सर्दी-खांसी होते ही क्यों बैठ जाता है गला? गारंटी है आपको नहीं पता होगी इसकी वैज्ञानिक वजह
क्या आपने कभी सोचा है कि जुकाम या सर्दी होने पर आपकी आवाज क्यों बदल जाती है? कभी-कभी यह बिल्कुल पहचान में नहीं आती, या बहुत धीमी और कर्कश हो जाती है। बता दें, इस दौरान आपके वोकल कॉर्ड्स में सूजन आ जाती है, जो हवा के साथ कंपन करके आवाज पैदा करते हैं। आइए, इस आर्टिकल में आसान भाषा में इसके बारे में समझते हैं।

गले में खराश और दर्द का क्या है सर्दी-खांसी से कनेक्शन? (Image Source: AI-Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि जब आप सर्दी-जुकाम से परेशान होते हैं, तो आपकी आवाज अचानक भारी, कर्कश या बेमेल-सी लगने लगती है? जैसे किसी और की आवाज आपके गले से निकल रही हो। दरअसल, यह कोई मामूली बात नहीं, बल्कि शरीर के भीतर चल रही एक दिलचस्प प्रक्रिया का असर है।
गले की सूजन है सबसे बड़ी वजह
जब सर्दी या वायरल इन्फेक्शन शरीर को जकड़ लेता है, तो इसका असर सिर्फ नाक या गले तक सीमित नहीं रहता। आवाज बनाने वाली वोकल कॉर्ड्स यानी स्वर-तंत्रिकाएं भी इसकी चपेट में आ जाती हैं। ये स्वर-तंत्रिकाएं आपके गले में होती हैं, जो हवा के गुजरने पर कंपन करती हैं और आवाज बनाती हैं। जब इनमें सूजन आ जाती है, जिसे चिकित्सीय भाषा में लैरिंजाइटिस कहा जाता है- तो ये मोटी और भारी हो जाती हैं। नतीजा यह कि उनका कंपन धीमा पड़ जाता है और आवाज गहरी या बैठी हुई सुनाई देती है।
(Image Source: AI-Generated)
म्यूकस भी करता है असर
सर्दी के दौरान गले में जमा होने वाला बलगम भी आपकी आवाज को बदल देता है। यह परत स्वर-तंत्रिकाओं पर जम जाती है, जिससे वे खुलकर कंपन नहीं कर पातीं। आवाज में खराश या भिन्न स्वर आने का एक बड़ा कारण यही होता है। कई बार सर्दी ठीक हो जाने के बाद भी, अगर म्यूकस लंबे समय तक बना रहे, तो आवाज नॉर्मल होने में और वक्त लग सकता है।
खांसी से बढ़ती है परेशानी
जब गला खराब होता है, तो हम बार-बार खांसने या गला साफ करने की कोशिश करते हैं। लेकिन यह आदत उल्टा असर डाल सकती है। ऐसा करने से वोकल कॉर्ड्स पर दबाव बढ़ता है और उनमें खिंचाव आता है। परिणामस्वरूप, आवाज और थकी या फटी हुई लगने लगती है।
क्यों भारी सुनाई देती है आवाज?
जब वोकल कॉर्ड्स सूज जाती हैं, तो उनका आकार और मोटाई बढ़ जाती है। यह ठीक वैसा ही है जैसे किसी गिटार की मोटी तार से गहरी आवाज निकलती है। यानी सूजी हुई स्वर-तंत्रिकाएं धीरे कंपन करती हैं और उनकी कंपन फ्रीक्वेंसी घट जाती है, जिससे आवाज भारी सुनाई देती है।
राहत पाने के आसान उपाय
आवाज को जल्दी ठीक करने के लिए आप कुछ असरदार टिप्स फॉलो कर सकते हैं:
- दिनभर पर्याप्त पानी पिएं और अगर संभव हो तो कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। इससे गले की सूजन कम होती है और बलगम पतला होता है।
- बहुत जरूरी है कि आप गले को सच में आराम दें। धीरे बोलना या फुसफुसाना भी वोकल कॉर्ड्स को थका देता है, इसलिए बेहतर है कुछ समय बिल्कुल चुप रहें।
- अगर दो से तीन हफ्तों के बाद भी आवाज में सुधार नहीं आता, तो यह किसी गहरी समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे वोकल कॉर्ड्स पर गांठें या एसिड रिफ्लक्स।
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