेटर ब्लैडर औऱ यूरेथ्रा से मिलकर बना होता है। कभी-कभी इसमें संक्रमण हो जाता है, जिसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन या यूटीआई कहा जाता है। किडनी से संबंधित यह आम समस्या है, पुरुषों की तुलना में स्त्रियों को यह परेशानी ज्यादा होती है।
लक्षण
- यूरिन डिस्चार्ज के दौरान दर्द
- बार-बार टॉयलेट जाना
- बुखार
- शरीर मे कंपन और बुखार
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- यूरिन में बदबू और रंगत में बदलाव
पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज
बोलचाल की भाषा में हम इसे किडनी फेल्योर कहते हैं, दरअसल वह पॉलिसिस्टिक डिज़ीज ही है। ऐसी स्थिति में किडनी में गांठ बन जाती है और उसकी कार्यक्षमता कम हो जाती है। हाई बीपी और डायबिटीज के मरीजों में किडनी फेल होने की आशंका बढ़ जाती है।
लक्षण
- पीठ और पेट के निचले हिस्से में दर्द
- सिरदर्द
- यूटीआई इंफेक्शन
- हाथ-पैरों और आंखों में सूजन
- सांस फूलना
- भोजन में अरुचि
- पाचन संबंधी गड़बड़ी
- खून की कमी
- त्वचा की रंगत में कालापन
- अनावश्यक कमजोरी
- थकान
- बार-बार टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होना
- पैरों में दर्द और खिंचाव महसूस होना
Pic credit- freepik
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