World Hypertension Day 2024: हाई बीपी के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हैं ये 4 आसन
ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर के नाम से जाना जाता है। हाई बीपी में ब्लड प्रेशर 90/140 या इसके ऊपर पहुंच जाता है। शरीर के धमनियों में ब्लड का प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इसके चलते हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए कुछ खास आसन साबित हो सकते हैं बेहद फायदेमंद।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Hypertension Day 2024: उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर आपकी धमिनियों (arteries) में बहने वाले रक्त का दबाव कहलाता है। उच्च रक्तचाप हो या निम्न रक्तचाप दोनों ही शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। उच्च रक्तचाप एक खतरनाक स्थिति है जो आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकती है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए योग किसी उपचार से कम नहीं है। तो आज हम कुछ ऐसे योग आसनों के बारे में जानेंगे, जो हाई बीपी के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद आसन
उत्तानासन
उत्तानासन एक एंटी-ग्रैविटी पोज है, जिसे करने से सिर की ओर ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है। शरीर के साथ दिमाग शांत होता है, ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल रहता है।
कैसे करें उत्तानासन?
- उत्तानासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- दोनों पैरों को एक साथ रखें और दोनों हाथों को ऊपर सीधा फैलाएं।
- सांस भरते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए नीचे की ओर झुकें।
- दोनों हाथों से पैर के पंजों को छूने की कोशिश करें।
- इस आसन में कम से कम 60 सेकंड तक बने रहने की कोशिश करें फिर नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं।
अधोमुख श्वान आसन
अधोमुख श्वान आसन भी हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए बहुत ही अच्छा आसन है। इसे करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरीके से होता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है।
कैसे करें अधोमुख श्वान आसन?
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दोनों पैरों के बीच में थोड़ा सा गैप रखें।
- अब आगे की ओर झुकते जाएं अपने दोनों हाथों को जमीन पर रखें।
- आपके पैर और सीने के बीच 90 डिग्री का कोण बनना चाहिए।
- अधोमुख श्वान आसन में 2 से 3 मिनट रूकने की कोशिश करें। फिर नॉर्मल पोजिशन में आ जाएं।
जानु शीर्षासन
जानुशीर्षासन हाई बीपी की परेशानी में काफी फायदेमंद है। जो दिमाग को शांत रखता है और पाचन संबंधी दिक्कतें भी दूर करता है। इसके अलावा इस आसन को करने से रीढ़, कंधे, पैरों और कमर की भी अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है।
कैसे करें जानुशीर्षासन?
- जानुशीर्षासन करने के लिए योगा मैट पर दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करके बैठ जाएं।
- अब अपने दाएं पैर को मोड़ के बाएं पैर की जांघ पर रखें।
- अपने दोनों हाथों को ऊपर की ओर करें सीधा खड़ा करें।
- अब शरीर को बाईं ओर साइड से और बाएं पैर के पंजे पकड़ लें।
- अपने सिर को बाएं पैर के घुटने पर रख लें। इस मुद्रा में रहते हुए 5 से 10 बार सांस लें।
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शवासन
शवासन एक रिलैक्सिंग पोज है। जिसे योगाभ्यास के बाद रिलैक्स होने के लिए लिया किया जाता है, लेकिन यह एक ध्यान मुद्रा भी है। इसे करने से एक अलग ही तरह की शांति का एहसास होता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर में भी फायदे मिलते हैं।
कैसे करें शवासन?
- इस आसन को करने के लिए योगा मैट पर सीधे लेट जाएं। हथेलियों को ऊपर आसमान की ओर और पैरों को एकदम लूज छोड़ दें।
- आखों को बंद करके ध्यान करें। इस आसन में आप अपनी इच्छा के अनुसार रह सकते हैं।
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