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Cervical Cancer: क्या होता है सर्वाइकल कैंसर? ग़लती से भी न करें इन लक्षणों को नज़रअंदाज़

Cervical Cancer Symptoms गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर यानी सर्वाइकल कैंसर) तब होता है जब कोशिकाएं गर्भाशय ग्रीवा (प्रवेश द्वार) के अस्तर में असामान्य रूप से विकसित होती हैं जो निचले गर्भाशय की गर्दन या संकीर्ण हिस्सा होता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 12:19 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 12:19 PM (IST)
Cervical Cancer: क्या होता है सर्वाइकल कैंसर? ग़लती से भी न करें इन लक्षणों को नज़रअंदाज़
क्या होता है सर्वाइकल कैंसर? ग़लती से भी न करें इन लक्षणों को नज़रअंदाज़

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Cervical Cancer: क्या आप जानती हैं कि भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का सबसे आम कारण सर्वाइकल कैंसर है? जी हां, लेकिन ये एक ऐसे तरह का कैंसर भी है जिससे बचाव और समय पर पता लगने पर इलाज दोनों संभव हैं। हालांकि, आमतौर पर महिलाएं इस बीमारी के बारे में जागरुक नहीं होती हैं। आंकड़ों के अनुसार समय पर इलाज न मिलने पर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में ये कैंसर उनकी मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण बन रहा है, जबकि इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। 

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क्या है सर्वाइकल कैंसर

गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) तब होता है जब कोशिकाएं गर्भाशय ग्रीवा (प्रवेश द्वार) के अस्तर में असामान्य रूप से विकसित होती हैं जो निचले गर्भाशय की गर्दन या संकीर्ण हिस्सा होता है। कम उम्र में कई यौन संबंध होने या यौन सक्रिय होने से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के विकास की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर के लक्षण जल्दी सामने आने पर जीवित रहने की संभावना ज़्यादा होती है। आपका डॉक्टर एक निवारक उपाय के रूप में पैप टेस्ट करवाने की सलाह दे सकता है। 

क्या हैं लक्षण

सामान्य ग्रीवा के कैंसर के लक्षणों में पैल्विक दर्द, योनि से बदबूदार निर्वहन, पीरियड से पहले और बाद में रक्तस्राव और यौन गतिविधि के दौरान असुविधा का अनुभव होता है। गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के लक्षणों के साथ संक्रमण हो सकता है, और उपलब्ध ग्रीवा कैंसर उपचार के विकल्प सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी हैं।

कैसे होता है सर्वाइकल कैंसर?

गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर यानी सर्वाइकल कैंसर के लगभग सभी मामले ह्यूमन पैपीलोमावायरस (HPV) की वजह से होते हैं। ये एक आम वायरस है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संभोग के दौरान जा सकता है।

ह्यूमन पैपीलोमावायरस इतना आम है कि ज़्यादातर लोग अपनी ज़िंदगी में इससे ज़रूर संक्रमित होते हैं, हालांकि HPV से किसी तरह के लक्षण नज़र नहीं आते हैं, इसलिए आप इससे कब संक्रमित हो जाएंगे, आपको पता भी नहीं चलेगा। आमतौर पर महिलाओं में ये वायरस अपने आप चला भी जाता है, हालांकि, अगर नहीं गया तो ये समय के साथ सर्वाइकल कैंसर का रूप ले लेता है। लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारक है जिसकी वजह से महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

सर्वाइकल कैंसर कितने तरह के होते हैं 

स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा: 80 से 90 प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर के मामले स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा की वजह से होते हैं, जो गर्भाशय ग्रीवा के निचले भाग में परतदार, सपाट कोशिकाओं में होता है। 

एडेनोकार्सिनोमा: जब कैंसर के ट्यूमर ग्रीवा के ऊपरी हिस्से में ग्लैंड्स की कोशिकाओं में विकसित होते हैं, तब इसे एडेनोकार्सिनोमा कहा जाता है।

मेटास्टेटिक सर्वाइकल कैंसर: जब सर्वाइकल कैंसर ग्रीवा के अलावा शरीर के कई हिस्सों में फैल जाता है, तो इसे मेटास्टेटिक सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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