दूध देखकर मुंह बनाते हैं बच्चे, तो इन आसान तरीकों को अपनाएं
आजकल अधिकतर बच्चे दूध पीने में इतनी आनाकानी करते हैं कि बच्चों का एक गिलास दूध खत्म करना एक मां के लिए एक जंग खत्म होने जैसा हो जाता है। मां के लिए ये मुद्दा प्रतिदिन का एक सिरदर्द जैसा है क्योंकि बच्चे इतने नखरे दिखाते हैं कि मां का धैर्य जवाब देने लगता है। कई बार जबरदस्ती पिलाने पर बच्चे उल्टी भी कर देते है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आमतौर पर बच्चे दूध पीने में आना कानी करते हैं। उनसे दूध का एक गिलास खत्म करवाना किसी जंग लड़ने से कम नहीं होता। वैसे चाहे बच्चे हों या बड़े, दूध का स्वाद सभी को पसंद नहीं आता। वहीं, दूध हम सभी की सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है, खासकर बढ़ती उम्र में। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स दूध पीने की सलाह देते रहते हैं।
जो बच्चे बिना मुंह बनाए दूध नहीं पी पाते, उनके मां-बाप के लिए उन्हें दूध पिलाना रोज का सिर दर्द बन जाता है।कई बार जबरदस्ती पिलाने पर बच्चे उल्टी भी कर देते हैं।
तो अगर आपको भी अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। आइए सबसे पहले जानते हैं कि आखिर दूध पिलाने के लिए क्यों एक मां रहती है इतना परेशान!
- दूध एक ऐसा पोषक आहार है, जिसे बच्चा इस दुनिया में आते ही सबसे पहले लेता है।
- दूध में वो सभी तत्व मौजूद होते हैं जो बच्चे के स्वस्थ शारीरिक और बौद्धिक विकास में सहायक होते हैं।
- दूध पोषक तत्वों का एक प्राकृतिक स्रोत है, जिसमें किसी प्रकार के बदलाव या संशोधन की मांग नहीं होती है।
- दूध पीने से लंबे समय तक एनर्जी बनी रहती है।
- दूध से कैल्शियम, विटामिन D, पोटैशियम और अन्य मिनरल मिलते हैं जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं।
बच्चे को कैसे पिलाएं दूध?
इन सभी कारणों से एक मां बच्चे को दूध पिला कर निश्चिंत होना चाहती है कि उसके बच्चे ने एक समय का संपूर्ण पोषण ले लिया। लेकिन सभी बच्चे प्यार से दूध पी लें ऐसा संभव नहीं हो पाता है। तो अपने बच्चे की आनाकानी से निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स –
- जरूरी नहीं है कि दूध दे कर ही कैल्शियम की मांग पूरी की जाए। इसलिए सीधा गिलास भर के दूध देने से शुरुआत न करें। आप इसकी जगह दही, घी, छाछ या पनीर से भी शुरुआत कर सकती हैं। इनके अलावा आप बच्चे को पालक, रागी, स्प्राउट चाट, ब्रोकली भी दे सकती हैं और अगर बच्चा ये चीजें प्यार से खाता है, तो भी वह पर्याप्त कैल्शियम ले रहा है।
- धीरे-धीरे फिर छोटे कप या सिपर में कम मात्रा में दूध देना शुरू करें। रंग बिरंगे या उनके फेवरेट कार्टून वाले कप से बच्चे आकर्षित होते हैं और झटपट दूध पी लेते हैं।
- उन्हें दूध देते वक्त आपको खुद भी दूध लेकर बैठना चाहिएं। बच्चे अक्सर बड़ों को ही कॉपी करने की कोशिश करते हैं। आपको दूध पीता देख वे भी आपकी तरह दूध पीने की कोशिश करेंगे।
- बच्चे को दूध से मिलने वाले फायदे के कार्टून विडियोज दिखाएं। बच्चे ऐसे वीडियो से प्रभावित रहते हैं और उनको कॉपी करने की कोशिश करते हैं।
- बच्चों को दूध देने का एक समय निर्धारित करें जब उन्हें वाकई में भूख लगी हो। सुबह दूध देने का समय सबसे बेस्ट है।
- दूध देते समय उन्हें डांटे या मारे नहीं। ऐसा करने से उन्हें दूध से नफरत हो सकती है।
- दूध में मेवे या किसी तरह का मिक्स डाल कर उसका स्वाद बदल कर दें। दूध दुगुना पौष्टिक भी होगा और बच्चे को पसंद भी आएगा।
- अगर बच्चे को चॉकलेट पसंद है, तो दूध में गुड़ डाल कर बच्चे को दिखाएं और बताएं कि यह एक तरह की चॉकलेट है, जिससे खुश हो कर वे फटाफट दूध का गिलास खत्म कर देंगे।
- बच्चे को किचन में अपने साथ खड़ा करके आप अपने लिए दूध निकालें और उनसे अपना दूध बनाने को बोलें। इससे उन्हें जिम्मेदारी का अनुभव होगा और वे आपको देख कर अपने लिए भी दूध बना कर पिएंगे।
- दूध को किसी फल के साथ मिला कर स्मूदी, शेक या कस्टर्ड बना कर बच्चे को दे सकते हैं।
धैर्य रखना सबसे जरूरी है! बच्चा दूध नहीं पीता तो यह कोई चिंता की बात नहीं है। आजकल तमाम ऐसे विकल्प मौजूद हैं जिससे आप बच्चे में दूध की कमी को पूरा कर सकते हैं। आपका मकसद बच्चे को सम्पूर्ण आहार देना है जिसके और भी कई तरीके हैं।
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