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    Food Allergy: कहीं आपको भी नहीं है फूड एलर्जी, ऐसे लगा सकते हैं पता

    By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee Parvez
    Updated: Mon, 08 May 2023 02:33 PM (IST)

    Food Allergy कई बार साफ-सुथरा खाना खाने से भी हमारी तबियत बिगड़ जाती है इसके पीछे फूड एलर्जी भी कारण हो सकता है। कई लोग ऐसे हैं जिन्हें किसी खास फूड से एलर्जी होती है। तो आइए आज जानते हैं कि फूड एलर्जी आखिर होती क्यों है?

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    Food Allergy: क्यों होती है फूड एलर्जी

    नई दिल्ली, रूही परवेज़। Food Allergy: आपने कई बार देखा होगा कि कई लोगों को खाने की हर चीज सूट नहीं करती। या फिर आपने खुद भी एक्पीरियंस किया होगा कि कुछ फूड्स खाते ही दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। जैसे कई लोगों को मछली या इसी तरह का सीफूड पचता नहीं है, तो किसी के दूध या डेयरी प्रोडक्ट्स के सेवन से एक्ने की समस्या शुरू हो जाती है। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर फूड एलर्जी क्यों होती है?

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    क्या है फूड एलर्जी?

    गुरुग्राम के सीके बिरला हॉस्‍पीटल में इंटरनल मेडिसिन कंसल्‍टेंट, डॉ. तुषार तायल ने बताया कि फूड एलर्जी हमारे इम्‍यून सिस्‍टम की प्रतिक्रिया होती है, जो किसी खास फूड आइटम को खाने के बाद पैदा होती हैं। एलर्जी पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का मामूली मात्रा में सेवन करने से भी तत्‍काल तरह-तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

    फूड एलर्जी के लक्षण आमतौर पर बच्‍चों और शिशुओं में ज्‍यादा होते हैं, लेकिन ये किसी भी उम्र में देखे जा सकते हैं। कई बार आपको ऐसे खाद्य पदार्थों से भी एलर्जी हो सकती है, जिन्‍हें आप बिना किसी दिक्कत के कई सालों से खाते आ रहे हों। फूड एलर्जी के लक्षण हल्‍के-फुल्‍के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं।

    फूड एलर्जी के सबसे सामान्‍य लक्षणों में शामिल हैं:

    • मुंह में झनझनाहट या खुजली होना
    • पित्‍ती उछलना
    • खुजलाहट
    • होंठों पर, चेहरे, जीभ और गले या शरीर के अन्‍य भागों में सूजन
    • पेट में दर्द, डायरिया, मितली या उल्‍टी

    सबसे गंभीर लक्षण क्या है?

    एलर्जी के सबसे गंभीर तरह के रिएक्‍शन को एनाफिलेक्सिस कहा जाता है। यह जीवन घाती किस्‍म की एलर्जी होती है। जिसमें पूरा शरीर प्रभावित होता है, यह सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकती है, ब्‍लड प्रेशर अचानक काफी कम हो सकता है और आपकी हृदय गति भी प्रभावित हो सकती है। एनाफिलेक्सिस घातक साबित हो सकता है और इसके उपचार के लिए तत्‍काल एपिनेफ्रिन (एड्रिनलिन) का इंजेक्‍शन देना चाहिए।

    ज्‍यादातर किस्‍म की फूड एलर्जी इन खाद्य पदार्थों में मौजूद प्रोटीन की वजह से होती है:

    • सीफूड जैसे कि श्रिम्‍प, लॉब्‍सटर और क्रैब
    • मूंगफली
    • मछली
    • मुर्गी के अंडे
    • गाय का दूध
    • गेहूं
    • सॉय
    • तिल

    फुड से एलर्जी है इसका पता कैसे चलेगा?

    शालीमार बाग के फोर्टिस हॉस्‍पीटल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्‍टैंट, डॉ. पवन कुमार गोयल ने बताया कि जब भी किसी खास फूड आइटम का सेवन करने पर कोई लक्षण बार-बार उभरे, तो आपको समझ जाना चाहिए कि आप उस खाद्य पदार्थ में मौजूद किसी भी तत्‍व(वों) से एलर्जिक हो चुके हैं। आमतौर पर अंडे, मछली, गेहूं, दूध, मूंगफली, मेवे (जैसे कि काजू और बादाम) जैसे फूड्स से एलर्जी हो सकती है। लेकिन इनके अलावा भी बहुत से खाद्य पदार्थों के कारण एलर्जी होती है।

    क्या इसके लिए टेस्ट भी उपलब्ध हैं?

    टेस्ट के बारे में बताते हुए डॉ. पवन कुमार ने कहा, "बेशक, अधिकांश लैब में एलर्जी टेस्‍ट आसानी से उपलब्‍ध होते हैं, लेकिन आमतौर पर ये मंहगे होते हैं। लेकिन निम्‍न टेस्‍ट एलर्जी का सही कारण पता लगाने में सक्षम हैं:

    स्किन प्रिक टेस्‍ट: इसे पंक्‍चर टेस्‍ट भी कहा जाता है और इसमें जिस फूड आइटम को लेकर एलर्जी का संदेह होता है (एलर्जेन) उसे त्‍वचा में हल्‍का छेद कर या खरोंचकर त्‍वचा के भीतर प्रविष्‍ट कराया जाता है। अगर उस जगह पर त्‍वचा में लाली या खुजली के साथ सूजन वगैरह कुछ दिखाई देती है, तो उसे पॉज़‍िटिव रिज़ल्‍ट माना जाता है यानि उस पदार्थ से एलर्जी होने की पुष्टि होती है।

    ब्‍लड टेस्‍ट: इसमें खून का नमूना लिया जाता है और कुछ खास एंटीबॉडीज़ या फूड एलर्जेन्‍स आदि की मौजूदगी में इसकी जांच की जाती है।

    यह टेस्ट हैं पॉपुलर

    ओरल फूड चैलेंज: यह फूड एलर्जी जांचने का परखा हुआ पुराना टेस्‍ट है। जिसकी जांच की जाती है उसे संदिग्‍ध एलर्जेन खाने के लिए दिया जाता है, उसकी मात्रा धीरे-धीरे बढ़ायी जाती है और इस बीच, किसी भी प्रकार के एलर्जिक रिएक्‍शन की जांच के लिए लगातार नज़र रखी जाती है।

    एलिमिनेशन डाइट: इसमें जिस व्‍यक्ति की जांच की जाती है उसकी डाइट से कुछ समय के लिए कुछ संदिग्‍ध फूड एलर्जेन्‍स को हटाया जाता है, और फिर धीरे-धीरे उन्‍हें डाइट में शामिल कर लक्षणों के दोबारा उभरने पर लगातार नज़र रखी जाती है।

    Picture Courtesy: Freepik