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    सर्दी में दिल को ठंडा पड़ने से बचाएंगे 5 टिप्स, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा होगा कम

    सर्दी का मौसम दिल पर भारी पड़ सकता है। इस मौसम में शरीर का तापमान मेंटेन करने के लिए ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं जिसके कारण दिल पर काफी दबाव पड़ता है। इतना ही नहीं हमारी रोज की कुछ गलतियां भी दिल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसी बातों (Winter Heart Care Tips) के बारे में जो दिल को हेल्दी रखने में मदद करेंगी।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Tue, 24 Dec 2024 11:32 AM (IST)
    सर्दियों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा! (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Winter Health Tips: दिसंबर का महीना खत्म होने वाला है और इसी के साथ ठंड का दौर भी शुरू हो गया है। सर्दी की वजह से कई शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं, जिनमें हार्ट अटैक (Winter Heart Attack), स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर शामिल हैं।

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    आपको बता दें कि सर्दियों में हार्ट अटैक आने का खतरा भी काफी ज्यादा होता है। इसलिए इस मौसम में दिल को लेकर ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। यहां हम आपको रोजमर्रा के 5 ऐसे टिप्स (Winter Heart Safety Tips) बताने वाले हैं, जो आपके दिल को हेल्दी रखने में मदद कर सकती हैं।

    ऊनी कपड़े पहनकर न सोएं

    शरीर को गर्म रखने के लिए सर्दी के मौसम में हम ऊनी स्वेटर और कोट आदि पहनते हैं। ऊनी कपड़े शरीर से निकलने वाली गर्मी को अंदर ही लॉक करके रखते हैं। इसके कारण शरीर का तापमान बाहर के तापमान की तुलना में ज्यादा हो जाता है।

    रात को सोते समय ऊनी कपड़े पहनने से आप जबतक सो रहे होते हैं आपके शरीर का तापमान ज्यादा रहता है और इसके कारण बीपी की समस्या या सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसके कारण दिल को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए कोशिश करें कि ऊनी कपड़े पहनकर न सोएं। अगर पहन भी रहे हैं, तो अंदर सूती कपड़ा पहनें और पतला स्वेटर पहनें।

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    अचानक न उठें

    सर्दियों में हीट लॉस को कम करने के लिए हमारी आर्टरीज कॉन्स्ट्रिक्ट हो जाती हैं। इससे ब्लड फ्लो धीमा हो जाता है। इसलिए सुबह उठते ही बिस्तर से उतरकर अपनी दिनचर्या में न लग जाएं। ऐसा करने से हार्ट अटैक, हाई बीपी या चक्कर आने की समस्या हो सकती है।

    इसलिए सुबह उठने के बाद कुछ मिनट बिस्तर पर बैठें और हाथों को स्ट्रेच करें। इसके बाद पैरों को नीचे करके थोड़ा हिलाएं। थोड़ी देर बिस्तर पर बैठे रहें, फिर ही बेड से नीचे उतरें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और दिल को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

    15 मिनट से ज्यादा एक्सरसाइज न करें

    सर्दी के मौसम में ज्यादा दबाव डालने वाली एक्सरसाइज को 15 मिनट से ज्यादा नहीं करना चाहिए। एक्सरसाइज करते समय हमारे शरीर का तापमान बदलता है और वह बाहर के तापमान के साथ संतुलन नहीं बना पाता है। इसके कारण दिल पर नेगेटिव असर पड़ता है।

    इसलिए अगर आप बहुत मेहनत वाली एक्सरसाइज कर रहे हैं, तो 15 मिनट से ज्यादा न करें और बीच-बीच में ब्रेक लेकर करें। साथ ही, एक्सरसाइज करते समय खुद को हाइड्रेटेड रखें और अचानक गर्म कपड़े उतारकर एक्सरसाइज शुरू न करें।

    5-10 मिनट ही नहाएं

    सर्दी में ठंडे या गर्म पानी से नहाने के बजाय गुनगुने पानी से नहाएं। आपको बता दें कि अगर आप ठंडे पानी से नहाते भी हैं, तो सबसे पहले अपने पैरों पर पानी डालें। सिर पर सीधा पानी डालने से ठंड के कारण दिमाग की नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे खून का दबाव बढ़ जाता है।

    इसकी वजह से दिमाग की नस फट सकती है और स्ट्रोक आ सकता है। इसलिए पैरों पर पानी डालें, ताकि शरीर को उस तापमान में ढलने का समय मिल सके। वैसे तो सर्दी में नहाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप गुनगुने पानी से 5-10 मिनट तक नहाएं। इससे त्वचा शुष्क भी नहीं होगी और स्ट्रोक का खतरा भी कम होगा।

    लगातार हीटर न चलाएं

    हीटर हवा की नमी को सोख लेता है और ऑक्सीजन लेवल भी कम कर देता है। साथ ही, यह कार्बन मोनोऑक्साइड नाम की टॉक्सिक हवा का लेवल बढ़ा देता है, जिससे घुटन और डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन की वजह से खून गाढ़ा हो जाता है, जिससे दिल को ब्लड पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

    इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इसलिए हीटर या बेलोअर का लगातार इस्तेमाल न करें। हीटर चलाते समय वेंटिलेशन का खास ध्यान रखें और कमरे ही नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर या कमरे के कोने में एक बाल्टी पानी भरकर रखें।

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