वजन करना है कम, तो इन 4 तरह की डाइट को करें फॉलो
मोटापा कम करने और फिट रहने के लिए लोग तरह-तरह के डाइट अपनाने की सलाह देते हैं। लेकिन हर किसी की बॉडी एक जैसी नहीं होती तो जानें बॉडी की जरूरत और फिर करें डाइट को फॉलो।
मोटापे और बढ़ते वजन की समस्या से आज ज्यादातर लोग जूझ रहे हैं और इसे कम करने के लिए जिम, योग और डाइटिंग जैसी चीज़ों का सहारा ले रहे हैं। गौर करने वाली बात यहां ये है कि जिम और योग के लिए तो उन्हें एक्सपर्ट की जरूरत महसूस होती है लेकिन जहां बात डाइट की आती है, उन्हें लगता है कि खाना कम कर देने से वो मनचाहे शेप में आ जाएंगे, जो बिल्कुल गलत है। एब्स बनाना हो या वजन कम करना हो, हर एक के लिए अलग तरह के डाइट की जरूरत होती है। तो आज हम यहां जिनका वजन ज्यादा है उनके लिए किस तरह की डाइट बेहतर रहेगी, इसके बारे में जानेंगे।
1. बैलेंस्ड डाइट: इसमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, जिनकी हमें दिन भर में आवश्यकता होती है। बैलेंस्ड डाइट में 6 मुख्य पोषक तत्व जैसे फैट, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटमिन और मिनरल्स सभी शामिल हैं।
2. कीटो डाइट: हाई-फैट और लो कार्ब कीटो डाइट तेज़ी से वज़न कम करने में सहायक है लेकिन इसे फॉलो करना थोड़ा मुश्किल है। मुख्य आधार यह है कि कार्ब्स को कम करके, आप अपने शरीर को किटोसिस की स्थिति में लाएंगे, जिसका अर्थ है कि यह ऊर्जा के लिए कार्बोहाइड्रेट के बजाय वसा को जलाता है। आपके दैनिक कैलरी का केवल 10 प्रतिशत कार्ब्स से आएगा, जबकि लगभग 80 प्रतिशत वसा से आता है, जैसे एवॉकाडो, नट्स और तेल। ज़ाहिर है, इसका मतलब है कि ब्रेड को बंद कर दें। कुछ स्टार्च वाली सब्जि़यां, ओट्स और फल को बेहद कम कर दें।
3. पेलियो डाइट: काफी हद तक यह कीटो डाइट की तरह ही है। 'केवमैन डाइट' वास्तव में कई मायनों में अलग है। पेलियो के समर्थकों का कहना है कि ग्लूटन को खत्म करने और भरपूर मात्रा में सब्जि़यों का सेवन करने से शरीर में सूजन को कम किया जा सकता है। प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाएं।
4. होल 30 डाइट: इसका मतलब है कि किनूआ, ओट्स, दही, चीनी, जैसे शहद या शराब इस डाइट में शामिल नहीं करने और पूरे 30 दिनों तक वीगन डाइट लेनी है यानी आपको इस दौरान नॉन वेज भी नहीं खाना है और डेयरी प्रोडक्ट्स से दूरी बनानी है।