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    Egg Freezing: क्या होती है एग फ्रीजिंग, इसकी पूरी प्रक्रिया और इस दौरान किन बातों का रखना होता है ध्यान?

    Updated: Sun, 28 Jan 2024 08:17 AM (IST)

    Egg Freezing एग फ्रीजिंग एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए आप अपनी सुविधानुसार माता-पिता बनने का ऑप्शन चुन सकते हैं। ये एक बहुत ही अच्छी च्वॉइस है जरूरत है त ...और पढ़ें

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    Egg Freezing: क्या है एग फ्रीजिंग, इसका प्रोसेस व जरूरी सावधानियां

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Egg Freezing: एग फ्रीजिंग के ऑप्शन में महिलाओं को फैमिली प्लानिंग के प्रोसेस में बहुत बड़ी मदद की है। अब वो अपनी मर्जी से मां बनना चुन सकती हैं। यह प्रक्रिया उन महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है, जो किसी शारीरिक परेशानी से गुजर रही हैं और उसके चलते मां बनने में कई तरह की बाधाओं का सामना कर रही हैं। वहीं वो महिलाएं जो वर्किंग हैं। फैमिली के आगे करियर की कुर्बानी नहीं देना चाहती, उनके लिए भी ये बहुत ही सही ऑप्शन है। आइए जानते हैं क्या है एग फ़्रीज़िंग प्रोेसेस और कुछ जरूरी सावधानियों के बारे में। 

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    एग फ्रीजिंग क्या है?

    एग फ्रीजिंग के लिए ओओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन टर्म का भी इस्तेमाल किया जाता है, यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो महिलाओं को बाद में इस्तेमाल के लिए अंडे को संरक्षित करने में सक्षम बनाती है। इस उपचार की मदद से आप अपनी इच्छानुसार बच्चा पैदा कर सकते हैं क्योंकि कई बार लोग करियर, पर्सनल या फाइनेंशियल जैसे और भी दूसरे कारणों से फैमिली प्लानिंग के बारे में सोच नहीं पाते। 2020 में छपे एक लेख की मानें तो भारत में अपने अंडे फ्रीज करने का विकल्प चुनने वाली महिलाओं की संख्या लगभग 30 प्रतिशत बढ़ गई है। यह आंकड़ा क्षेत्र में बढ़ते विकास के साथ-साथ भारत में एग फ्रीजिंग के प्रति बढ़ती प्राथमिकता को भी दर्शाता है।

    एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया 

    एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:-

    1. हार्मोनल उत्तेजना: इसमें हर पीरियड साइकल में नॉर्मल एक अंडे के बजाय कई मैच्योर अंडे बनाने के लिए अंडाशय को उत्तेजित करना शामिल होता है।

    2. एग पुनर्प्राप्ति: इस चरण में एक छोटे सर्जिकल प्रोसिजर के जरिए ओवरी से मैच्योर अंडे निकाले जाते हैं।

    3. तेजी से जमाना: इन मैच्योर अंडों को विट्रीफिकेशन तकनीक की मदद से जल्दी से जमा दिया जाता है जो अंडों को कांच जैसी अवस्था में संरक्षित करता है।

    4. भंडारण: जमे हुए अंडों को तब तक तरल नाइट्रोजन से भरे कंटेनर्स में स्टोर करके रखा जाता है जब तक कि महिला उन्हें इन-विट्रो निषेचन के लिए इस्तेमाल करने का डिसीजन नहीं लेती।

    किस उम्र तक एग फ्रीजिंग करवा लेना चाहिए?

    विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि जो महिलाएं 35 वर्ष की आयु से पहले अपने अंडे फ्रीज कराती हैं, उनके सफल गर्भधारण की संभावना अधिक होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कम उम्र में अंडों की संख्या और गुणवत्ता बेहतर होती है, जिससे भविष्य में गर्भधारण की संभावना आसान हो जाती है। हालांकि, इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए भविष्य के लिए अपने अंडे फ्रीज कराना असंभव है। कुछ टेस्ट, हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल में जरूरी बदलावों से गर्भधारण की योजना को आसान बनाया जा सकता है।

    महिलाओं में एग फ़्रीज़िंग की भूमिका 

    महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को संरक्षित करने में एग फ़्रीज़िंग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और यह प्रजनन संरक्षण के ऑप्शन प्रदान करता है। एक महिला कई कारणों से अंडों को संरक्षित करना चुन सकती है। इसमें शामिल है:-

    1. चिकित्सा उपचार से गुजर रही या चिकित्सा समस्याओं का सामना करने वाली महिलाएं अंडा फ्रीजिंग का सहारा ले सकती हैं।

    2. एग फ़्रीज़िंग से उन महिलाओं को मदद मिलती है जो अपने पेशेवर करियर और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना चाहती हैं।

    3. यह प्रक्रिया महिलाओं को अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में निर्णय लेने की स्वतंत्रता देती है।

    एग फ्रीजिंग के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां 

    डॉ. प्राची बेनारा, सीनियर कंसल्टेंट, बिड़ला फर्टिलिटी एंड IVF, गुरुग्राम ने बताया कि, 'पोषक तत्वों, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन से भरपूर डाइट लेने से एग्स की क्वॉलिटी सुधरती है। इसके अलावा, अपनी दिनचर्या में व्यायाम को खासतौर से शामिल करें इससे ओवरऑल बॉडी फिट रहती है और स्ट्रेस कम होता है। जो प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। भविष्य में गर्भधारण के लिए अपने अंडों को फ्रीज करने की उम्मीद रखने वाली महिलाओं को विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए और जरूरी ट्रीटमेंट्स से घबराना नहीं चाहिए। एग फ्रीजिंग के बाद डॉक्टर द्वारा बताई गई जरूरी चीज़ों का पालन भी करें।'

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    Pic credit- freepik