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    Lassa Fever Symptoms: लासा बुख़ार क्या है, कैसे फैलता है और क्या हैं इसके लक्षण?

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Tue, 15 Feb 2022 03:18 PM (IST)

    Lassa Fever Symptoms इबोला वायरस की तरह लासा बुखार एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से नहीं फैलता। अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित चूहे के मूत्र या मल के संपर्क में आ जाता है तो उसे लासा वायरस हो सकता है।

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    Lassa Virus: जानें क्या हैं लासा बुख़ार के लक्षण

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Lassa Fever Symptoms: यूके में तीन लोग लासा बुख़ार से पीड़ित पाए गए, जिनमें से एक की 11 फरवरी को इस बीमारी से मौत हो गई। इन मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा गया है। लासा वायरस का नाम नाइजीरिया के एक शहर के नाम पर रखा गया है जहां सबसे पहले मामले सामने आए थे। इस बीमारी से जुड़ी मृत्यु दर कम है, लगभग एक प्रतिशत। लेकिन कुछ लोगों में यह बीमारी बेहद गंभीर रूप ले सकती है, जैसे कि गर्भवती महिलाएं जो तीसरे ट्राइमेस्टर में हैं।

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    यूरोपियन सेंटर फॉर डिज़ीज़ प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के अनुसार, लगभग 80 प्रतिशत मामले एसिम्पटोमैटिक हैं और इसलिए उनका निदान नहीं हो पाता। कुछ रोगियों को गंभीर मल्टी-सिस्टम रोग विकसित करने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है। अस्पताल में भर्ती मरीज़ों में से पंद्रह फीसदी की मौत हो सकती है।

    क्या है लासा बुख़ार?

    लासा बुख़ार पैदा करने वाला वायरस पश्चिम अफ्रीका में पाया जाता है। रोग नियंत्रण और प्रदूषण केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक, यह पहली बार साल 1969 में नाइजीरिया के लास्सा में पाया गया था। इस बीमारी का उस वक्त पता चला था जब नाइजीरिया में इससे पीड़ित दो नरसों की मौत हो गई थी।

    कैसे फैलती है यह बीमारी?

    यह बुख़ार चूहों के ज़रिए फैलता है। यह मुख्य रूप से सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिम अफ्रीका के देशों में पाया जाता है, जहां यह एंडेमिक है। इबोला वायरस की तरह लासा बुखार एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से नहीं फैलता। अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित चूहे के मूत्र या मल के संपर्क में आ जाता है, तो उसे लासा वायरस हो सकता है। व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण काफी आम है। हालांकि, हेल्थ वर्कर्स जो लासा से पीड़ित मरीज़ के खून, बॉडी फ्लूएड्स, मूत्र या मल के सीधे संपर्क में आ जाते हैं, वे भी संक्रमित हो सकते हैं।

    इसके बावजूद, लक्षण प्रकट होने से पहले लोग आमतौर पर संक्रामक नहीं होते हैं। यहां तक कि किसी को गले लगाने, हाथ मिलाने या संक्रमित व्यक्ति के पास बैठने से संक्रमण नहीं फैलता है।

    लासा के लक्षण क्या हैं?

    वायरस के संपर्क में आने के 1-3 हफ्तों बाद लक्षण दिखने शुरू होते हैं। हल्का बुख़ार, थकान, कमज़ोरी और सिर दर्द इस बीमारी के हल्के लक्षण हैं। वहीं खून निकलना, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी आना, चेहरे पर सूजन आना, सीने, पीठ और पेट में दर्द होना इसके गंभीर लक्षणों में शामिल हैं। मृत्यु लक्षणों की शुरुआत के दो सप्ताह से हो सकती है, आमतौर पर इसके पीछे मल्टी-ऑर्गन फैलियर एक वजह है। सीडीसी के अनुसार बुख़ार से जुड़ी सबसे आम जटिलता बहरापन है।

    लासा से कैसे बचा जा सकता है?

    इस बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है, चूहों को दूर रखना। चूहों को घर पर न घुसने दें, खाना ऐसे कंटेनर में रखें जिसमें चूहें न घुस सकें, घर में चूहा घुस जाए, तो उसे पकड़ने के उपायों का इस्तेमाल करें। साफ-सफाई का ख़्याल रखें।

    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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