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    Women Health Tips: 40 की उम्र के बाद महिलाओं को किन बातों का रखना चाहिए ख़्याल, बता रहे हैं एक्सपर्ट्स

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Thu, 24 Feb 2022 04:30 PM (IST)

    Women Health Tips महिलाओं पर ऑफिस के साथ घर की भी ज़िम्मेदारी होती है। जिसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से पड़ता है। यही वजह है कि उन्हें 40 की हो जाने के बाद अपनी सेहत पर ज़्यादा ध्यान देना होता है।

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    40 की उम्र के बाद महिलाओं को किन बातों का रखना चाहिए ख़्याल, बता रहे हैं एक्सपर्ट्स (Pic Courtesy: Freepik)

    नई दिल्ली, रूही परवेज़। Women Health Tips: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी हमें ख़ुद का ख़्याल रखने का वक्त ही नहीं मिल पाता। खासतौर पर महिलाओं पर ऑफिस के काम के साथ घर की भी ज़िम्मेदारी होती है। जिसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से पड़ता है। यही वजह है कि महिलाओं को खासतौर पर 40 की हो जाने के बाद अपनी सेहत पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत हो जाती है, ताकि वे बढ़ती उम्र के साथ सेहतमंद रहें। तो आइए जानें कि एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या राय देते हैं।

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    40 की होने पर किन-किन बातों का ख़्याल रखें

    गुरुग्राम के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट-गायनेकोलॉजी, डॉ. रितु सेठी ने बताया कि महिलाओं को 40 की उम्र में सेहत से जुड़े कौन-कौन से टेस्ट करवाने चाहिए।

    - 40 साल से ज़्यादा उम्र की महिलाओं के लिए प्रारंभिक अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए हर साल मैमोग्राम टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है।

    - हृदय की बीमारी में भी ऐसा ही होना चाहिए। हृदय की बीमारी कैल्शियम टेस्ट से पता चल सकती है। इससे पता चलता है कि कि क्या धमनियां सख्त होने लगी हैं और क्या एक महिला को लाइफस्टाइल और दवा में बदलाव की ज़रूरत होती है।

    - 40 साल से ज़्यादा उम्र की महिलाओं को अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अपने कैल्शियम और विटामिन-डी के सेवन को भी बढ़ावा देना चाहिए।

    - किसी भी आंखो से सम्बंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच भी की जानी चाहिए। एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर खानपान, जैसे कि फल और सब्जियां दृष्टि हानि को कम करने में मदद कर सकती हैं।

    - 40 वर्ष की आयु के आसपास ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और शरीर के वज़न की जांच करना चाहिए। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हम कम लचीले होते जाते हैं। योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से लचीलेपन, ताकत, संतुलन आदि में सुधार करने में मदद मिल सकती है।

    - जब मेटाबॉलिज्म 40 साल की आयु के आसपास धीमा हो जाता है, तो कम कैलोरी खाने से आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिल सकती है।

    उम्र के हर पड़ाव में ध्यान रखना ज़रूरी

    मैत्री वुमनस हेल्थ की फाउंडर, डॉ. अंजलि कुमार ने कहा, "महिलाओं को उम्र के 40वें दशक में जो स्वास्थ्य समास्याएं होती थीं वे अब 20s की उम्र में हो रही है। उम्र के इस पड़ाव में महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतनी चाहिए। यह ज़रूरी है कि वे अब पहले अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। अपने दिन की शुरुआत स्वस्थ नाश्ते से करें। अपना नाश्ता कभी न छोड़ें क्योंकि अध्ययनों में यह भी पता चला है कि जो महिलाएं नाश्ता करती हैं उनका वज़न कम होता है और कम कार्ब्ज़ वाली डाइट की तुलना में ज़्यादा सेहमंद रहती हैं। महिलाएं एक्सरसाइज़ करना न भूलें। कम से कम आधे घंटे के लिए किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि ज़रूर करें। इस उम्र के दौरान आपको अपनी हड्डियों पर ध्यान देना चाहिए। कैल्शियम और विटामिन-डी के सेवन को बढ़ावा दें। ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के लिए अपने शरीर के स्वास्थ्य की जांच का समय ज़रूर निर्धारित करें।"