World Hypertension Day 2023: आदतें जो बढ़ा सकती हैं आपका ब्लड प्रेशर, आज और अभी से कर लें इनसे तौबा
World Hypertension Day 2023 जब शरीर की रक्त धमनियों की दीवारों पर लंबे समय तक खून का दबाव बढ़ जाता है तो इसे हाइपरटेंशन कहा जाता है। इस बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है जिसके होने और बढ़ने में हमारी कुछ आदतें बहुत बड़ी जिम्मेदार हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Hypertension Day 2023: वैसे तो कोई भी हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकता है लेकिन, कुछ लोग अपनी आदतों या शौक के कारण भी इस बीमारी को न्यौता देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे लोगों की कुल संख्या लगभग 1.3 बिलियन है। इस बीमारी को “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है, क्योंकि कई सालों तक यह बिना किसी लक्षण के बढ़ते रहता है। समय रहते अगर आप ब्लड प्रेशर का इलाज नहीं करते हैं, तो इससे दिल की बीमारी, दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती है।
तो सबसे पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि हमारी डे टू डे की कौन सी आदतें इस बीमारी को बढ़ावा देने का काम करती हैं। वैसे नेशनल हार्ट इंस्टीटयूट के अनुसार हमारी उम्र, जेनेटिक्स और कई प्रकार की दवाएं भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में योगदान देती हैं।
नमक की अधिकता
नमक हमारे खाने में टेस्ट को एड करता है। लेकिन बहुत ज्यादा नमक खाना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हार्ट के अनुसार, डाइट में ज्यादा सोडियम युक्त चीज़ें खाने से से बल्ड प्रेशर बढ़ने लगता है।
स्मोकिंग
वे लोग जो दिन में बहुत ज्यादा स्मोकिंग करते हैं, उन्हें भी हाई ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम हो सकती है। दरअसल, स्मोकिंग करने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं। इसके चलते ब्लड प्रेशर का लेवल हाई होने लगता है।
एल्कोहल
बहुत ज्यादा अल्कोहल का सेवन करने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इतना ही नहीं हाई बीपी के मरीज अगर शराब का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं, तो उनपर ब्लड प्रेशर की दवाओं का असर भी कम होता है। लगातार और लंबे समय तक शराब पीने से क्रोनिक हाइपरटेंशन हो सकता है। क्रोनिक हाइपरटेंशन कोरोनरी आर्टरी की बीमारी का एक बहुत बड़ा खतरा है।
स्ट्रेस
बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेना भी हाइपरटेंशन को बढ़ावा देता है।
नींद की कमी
नींद की कमी से तनाव हार्मोन में वृद्धि हो सकती है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है।
मोटापा
अधिक वजन या मोटापा होने से हृदय और रक्त वाहिकाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है जिससे उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है।
पारिवारिक इतिहास
अगर आपके माता-पिता में से किसी को उच्च रक्तचाप की समस्या है, तो आगे की पीढ़ियों में भी इसके विकसित होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में योग और प्राकृतिक चिकित्सा बहुत मददगार हो सकती है। कुछ आसनों के नियमित अभ्यास से तनाव कम करने, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने और अच्छी नींद को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
उच्च रक्तचाप को प्राकृतिक रूप से ठीक करने के लिए डाइट का रोल भी बहुत खास होता है। अपने भोजन में फाइबर से भरपूर चीज़ें लें। प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें। मैग्नीशियम और ओमेगा -3 फैटी एसिड वाले फूड आइटम्स उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
(राजीव राजेश, मुख्य योग अधिकारी, जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट, बैंगलोर से बातचीत पर आधारित)
Pic credit- freepik
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