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    World Brain Day 2023: क्या आप भी सच मानते हैं ब्रेन ट्यूमर से जुड़े ये मिथक, तो जानें इनकी सच्चाई

    By Harshita SaxenaEdited By: Harshita Saxena
    Updated: Sat, 22 Jul 2023 07:44 AM (IST)

    World Brain Day 2023 शरीर को सही तरीके से चलाने के लिए हमारे दिमाग का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। एक स्वस्थ जीवन के लिए मस्तिष्क का स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी है। ब्रेन ट्यूमर दिमाग से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जिसके बारे में आप भी कई गलत जानकारियां मौजूद हैं। ब्रेन डे पर जानते हैं इससे जुड़े कुछ मिथक और फैक्ट्स

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    ब्रेन ट्यूमर से जुड़े आम मिथक और उनकी सच्चाई

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Brain Day 2023: आज पूरी दुनिया में विश्व मस्तिष्क दिवस यानी वर्ल्ड ब्रेन डे मनाया जा रहा है। दिमाग हमारे शरीर का एक बेहद जरूरी अंग है। शरीर से जुड़ी सभी कार्यों में दिमाग अहम भूमिका निभाता है। मस्तिष्क की इसी अहमियत को देखते हुए हर साल दुनियाभर में 22 जुलाई को विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है। यह दिन मस्तिष्क संबंधी स्थितियों से प्रभावित व्यक्तियों के लिए शिक्षा, अनुसंधान और सहायता को बढ़ावा देता है।

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    यह दिन मस्तिष्क के स्वास्थ्य और न्यूरोलॉजिकल डिस्ऑर्डर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी मनाया जाता है। ब्रेन ट्यूमर दिमाग से जुड़ी ऐसी ही एक गंभीर समस्या है, जिससे दुनियाभर में कई सारे लोग पीड़ित है। यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती हैं, अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए। आज वर्ल्ड ब्रेन डे के मौके पर हम आपको ब्रेन ट्यूमर से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में-

    मिथक: ब्रेन ट्यूमर हमेशा कैंसरयुक्त होते हैं।

    तथ्य: सभी ब्रेन ट्यूमर कैंसरग्रस्त नहीं होते हैं। ब्रेन ट्यूमर कैंसरयुक्त और गैर-कैंसरयुक्त हो सकते हैं। कुछ ब्रेन ट्यूमर ऐसे होते हैं, जो शरीर में अन्य भागों में फैलते नहीं हैं और आम तौर पर घातक ट्यूमर की तुलना में कम आक्रामक होते हैं।

    मिथक: ब्रेन ट्यूमर केवल बुजुर्गों और वयस्कों में होता है।

    तथ्य: ब्रेन ट्यूमर बच्चों सहित सभी उम्र के लोगों में हो सकता है। दरअसल, 15 साल से कम उम्र के बच्चों में ब्रेन ट्यूमर दूसरा सबसे आम प्रकार का कैंसर है।

    मिथक: सेल फोन ब्रेन ट्यूमर का कारण बनता है।

    तथ्य: इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि सेल फोन ब्रेन ट्यूमर का कारण बनता है। हालांकि, कुछ अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग सेल फोन का अधिक उपयोग करते हैं उनमें ब्रेन ट्यूमर का खतरा थोड़ा बढ़ सकता है।

    मिथक: ब्रेन ट्यूमर का कोई इलाज नहीं है।

    तथ्य: ब्रेन ट्यूमर के लिए कोई एक इलाज नहीं है। ब्रेन ट्यूमर का उपचार ट्यूमर के प्रकार और स्थान के साथ-साथ रोगी की उम्र और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। हालांकि, इसके लिए सर्जरी, विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी सहित कई प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं।

    मिथक: ब्रेन ट्यूमर हमेशा घातक होते हैं।

    तथ्य: ब्रेन ट्यूमर घातक हो सकता है, लेकिन कई मरीज उचित उपचार के साथ लंबा जीवन जी सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर में जीवित रहने की दर ट्यूमर के प्रकार और स्थान के साथ-साथ रोगी की उम्र और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।

    मिथक 6: ब्रेन ट्यूमर संक्रामक होते हैं।

    तथ्य: ब्रेन ट्यूमर संक्रामक नहीं होते हैं और शारीरिक संपर्क आदि के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकते हैं।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

    Picture Courtesy: Freepik