Monsoon Diseases: टायफाइड, दस्त से बचना है तो रहें 'पानी पूरी' से दूर, तेलांगना में लोगों को मिली चेतावनी!
Monsoon Diseases देश के ज़्यादातर राज्यों में बारिश ने दस्तक दे दी है। इसके साथ बीमारी का कहर भी शुरू हो चुका है। देश भर में बुखार टायफॉइड दस्त के मामलों में बढ़त देखी गई है। ऐसे में जानें कि इन बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Monsoon Diseases: मानसून के आने से देश भर में हर साल बीमारियां भी बढ़ने लगती हैं। हाल ही में तेलांगना में टायफाइड के मामले बढ़ते देखे गए हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने मामलों की संख्या में वृद्धि के लिए प्रिय स्ट्रीट फूड 'पानी पुरी' को ज़िम्मेदार ठहराया है। मई के महीने में तेलांगना में 2,700 मामले आए, जो जून में बढ़कर 2752 हो गए।
जन स्वास्थ्य के निदेशक डॉ. जी. श्रीनिवास राव ने टायफाइड को "पानी पुरी रोग" बताया। सरकार मानसून के दौरान लोगों को स्ट्रीट फूड खासकर पानी पुरी से दूर रहने की सलाह दे रही है। पिछले कुछ हफ्तों में मलेरिया, एक्यूट डाइरिया और वायरल बुखार के कई मामले सामने आए हैं। इनके पीछे का कारण दूषित खाना, पानी और मच्छर हैं।
टायफाइड के लक्षण
टायफाइड का बुखार एक तरह का बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है जो सैलमोनेला टाइफी बैक्टीरिया की वजह से होता है। यह बैक्टीरिया दूषित खाने और पानी में पाया जाता है। टायफाइड के शुरुआती लक्षणों में लंबा चलने वाला बुखार, पेट और सिर में तेज़ दर्द, दस्त या कब्ज़ और भूख न लगना शामिल है। अगर इसका इलाज समय रहते न किया जाए, तो इसके लक्षण और गंभीर हो सकते हैं, जिससे कमज़ोरी, त्वचा का सफेद पड़ना, उल्टी में खून आना और यहां तक कि आंतरिक रक्तस्राव भी शुरू हो सकता है।
मानसून में होने वाली बीमारियां
भारत में मानसून को आए अभी कुछ हफ्ते ही हुए हैं, और टायफाइड और जॉनदिस जैसी गंदे पानी और खाने से होने वाली बीमारियां होना शुरू हो गई हैं। गंदे खाने और पानी में ऐसे बैक्टीरिया और वायरस होते हैं, जो बीमारी का कारण बनते हैं। साथ ही इस समय मलेरिया और डेंगू के मामलों में भी तेज़ी आती है।
तो आइए जानें कि इनसे कैसे बचा जा सकता है:
व्यक्तिगत स्वच्छता सुनिश्चित करें
परिवार के सभी लोगों को हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए। खाने से पहले हाथों को धोएं और वॉशरूम यूज़ करने के बाद भी। साथ ही बाहर से घर में आने पर हाथों को धोएं। जब छींक या खांसी आए तो मुंह और नाक को ढकें। आंखों को न छुएं।
साफ पानी ही पिएं
सुनिश्चित करें कि आप वॉटर प्यूरीफायर या उबले हुए पानी का ही सेवन करें। अगर आप पैक्ड पानी खरीदते हैं, तो भरोसेमंद ब्रैंड ही खरीदें। दूषित पानी से पेट खराब होती है और दस्त हो सकते हैं।
सड़क पर मिलने वाला खाना न खाएं
जी हां, बारिश के मौसम में बाहर मिलने वाला चटपटा खाने का दिल ज़्यादा चाहता है, लेकिन सेहत बनाए रखने के लिए इनसे दूर रहें। साथ ही बाहर ढाबे पर मिलने वाली चाय भी आपको बीमार कर सकती है, क्योंकि ज़रूरी नहीं कि उनका पानी साफ हो। इससे बेहतर है कि घर पर स्वादिष्ट और हेल्दी स्नैक्स तैयार करें।
मच्छरों को आसपास न रहने दें
शाम को घर के सभी खिड़की-दरवाज़ों को बंद कर दें ताकि मच्छर घर के अंदर न आ सकें। आप सोने से पहले या शाम को घर से बेहर निकलते वक्त मॉस्कीटो रिपेलेंट भी लगा सकते हैं। ऐसे कपड़े पहनें जो आपके पैरों और हाथों को ढक कर रखें। घर के आसपास पानी को जमा न होने दें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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