सुबह-सुबह गले में सूखापन क्यों महसूस होता है... कहीं यह किसी बीमारी का संकेत तो नहीं?
क्या आप भी सुबह उठते ही सबसे पहले पानी का गिलास ढूंढते हैं? बता दें, गले में अजीब-सा सूखापन महसूस होना आम बात है, लेकिन अगर यह रोज की समस्या बन जाए, तो इस पर ध्यान देना जरूरी है। अक्सर यह किसी छोटी-सी वजह से होता है, मगर कभी-कभी यह शरीर के अंदर पनप रही किसी समस्या का संकेत भी हो सकता है।

किस बात का संकेत है सुबह के समय गले का सूखापन? (Image Source: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सुबह उठते ही कई लोगों को गले में सूखापन, खराश या प्यास जैसा अहसास होता है। अक्सर हम इसे सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह शरीर के अंदर हो रही कुछ खास प्रक्रियाओं की ओर इशारा भी कर सकता है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के इंटरनल मेडिसिन में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरनजीत चटर्ज का कहना है कि नींद के दौरान हमारा शरीर आराम करता है, लेकिन सांस लेने की प्रक्रिया जारी रहती है। इसी दौरान कई छोटी-छोटी वजहें (Causes of Dry Throat) मिलकर गले की नमी कम कर देती हैं। आइए इस आर्टिकल में समझते हैं कि आखिर सुबह हमारा गला सूखा क्यों मिलता है।

मुंह खोलकर सोना
नींद में कई बार हम अनजाने में मुंह से सांस लेने लगते हैं। यह अक्सर तब होता है जब नाक बंद हो, सर्दी-जुकाम हो, एलर्जी हो या नाक में किसी तरह की रुकावट हो। जब हवा सीधे मुंह से भीतर जाती है, तो वह गले की नमी को खींच लेती है। इसी वजह से सुबह उठते ही गला खुरदुरा और सूखा महसूस होता है।
कमरे की कम नमी
सर्दियों में या लगातार एयर-कंडीशनर में रहने से कमरे की नमी घट जाती है। सूखी हवा सीधे गले की परत को प्रभावित करती है और उसमें मौजूद प्राकृतिक नमी को सोख लेती है। अगर आप AC में सोते हैं और सुबह उठकर गला सूखा महसूस करते हैं, तो इसकी वजह कमरे की कम आर्द्रता भी हो सकती है।
शरीर में पानी की कमी
दिन भर पर्याप्त पानी न पीने का असर रात में भी दिखाई देता है। जब शरीर में पानी कम होता है, तो लार बनने की मात्रा घट जाती है। कम लार मतलब गला ज्यादा देर तक सूखा रहना और इसका परिणाम है सुबह की वह खुरदरी भावना, जो अक्सर प्यास से भी ज्यादा परेशान करती है।
एसिडिटी या रिफ्लक्स का असर
कुछ लोगों में सोते समय एसिड गले की ओर लौटकर आता है। यह हल्की जलन या चुभन पैदा कर सकता है और गला सूखा या खुरदुरा महसूस हो सकता है। यह स्थिति कभी-कभी होती है, लेकिन बार-बार होने पर गले की नमी लगातार कम होने लगती है।
खर्राटे और स्लीप एपनिया
जो लोग रात में बहुत खर्राटे लेते हैं या जिन्हें स्लीप एपनिया की समस्या होती है, उनकी सांस का बहाव सामान्य नहीं रहता। हवा तेज़ी से अंदर-बाहर होती है और गले की ऊपरी सतह को जल्दी सुखा देती है। इससे सुबह उठकर आवाज भारी लगना, गला सूखा रहना और पानी की जरूरत महसूस होना सामान्य हो जाता है।
कब हो सकती है चिंता की बात?
कभी-कभार गला सूखा महसूस होना बिल्कुल सामान्य है, लेकिन अगर यह रोज हो, या इसके साथ ये लक्षण भी दिखें, तो डॉक्टर की सलाह जरूरी हो सकती है:
- आवाज बैठ जाना या लगातार भारी रहना
- गले में दर्द
- निगलने में दिक्कत
- लगातार नाक बंद रहना
- रात में सांस लेने में परेशानी
यह लक्षण लंबे समय तक बने रहने पर एलर्जी, साइनस की समस्या या नींद से जुड़ी सांस संबंधी दिक्कतों का संकेत हो सकते हैं।
राहत के आसान तरीके
- सोने से पहले नाक साफ रखें
- दिन भर पर्याप्त पानी पिएं
- कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें
- सोने से ठीक पहले बहुत मसालेदार या तला हुआ खाना न खाएं
- अगर खर्राटे की समस्या हो, तो डॉक्टर से जांच कराएं
सुबह गले का थोड़ा सूखना आम बात है, पर इसकी वजहें शरीर के अंदर हो रही कई प्रक्रियाओं से जुड़ी होती हैं। मुंह से सांस लेना, कमरे की सूखी हवा, डिहाइड्रेशन, रिफ्लक्स या खर्राटे सभी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं। अच्छी नींद की आदतें, पर्याप्त पानी और सही देखभाल इस परेशानी को काफी हद तक कम कर सकती हैं।

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