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    अस्थमा (Asthma)

    By Harshita SaxenaEdited By: Harshita Saxena
    Updated: Sun, 30 Apr 2023 09:56 PM (IST)

    अस्थमा एक गंभीर समस्या है जिससे कई लोग परेशान हैं। यह सांस से जुड़ी एक बीमारी है जो किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। ऐसे में इस बीमारी के प्रति लोगों के जागरूक करने से मकसद से हर साल 2 मई को अस्थमा डे मनाया जाता है।

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    जानें अस्थमा से जुड़ी सभी जरूरी बातें

    अस्थमा बच्चों और वयस्कों को प्रभावित करने वाली एक दीर्घकालिक स्थिति है। इसे दमा के नाम से भी जाना जाता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसमें फेफड़ों के एयरवेज सूजन की वजह से सिकुड़ जाते हैं। कुछ लोगों के लिए अस्थमा एक मामूली बीमारी है। लेकिन दूसरों के लिए, यह एक बड़ी समस्या हो सकती है, जो उनकी दैनिक गतिविधियों में रुकावट की वजह बनती है। कई बार पीड़ित व्यक्ति को अस्थमा का खतरनाक दौरा भी पड़ सकता है।

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    अस्थमा के प्रकार

    • एलर्जी अस्थमा
    • एडल्ट ऑनसेट अस्थमा
    • मौसमी अस्थमा
    • व्यावसायिक अस्थमा
    • व्यायाम प्रेरित अस्थमा
    • सीवियर अस्थमा

    अस्थमा के लक्षण

    अस्थमा के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। लेकिन अस्थमा के कुछ प्रमुख लक्षणों की बात करें, तो इसके कुछ मुख्य लक्षण निम्नलिखित हैं-

    • सांस फूलना
    • सांस लेने में कठिनाई
    • सीने में जकड़न या दर्द
    • खांसी या घरघराहट के दौरे
    • सांस छोड़ते समय घरघराहट
    • खांसी या घरघराहट के कारण सोने में परेशानी

    अस्थमा के ट्रिगर

    अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति में यह बीमारी कुछ चीजों की वजह से ट्रिगर भी कर सकती है। अस्थमा के इन ट्रिगर में निम्न शामिल हैं-

    • ठंडी हवा
    • मौसम में बदलाव
    • शारीरिक गतिविधि
    • वायरल संक्रमण (सर्दी)
    • घास और पेड़ के पराग
    • जानवरों के फर और पंख
    • वायु प्रदूषक जैसे (धूल, धुआं)
    • तेज महक वाले साबुन और इत्र
    • गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)
    • बीटा ब्लॉकर्स, एस्पिरिन और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स सहित कुछ दवाएं

    अस्थमा के कारण

    • पारिवारिक इतिहास
    • एलर्जी जैसे एक्जिमा और राइनाइटिस
    • कई जीवन शैली कारक
    • धूम्रपान
    • वायु प्रदूषण
    • वायरल श्वसन संक्रमण
    • पर्यावरणीय एलर्जी
    • व्यावसायिक जोखिम
    • अधिक वजन

    डॉक्टर के पास कब जाएं

    • अगर किसी को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
    • सांस लेते वक्त सीटी की आवाज आए, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें।
    • अगर आपको लगातार 2 महीने से खांसी की समस्या बनी हुई है, तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।
    • अगर आपको हमेशा सर्दी और जुकाम रहता है, तो भी डॉक्टर से मिलें।
    • जल्दी थकान होना या सांस फूलने की समस्या पर भी आप डॉक्टर को दिखाएं।
    • सीने में दर्द व जलन होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें।
    • नींद में बेचैनी या परेशानी होने पर तुरंत इसकी जांच करवाएं।
    • अगर आपको लगातार कोई एलर्जी बनी हुई है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

    अस्थमा का इलाज

    • अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज पूरी तरह से संभव नहीं है। हालांकि, कुछ सावधानियों और दवाओं की मदद से इस बीमारी को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है, जिनमें से कुछ निम्न हैं-
    • अगर आप अस्थमा से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए अपनी जीवनशैली को सुधारें।
    • अगर आप अस्थमा यानी दमा के मरीज हैं, तो किसी तरह का नशा करने से बचें। ऐसे लोगों के लिए नशा खतरनाक हो सकता है।
    • अस्थमा के मरीज को जितना हो सके उतना धूल, मिट्टी से परहेज करना चाहिए। धूल व मिट्टी से सुरक्षित रखने के लिए नाक को ढक कर रखें।
    • मौसम में बदलाव अस्थमा के मरीज के लिए ट्रिगर का काम कर सकता है। ऐसे में बदलते मौसम खासतौर पर सर्दी में अपना खास ख्याल रखें।
    • अगर आप अस्थमा के मरीज हैं और आपको कोई एलर्जी है, तो डॉक्टर से इसका इलाज जरूर करवाएं।
    • अगर आपको अस्थमा की बीमारी है, तो ज्यादा सोने बचें। क्योंकि ज्यादा सोने से आपकी समस्या बढ़ सकती हैं।
    • अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट का भी खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में कोशिश करें कि आप ऐसे आहार का सेवन करें, जो आसानी से पच जाए।
    • अगर आप अस्थमा के मरीज है, तो रात में जल्दी खाना खाने की आदत डालें।

    Picture Courtesy: Freepik