Improve Brain Health: भूलक्कड़ होते जा रहे हैं तो इन 4 तरीकों से करें अपनी याददाश्त को स्ट्रॉन्ग
Improve Brain Health कम उम्र में आप भी अक्सर जरूरी कामों को करना भूल जाते हैं तो यह याददाश्त कमजोर होने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। भूलने की आदत से निजात पाने के लिए इन जरूरी उपायों को अपनाएं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हमारी मसरूफियत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि हम कई बार जरूरी चीज़ें रखकर भूल जाते हैं, अपने नज़दीकी लोगों को बर्थडे विश करना भी भूल जाते हैं। भूलने की यह परेशानी कभी-कभी हो तो ज्यादा परेशानी की बात नहीं है, लेकिन अगर यह परेशानी हमेशा रहे तो आपके लिए परेशान होने की बात है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ लोगों में भूलने की बीमारी यानि डिमेंशिया हो सकता है, लेकिन आजकल युवाओं की भी याददाश्त कमज़ोर हो रही है। कम उम्र में आप भी अक्सर जरूरी कामों को करना भूल जाते हैं, तो यह याददाश्त कमजोर होने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको भी भूलने की आदत है तो थोड़ा संभल जाइए और कुछ ख़ास नुस्खों को अपना कर अपनी याददाश्त को स्ट्रॉन्ग बनाएं।
एक्सरसाइज से करें याददाश्त को स्ट्रॉन्ग:
नियमित एक्सरसाइज न सिर्फ बॉडी की सेहत के लिए उपयोगी है बल्कि दिमाग के लिए भी जरूरी है। यह कमजोर याददाश्त को मजबूत करने में मदद करती है। एक्सरसाइज करने से आपका नर्वस सिस्टम इंप्रूव होता है और दिमाग तेज होता है।
मसरूफियत में भी ब्रेक लें:
याददाश्त स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए आप अपने काम से थोड़ा सा ब्रेक जरूर लें। लगातार काम करने से दिमाग थक जाता है और याददाश्त कमजोर होने लगती है। मेमोरी इंप्रूव करने के लिए साल में कम से कम एक बार जरूर ट्रेवल करें। कुछ दिन दिमाग को सुकून देने से दिमाग रिलैक्स होता है और आपकी याददाश्त इंप्रूव होती है।
दिन में थोड़ा आराम भी है जरूरी:
दिनभर लगातार काम करने से बॉडी के साथ ही दिमाग पर भी असर पड़ता है। दिमाग और बॉडी दोनों को रिलेक्स रखने के लिए दिन में थोड़ा सा आराम जरूर करें। कई अध्ययनों में यह बात सामने आ चुकी है कि दिन में थोड़ी देर नींद की झपकी आपकी याददाश्त को दुरुस्त करती है।
मेडिटेशन जरूर करें:
मेडिटेशन आपकी हेल्थ को कई तरह से प्रभावित कर सकता है। मेडिटेशन करने से बॉडी और दिमाग दोनों को सुकून मिलता है। यह तनाव और दर्द को कम करने में बेहद असरदार है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है साथ ही याददाश्त में भी सुधार करता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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