Ramadan 2023: रमजान में रोजा रखने वालों को मिलते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग के ये अद्भुत फायदे
Ramadan 2023 रमजान का महीना आ ही गया। इस दौरान दुनियाभर के मुसलमान सूरज उगने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक रोजा यानी उपवास रखते हैं। इस दौरान उपवास रखने के कई फायदे भी हैं आइए जानते हैं इनके बारे में।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Ramadan 2023: रमजान का पाक महीना 24 मार्च से शुरू हो रहा है। इस साल यह 24 मार्च से शुरू होकर 23 अप्रैल तक चलेगा। ईद-उल-फित्त्र इस साल 24 या फिर 25 अप्रैल को मनाई जाएगी, जो चांद दिखने पर निर्भर करता है। इस्लामिक कलेंडर के हिसाब से रमजान का महीना 9वां महीना होता है।
यह समय आध्यात्मिक और आत्म-सुधार का होता है, इसलिए दुनिया भर के मुसलमान इस दौरान सूरज उगने से पहले से लेकर सूर्यास्त तक उपवास करते हैं। रमजान में 12 से 14 घंटे तक रोजा रखा जाता है, जिससे हमारे पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है और वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
रमजान में रोजा रखने के क्या फायदे होते हैं?
1. वजन कम करने में मदद मिलने के साथ सेहत में सुधार होता है। कम कैलोरी का सेवन करने के साथ 12 से 14 घंटे फास्टिंग से वजन तो कम होता ही है, साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होता है, ब्लड शुगर का स्तर बेहतर होता है और दिमाग की सेहत में सुधार होता है।
2. शरीर को डिटॉक्स करने का मौका मिलता है। फास्टिंग के दौरान पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है, जिससे टॉक्सिन्स बेहतर तरीके से शरीर से बाहर निकल पाते हैं।
3. रोजा रखने से खराब हो चुके सेल्स अपने आप शरीर से बाहर निकल जाते हैं और पाचन हेल्दी और अच्छा महसूस करता है।
4. मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत हो जाता है। हालांकि, रोजा रखने पर आपको फायदा तभी पहुंचेगा अगर आप इफ्तारी में भी हेल्दी खाना ही खाएंगे। जरूरत से ज्यादा और तला-भुना खा लेने से आपको सिर्फ नुकसान ही पहुंचेगा।
5. खाने की आदत बदलने और फिर भक्ति में ध्यान लगाने से कई लोग मानते हैं कि उन्हें अंदर से बेहतर महसूस करते हैं और पहले से ज्यादा फोकस्ड हो जाते हैं।
6. ऐसा देखा गया है कि फास्ट रखने से क्योंकि पाचन तंत्र को काफी आराम और रिकवर होने का मौका मिलता है, इसलिए उसकी सेहत में सुधार भी होता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।